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ट्रोलिंग के शिकार लोगों को Kalki Koechlin से कुछ सीख लेनी चाहिए!

    • बिलाल एम जाफ़री
    • Updated: 31 अक्टूबर, 2019 06:03 PM
  • 31 अक्टूबर, 2019 06:02 PM
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क्या आम क्या खास ट्रोलिंग का शिकार हम सभी होते हैं मगर इसका जो समाधान कल्कि कोचलिन ने निकाला है वो उन लोगों के लिए प्रेरणा है जो ट्रोल्स की बातों के चलते डिप्रेशन जैसी गंभीर बीमारी का शिकार हो जाते हैं.

सोशल मीडिया के आने से जहां एक तरफ सूचना के आदान प्रदान में सहूलियत हुई तो वहीं दूसरी तरफ इसके कुछ बुरे परिणाम भी देखने को मिले. बात अगर सोशल मीडिया के सबसे बुरे स्वरुप की हो तो वो ट्रोलिंग ही है जो न सिर्फ सबसे वीभत्स है बल्कि कई मामले ऐसे भी आए हैं जब ट्रोल्स की बातों से परेशान लोगों ने आत्महत्या तक की है. इतनी बातों के बाद अब अगर सवाल ये हो कि ट्रोल्स का शिकार आखिर कौन लोग होते हैं? तो जो जवाब सबसे पहले जहन में आएगा वो होगा सेलेब्रिटी. चाहे ट्विटर हो या फिर फेसबुक और इंस्टाग्राम आप किसी भी सेलेब्रिटी की सोशल मीडिया प्रोफाइल का रुख कर लीजिये वहां आपको ऐसे तमाम लोगों के कमेंट्स दिखेंगे जिन्हें देखने मात्र से ही इंसान के रौंगटे खड़े हो जाएंगे. अब कल्पना करिए उस सेलिब्रिटी की जिसे दिनभर ये सब झेलना पड़ता है. इतनी बातों के बाद सवाल हो सकता है कि हम ऐसी बातें क्यों कर रहे हैं ? कारण हैं अभिनेत्री Kalki Koechlin. कल्कि प्रेग्नेट हैं. बड़ी बात कल्कि का प्रेग्नेंट होना नहीं है बड़ी बात है कल्कि का अपने बॉय फ्रेंड के जरिये मां बनना. कल्कि ने अपनी प्रेगनेंसी की कुछ तस्वीरें अपने इंस्टाग्राम पर शेयर की थीं और हुआ वही जिसका अंदेशा था. लोग मॉरल पुलिसिंग में जुट गए और उसके नाम पर एक से एक भद्दी बातें की.

कल्कि ने उन लोगों को हिम्मत दी है जो आए रोज ट्रोल्स के निशाने पर आ जाते हैं

अपनी प्रेगनेंसी को लेकर कल्कि ने एक वेबसाइट से बात की है. साथ ही उन्होंने सोशल मीडिया पर लोगों रिएक्शन के बारे में  भी अपना पक्ष रखा है. वेबसाइट से बात करते हुए कल्कि ने कहा है कि, 'हां, मैं पहली बार बताने से पहले थोड़ी नर्वस थी. लेकिन मैं जानती थी कि कैसे कमेंट आएंगे और लोग किस तरह से जज करना शुरू कर देंगे. लेकिन बड़ी बात ये है कि मैं जब भी लोगों से फेस टू...

सोशल मीडिया के आने से जहां एक तरफ सूचना के आदान प्रदान में सहूलियत हुई तो वहीं दूसरी तरफ इसके कुछ बुरे परिणाम भी देखने को मिले. बात अगर सोशल मीडिया के सबसे बुरे स्वरुप की हो तो वो ट्रोलिंग ही है जो न सिर्फ सबसे वीभत्स है बल्कि कई मामले ऐसे भी आए हैं जब ट्रोल्स की बातों से परेशान लोगों ने आत्महत्या तक की है. इतनी बातों के बाद अब अगर सवाल ये हो कि ट्रोल्स का शिकार आखिर कौन लोग होते हैं? तो जो जवाब सबसे पहले जहन में आएगा वो होगा सेलेब्रिटी. चाहे ट्विटर हो या फिर फेसबुक और इंस्टाग्राम आप किसी भी सेलेब्रिटी की सोशल मीडिया प्रोफाइल का रुख कर लीजिये वहां आपको ऐसे तमाम लोगों के कमेंट्स दिखेंगे जिन्हें देखने मात्र से ही इंसान के रौंगटे खड़े हो जाएंगे. अब कल्पना करिए उस सेलिब्रिटी की जिसे दिनभर ये सब झेलना पड़ता है. इतनी बातों के बाद सवाल हो सकता है कि हम ऐसी बातें क्यों कर रहे हैं ? कारण हैं अभिनेत्री Kalki Koechlin. कल्कि प्रेग्नेट हैं. बड़ी बात कल्कि का प्रेग्नेंट होना नहीं है बड़ी बात है कल्कि का अपने बॉय फ्रेंड के जरिये मां बनना. कल्कि ने अपनी प्रेगनेंसी की कुछ तस्वीरें अपने इंस्टाग्राम पर शेयर की थीं और हुआ वही जिसका अंदेशा था. लोग मॉरल पुलिसिंग में जुट गए और उसके नाम पर एक से एक भद्दी बातें की.

कल्कि ने उन लोगों को हिम्मत दी है जो आए रोज ट्रोल्स के निशाने पर आ जाते हैं

अपनी प्रेगनेंसी को लेकर कल्कि ने एक वेबसाइट से बात की है. साथ ही उन्होंने सोशल मीडिया पर लोगों रिएक्शन के बारे में  भी अपना पक्ष रखा है. वेबसाइट से बात करते हुए कल्कि ने कहा है कि, 'हां, मैं पहली बार बताने से पहले थोड़ी नर्वस थी. लेकिन मैं जानती थी कि कैसे कमेंट आएंगे और लोग किस तरह से जज करना शुरू कर देंगे. लेकिन बड़ी बात ये है कि मैं जब भी लोगों से फेस टू फेस मिलती हूं. चाहें वो मेरे पड़ोसी हों या परिचित. वो लोग बहुत खुश और सपोर्टिव नजर आते हैं. सिर्फ सोशल मीडिया पर ट्रोलर्स ऐसी बातें करते हैं, जैसे ‘तुम्हारा पति कहां है?’, ‘तुम ऐसा कैसे कर सकती हो?’, ‘टाइट कपड़े मत पहनो’, ‘अपना पेट मत दिखाओ’ वगैरह. लेकिन मुझे पता था ये सब आने वाला है. ये होगा. मैं पिछले 10 सालों से सेलेब्रिटी हूं, इस जगह पर (फिल्म इंडस्ट्री में) हूं. तो मुझे पता है ये सब होगा. और मुझे इससे कोई दिक्कत भी नहीं है.'

एक ऐसे वक़्त में जब ऐसे कमेंट्स किसी भी प्रेग्नेट महिला को बहुत आहात कर सकते हैं और उसे डिप्रेशन में डाल सकते हैं जिस तरह से कल्कि ने ये सब हैंडल किया है वो अपने आप में कमाल है. कह सकते हैं कि कल्कि आम से लेकर खास तक उन तमाम लोगों के लिए एक नजीर हो गई हैं जो आए रोज सोशल मीडिया पर ट्रोल्स की भद्दी बातों और गंदी गालियों का शिकार होते हैं.

कल्कि ने जिस तरह की बातें कहीं हैं और जितना धैर्य उन्होंने इतने बड़े मसले पर दर्शाया है वो ये साफ़ बताता है कि हम जीवन में कुछ सीखें न सीखें मगर हमें चीजों को नजरंदाज करना जरूर सीख लेना चाहिए. बात सीधी और एकदम साफ़ है जहां दो लोग होते हैं उनमें भले ही कितनी समानता क्यों न हो मगर बात जब विचारों की आती है तो वो अवश्य ही भिन्न होते हैं. ऐसे में बात अगर ट्रोलिंग की हो तो प्रायः यही देखा गया है कि हम तभी लोगों को ट्रोल करते हैं जब उनके आचार- विचार हमारे विचारों से मेल नहीं खाते.

बात क्योंकि कल्कि की चल रही है तो हमारे लिए ये बताना भी बेहद जरूरी है कि वर्तमान परिदृश्य में कल्कि का शुमार उन लोगों में है जिनकी विचारधारा वामपंथ या ये कहें कि लेफ्ट की विचारधारा से मेल खाती है. अब जब कल्कि की विचारधारा का आलम ये है तो परेशानी होना और तरह तरह के सवाल झेलना उनके लिए स्वाभाविक है.

खैर मुद्दा इंटरव्यू के दौरान कल्कि द्वारा दिए गए जवाब हैं. अपने जवाबों से कल्कि ने एक बड़ा संदेश दिया है. जिस तरह के जवाब कल्कि ने दिए हैं वो उन लोगों के लिए एक बहुत बड़ी राहत है जो इसी गम में अपना शुगर, बीपी और कोलेस्ट्रोल बढ़ा रहे हैं कि सोशल मीडिया पर फलां व्यक्ति ने उसे क्या और कितना कहा. कुल मिलाकर बात का सार बस इतना है कि हमें बुराई और बुरी बातों को ठीक वैसे ही इग्नोर करना चाहिए जैसे 5 महीने की गर्भवती Kalki Koechlin ने किया है.

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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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