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विंग कमांडर अभिनंदन की रिहाई पर ये कह रही है पाकिस्तानी जनता

    • आईचौक
    • Updated: 28 फरवरी, 2019 08:32 PM
  • 28 फरवरी, 2019 08:32 PM
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विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान को छोड़ने का फैसला पाकिस्तान ने ले लिया है. लेकिन इमरान खान के इस फैसले पर पाकिस्तान की जनता क्या कह रही है वो भी जान लीजिए.

भारत का वीर विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान कल भारत लौट आएगा. रिपोर्ट्स के अनुसार अभिनंदर वर्धमान को रेड क्रॉस के जरिए वापस भेजा जाएगा. भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे युद्ध जैसे हालात के बीच पाकिस्तान की तरफ से भारतीय पायलट को गिरफ्तार कर लिया गया था. पाकिस्तान के पीएम इमरान खान के अपनी संसद में ऐलान किया है कि वह शांति चाहते हैं और भारतीय पायलट को कल रिहा कर देंगे. पाकिस्तान ये दावा कर रहा है कि ये शांति के लिए किया गया है और भारत के अनुसार विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान को जेल में वैसे भी पाकिस्तान नहीं रख सकता था क्योंकि जेनेवा कन्वेंशन के मुताबिक वो जंग के कैदी थे ही नहीं.

पाकिस्तान पर अंतरराष्ट्रीय कम्युनिटी के साथ-साथ भारत की तरफ से भी प्रेशर बनाया जा रहा था कि अगर विंग कमांडर अभिनंदन को छोड़ा नहीं गया तो आगे और भी ज्यादा नुकसान हो सकता है. पाकिस्तान की तरफ से ये फैसला चाहें जिस भी कारण से लिया गया हो, लेकिन भारत के लिए तो खुशी की बात है कि पाकिस्तान से हमारा शेर वापस आ रहा है.

पूरे भारत में तो खुशी की लहर दौड़ गई है. वो सभी जो अभिनंदन वर्धमान की सुरक्षित वापसी की कामना कर रहे थे अब थोड़े शांत हैं, लेकिन सरहद पार इस खबर को अच्छी तरह नहीं लिया जा रहा है. कुछ पाकिस्तानी इसे इमरान खान की शांति प्रिय नीति का नमूना मान रहे हैं तो कुछ कह रहे हैं कि पाकिस्तान को विंग कमांडर को नहीं छोड़ना चाहिए था.

ट्विटर पर पाकिस्तानियों द्वारा विंग कमांडर अभिनंदन को लेकर नकारात्मक सोच साफ देखी जा सकती है.

इस मामले में पाकिस्तानी कह रहे हैं कि ये इमरान खान की दरियादिली है जब्कि ये तो जेनेवा कन्वेंशन का नतीजा है.

यहां तक की कई पाकिस्तानी भारतीय मीडिया को भी बुरा भला कह रहे हैं क्योंकि वो सच्चाई बता रही है. कुछ कह रहे...

भारत का वीर विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान कल भारत लौट आएगा. रिपोर्ट्स के अनुसार अभिनंदर वर्धमान को रेड क्रॉस के जरिए वापस भेजा जाएगा. भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे युद्ध जैसे हालात के बीच पाकिस्तान की तरफ से भारतीय पायलट को गिरफ्तार कर लिया गया था. पाकिस्तान के पीएम इमरान खान के अपनी संसद में ऐलान किया है कि वह शांति चाहते हैं और भारतीय पायलट को कल रिहा कर देंगे. पाकिस्तान ये दावा कर रहा है कि ये शांति के लिए किया गया है और भारत के अनुसार विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान को जेल में वैसे भी पाकिस्तान नहीं रख सकता था क्योंकि जेनेवा कन्वेंशन के मुताबिक वो जंग के कैदी थे ही नहीं.

पाकिस्तान पर अंतरराष्ट्रीय कम्युनिटी के साथ-साथ भारत की तरफ से भी प्रेशर बनाया जा रहा था कि अगर विंग कमांडर अभिनंदन को छोड़ा नहीं गया तो आगे और भी ज्यादा नुकसान हो सकता है. पाकिस्तान की तरफ से ये फैसला चाहें जिस भी कारण से लिया गया हो, लेकिन भारत के लिए तो खुशी की बात है कि पाकिस्तान से हमारा शेर वापस आ रहा है.

पूरे भारत में तो खुशी की लहर दौड़ गई है. वो सभी जो अभिनंदन वर्धमान की सुरक्षित वापसी की कामना कर रहे थे अब थोड़े शांत हैं, लेकिन सरहद पार इस खबर को अच्छी तरह नहीं लिया जा रहा है. कुछ पाकिस्तानी इसे इमरान खान की शांति प्रिय नीति का नमूना मान रहे हैं तो कुछ कह रहे हैं कि पाकिस्तान को विंग कमांडर को नहीं छोड़ना चाहिए था.

ट्विटर पर पाकिस्तानियों द्वारा विंग कमांडर अभिनंदन को लेकर नकारात्मक सोच साफ देखी जा सकती है.

इस मामले में पाकिस्तानी कह रहे हैं कि ये इमरान खान की दरियादिली है जब्कि ये तो जेनेवा कन्वेंशन का नतीजा है.

यहां तक की कई पाकिस्तानी भारतीय मीडिया को भी बुरा भला कह रहे हैं क्योंकि वो सच्चाई बता रही है. कुछ कह रहे हैं कि कश्मीर मसले का हल किए बिना नहीं छोड़ना था.

पाकिस्तानी लगातार सच दिखा रही भारतीय मीडिया को बुरा भला कह रहे हैं.

यहां तक कि कुछ पाकिस्तानी तो सिपाही मकबूल हुसैन का जिक्र भी ले आए. ये दिखाने की कोशिश कर रहे हैं कि पाकिस्तान कितना सही है और भारत गलत, लेकिन वो ये भूल रहे हैं कि भारत के कई वीर जवान भी पाकिस्तान की जेलों में बंद रहे हैं और विंग कमांडर अभिनंदन तो जंग के कैदी थे ही नहीं. तो फिर उन्हें जेल में बंद रखने का कोई हक था ही नहीं.

यहां तक कि पाकिस्तान के जाने माने पत्रकार भी इस तरह की बातें कर रहे हैं कि ये फैसला सही नहीं था और पाकिस्तान को किसी तरह की डील करनी चाहिए थी.

ये वो पत्रकार हैं जो भारतीय मसलों पर अपनी राय रखते हैं और लगातार जुड़े रहते हैं. इन्हें लगता है कि बेकसूर अभिनंदन को छोड़ने का फैसला गलत था.

कई पाकिस्तानी चाह रहे थे कि अभिनंदन कुमार के बदले पाकिस्तान से कोई डील की जाए और अभिनंदन कुमार को जल्दी छोड़ने का फैसला सही नहीं है.

इसी बीच लगभग 70% ट्वीट्स में पाकिस्तानी कह रहे थे कि इमरान खान ने अमन की चाहत में ऐसा किया है और उन्हें पाकिस्तान पर नाज़ है. अधिकतर कह रहे थे कि पाकिस्तान ने भारत के सामने मिसाल कायम की है और पाकिस्तान बड़े दिल वाला देश है. ये पाकिस्तानी शायद ये भूल गए हैं कि भारत ने हमेशा से ही बड़ा दिल रखा है और हमेशा शांति प्रिय देश रहा है. कभी भी अपने से हमला नहीं किया और जब तक भारतीय सपूतों पर आंच नहीं आई तब तक सर्जिकल स्ट्राइक भी नहीं की थी. ये बहुत दुखद था कि अभिनंदन कुमार का प्लेन पाकिस्तानी सीमा में गिरा, लेकिन वो गिरा भी इसलिए क्योंकि पाकिस्तानी फाइटर जेट बेफालतू में भारतीय सीमा में घुसकर बम दागने की कोशिश कर रहे थे.

ये किस शांति प्रिय देश की हरकत है कि किसी देश में घुसकर मिलिट्री ठिकानों पर हमला किया जाए जबकि उस देश ने तो सिर्फ अपने खोए हुए सिपाहियों का बदला लिया है. वो भी आतंकी ठिकानों पर हमला करके लेकिन पाकिस्तान को ये समझ नहीं आया. और अब कह रहे हैं कि पाकिस्तानी सिर्फ शांति चाहते हैं.

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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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