छुट्टी और छुट्टियों में घूमने का इंतजार कौन नहीं करता. हर कोई अपने हॉलीडे पर घूमने के प्लान को लेकर एक्साइटेड होता है. चाहे कहीं घूमने जा रहे हों या फिर फैमिली के ही पास क्यों ना जा रहे हों, ऑफिस की चिक-चिक और रोजमर्रा की टेंशन से ये कुछ दिनों का ब्रेक संजीवनी का काम करता है.
लेकिन जैसा कि हमेशा होता है ज़िंदगी अपने साथ कई दिक्कतों को भी लेकर आती है. आपके हॉलीडे प्लान में भी ऐसे कई तत्व जुड़ जाते हैं जो मजा तो खराब नहीं करते पर मूड जरुर बिगाड़ देते हैं. जो लोग बहुत ज्यादा ट्रेवल करते हैं उन्हें इन 6 तरह के को-पैसेंजर के बारे में पता होता है. इनमें से कोई भी आपका और आपके सफर का मजा किरकिरा कर सकते हैं.
1- जेम्स बांड को-पैसेंजर
ये हर बात जानना चाहते हैं. आपके बारे में, आपके परिवार के बारे में, यहां तक की आपके पूरे खानदान के बारे में. हद तो ये है कि जब प्लेन में बैठे सारे यात्रियों के बारे में जान चुके होते हैं तो इनका अगला शिकार प्लेन की एयर-होस्टेस और पायलेट भी होते हैं! इनकी 'पारखी' नजर से कोई नहीं बच पाता. यहां तक की प्लेन भी नहीं.
2- मियां मजनूं
ये वो लोग होते हैं जिन्हें सिर्फ लड़की दिखनी चाहिए. ये हर लड़की से फ्लर्ट करते हैं. कोई भी हो और कैसी भी हो. इन्हें सिर्फ और सिर्फ जेंडर से मतलब होता है उम्र से नहीं. हो सकता है कि अगर प्लेन की सारी लड़कियों से फ्लर्ट कर लिया तो ये खिड़की तोड़ बाहर उड़ रहे पंक्षियों के साथ शुरु हो जाएं.
3- वॉटर टैंकर
पानी पीना सेहत के लिए लाभदायक होता है इसमें कोई शक नहीं. लेकिन पानी पीने के बाद बार-बार शौचालय के लिए उठना और अपने साथ वाले यात्रियों को परेशान करना कहीं से भी अच्छी आदत और बात नहीं है.
4- गज़नी मैन
ये गज़नी इस लिहाज से होते हैं कि इन्हें याद ही नहीं रहता कि घर में बैठे हैं या प्लेन में. ये अपनी सीट को हर सेकेंड में आगे पीछे करते रहते हैं और तो और पालथी मारकर भी बैठ जाएंगे. अगर इनके बस में होता तो ये आपको प्लेन से बाहर फेंकने में भी पीछे नहीं रहते. ताकि खुद आपकी सीट पर पैर फैलाकर बैठ सकें. इनके पैर से आती 'सुगंध' की बात तो ना ही करें तो अच्छा. ये भूल जाते हैं कि परफ्यूम नाम की भी कोई चीज़ होती है और उसे इस्तेमाल भी करना चाहिए.
5- जमाखोर लोग
ये वो लोग होते हैं जो दो दिन की अपनी यात्रा के लिए 100 बैग साथ लेकर चलते हैं. प्लेन में तो ऐसे लोगों को फिर भी झेला जा सकता है लेकिन अगर आप ट्रेन में चल रहे हैं तो फिर भगवान ही बचा सकता है. अपने सामान को कहीं भी घुसाने के चक्कर में ये भूल जाते हैं कि और लोगों के पास भी सामान होते हैं और उसके लिए भी जगह की जरुरत होती है. हो सकता है कि आप अपनी सीट पर सामान के साथ बैठे हैं क्योंकि आस-पास की सारी जगह उन महाशय के सामानों से अटी पड़ी है.
6- मुझे सब पता है
ये वो अंकल/आंटी होते हैं जिन्हें दुनिया में सबसे ज्यादा ज्ञान होता है. यही सबसे ज्यादा जानते हैं और अगर आप इनके चंगुल में फंस गए तो मेरी एक ही सलाह है उल्टे पांव भाग लीजिए. वरना... हरि ओम्.
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