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जानते हैं टाइगर श्रॉफ का नाम टाइगर क्यों है?

    • आईचौक
    • Updated: 29 जुलाई, 2016 09:58 PM
  • 29 जुलाई, 2016 09:58 PM
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एक इंटरव्यू में टाइगर श्रॉफ ने अपने नाम के बारे में कुछ ऐसा कह दिया जिससे सोशल मीडिया पर उनका अच्छा खासा मजाक उड़ गया. उन्होंने बस यही तो बताया था कि उन्हें टाइगर नाम कैसे मिला.

इंटरनेश्नल टाइगर डे पर बॉलीवुड के ऑफिशियल टाइगर यानि टाइगर श्रॉफ की बात करना तो बनता है. अाखिर टाइगर डे पर टाइगर श्रॉफ ने सोशल मीडिया का सारा ध्यान अपनी तरफ जो खींच लिया है.

मुंबई मिरर को दिए गए एक इंटरव्यू में जब टाइगर श्रॉफ से पूछा गया कि क्या आपको कभी अपने नाम की वजह से शर्मिंदगी उठानी पड़ी? तो उन्होंने बड़े ही गर्व से कहा कि 'मेरे स्कूल में कोई दूसरा टाइगर नहीं था, सबको मेरा नाम बहुत कूल लगता था. मैं चाहता हूं कि मैं अपने करियर को उसी ऊंचाई पर ले जाऊं जहां बाकी टाइगर, जैसे गोल्फर टाइगर वुड्स और क्रिकेटर मंसूर अली खान पटौदी थे. मुझे ये नाम इसलिए मिला क्योंकि बचपन में मैं लोगों को काटता और खरोंचता था'.

ये भी पढ़ें- टाइगर श्रॉफ ये "हाउसवाइफ टाइप" लड़कियां क्या होती हैं?

अपने नाम की वजह से कभी शर्मिंदा नहीं हुए टाइगर

अब टाइगर ने तो ये इसलिए कहा क्योंकि वो खुद को टाइगर की तरह ही समझते हैं. लेकिन लोगों की मानें तो काटने और खरोंचने वाला सिर्फ एक ही जानवर तो है नहीं. तो होना क्या था, सोशल मीडिया पर लोगों ने ट्राइगर के प्रति अपने दिल की बातें रखना शुरू कर दीं. टाइगर भले ही अपने जीवन में अपने नाम की वजह से शर्मिंदा न हुए हों, लेकिन अपने इस शानदार जवाब के लिए जो रिएक्शन्स सोशल मीडिया पर आए, उन्हें देखकर टाइगर जरूर शर्मिंदा हुए होंगे.

इंटरनेश्नल टाइगर डे पर बॉलीवुड के ऑफिशियल टाइगर यानि टाइगर श्रॉफ की बात करना तो बनता है. अाखिर टाइगर डे पर टाइगर श्रॉफ ने सोशल मीडिया का सारा ध्यान अपनी तरफ जो खींच लिया है.

मुंबई मिरर को दिए गए एक इंटरव्यू में जब टाइगर श्रॉफ से पूछा गया कि क्या आपको कभी अपने नाम की वजह से शर्मिंदगी उठानी पड़ी? तो उन्होंने बड़े ही गर्व से कहा कि 'मेरे स्कूल में कोई दूसरा टाइगर नहीं था, सबको मेरा नाम बहुत कूल लगता था. मैं चाहता हूं कि मैं अपने करियर को उसी ऊंचाई पर ले जाऊं जहां बाकी टाइगर, जैसे गोल्फर टाइगर वुड्स और क्रिकेटर मंसूर अली खान पटौदी थे. मुझे ये नाम इसलिए मिला क्योंकि बचपन में मैं लोगों को काटता और खरोंचता था'.

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अपने नाम की वजह से कभी शर्मिंदा नहीं हुए टाइगर

अब टाइगर ने तो ये इसलिए कहा क्योंकि वो खुद को टाइगर की तरह ही समझते हैं. लेकिन लोगों की मानें तो काटने और खरोंचने वाला सिर्फ एक ही जानवर तो है नहीं. तो होना क्या था, सोशल मीडिया पर लोगों ने ट्राइगर के प्रति अपने दिल की बातें रखना शुरू कर दीं. टाइगर भले ही अपने जीवन में अपने नाम की वजह से शर्मिंदा न हुए हों, लेकिन अपने इस शानदार जवाब के लिए जो रिएक्शन्स सोशल मीडिया पर आए, उन्हें देखकर टाइगर जरूर शर्मिंदा हुए होंगे.

लेकिन टाइगर श्राॉफ को शर्मिंदा करना इतना भी आसान नहीं क्योंकि विलुप्त होने की कगार तक पहुंच चुके असल बाघों को बचाने के लिए वो रियल हीरो ही हैं. टाइगर श्रॉफ ने अपनी डेब्यू फिल्म 'हीरोपंती' के प्रमोशन के वक्त नागपुर में एक बाघिन को अडॉप्ट किया था. वो पेटा से भी जुड़े हुए हैं. और आज टाइगर डे पर उन्होंने पर्यावरण मंत्री अनिल दवे और पेटा इंडिया को पत्र भी लिखा है.

ये भी पढ़ें- सुपर हीरोज़ की ऑफीशियल बेइज्‍जती है 'फ्लाईंग जाट' का टीज़र

 पर्यावरण मंत्री को टाइगर श्रॉफ द्वारा लिखा गया पत्र

पत्र में उन्होंने बाघों और दूसरे जानवरों के संरक्षण पर ध्यान देने के लिए आग्रह किया है. तो इंसान अपने कामों से पहचाना जाता है, नाम में वैसे भी क्या रखा है.

इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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