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आंखों पर टैटू बनवाने वाले इस भारतीय को जानते हैं आप?

    • आईचौक
    • Updated: 08 अक्टूबर, 2017 05:59 PM
  • 08 अक्टूबर, 2017 05:59 PM
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दुनिया भर में कुछ गिने-चुने ही ऐसे लोग होंगे जिन्होंने ये टैटू करवाया है और उन गिने चुने लोगों में से एक अब भारतीय भी है.

कहते हैं कि किसी इंसान की ख्वाहिश उससे कुछ भी करवा लेती है. कुछ भी का मतलब कुछ भी.. किसी को वर्ल्ड टूर की ख्वाहिश होती है तो किसी को अपने पसंदीदा इंसान से शादी करने की, लेकिन क्या आप जानते हैं कि अपनी आंखों में टैटू करवाने का नया ट्रेंड लोगों के सिर चढ़ रहा है.

दुनिया भर में कुछ गिने-चुने ही ऐसे लोग होंगे जिन्होंने ये टैटू करवाया है और उन गिने चुने लोगों में से एक अब भारतीय भी है. दिल्ली के टैटू और पियरसिंग आर्टिस्ट करन पहले ऐसे भारतीय बन गए हैं जिन्होंने ये टैटू बनवाया है. 28 साल के करन का दिल्ली में अपना अलग स्टूडियो है और वो अपने इस शौक को पूरा करने से बेहद खुश हैं. करन ने टैटू का शौक 16 साल की उम्र से पाला और तब से लेकर अब तक वो न जाने कितने टैटू बनवा चुके हैं. करन का कहना है कि वो फुल बॉडी सूट यानि सिर की खाल से लेकर पैर के नाखून तक टैटू बनवाने की तैयारी कर रहे हैं.

करन ने ये टैटू एक ऑस्ट्रेलियन टैटू आर्टिस्ट से बनवाया है जो करन के हिसाब से इस तकनीक के रचियता हैं और अमेरिका में अपना टैटू स्टूडियो खोला हुआ है.

कितना दर्दनाक है ये शौक...

ये उन लोगों के लिए नहीं है जिन्हें आम टैटू बनवाने में भी दर्द होता है. इस प्रोसेस में सुई की मदद से आंखों के सफेद हिस्से में परमानेंट इंक लगा दी जाती है. इसके बाद आंखें किसी और रंग की हो जाती हैं.

दर्द का अंदाजा तो लगाया ही नहीं जा सकता और इसके लिए वाकई हिम्मत चाहिए. करण ने जो काम किया है वो वाकई बहुत हिम्मती है. बॉडी मॉडिफिकेशन को लेकर कई लोगों में क्रेज देखा गया है. कोई अपने पूरे शरीर में छेट करवा लेता है, कोई शैतान जैसा दिखना चाहता है, कोई प्लास्टिक सर्जरी करवाता है तो कोई टैटू बनवाता है. कुछ लोग तो ऐसे भी हैं जो सांप की तरह अपनी जीभ दो भाग में चिरवा लेते हैं और...

कहते हैं कि किसी इंसान की ख्वाहिश उससे कुछ भी करवा लेती है. कुछ भी का मतलब कुछ भी.. किसी को वर्ल्ड टूर की ख्वाहिश होती है तो किसी को अपने पसंदीदा इंसान से शादी करने की, लेकिन क्या आप जानते हैं कि अपनी आंखों में टैटू करवाने का नया ट्रेंड लोगों के सिर चढ़ रहा है.

दुनिया भर में कुछ गिने-चुने ही ऐसे लोग होंगे जिन्होंने ये टैटू करवाया है और उन गिने चुने लोगों में से एक अब भारतीय भी है. दिल्ली के टैटू और पियरसिंग आर्टिस्ट करन पहले ऐसे भारतीय बन गए हैं जिन्होंने ये टैटू बनवाया है. 28 साल के करन का दिल्ली में अपना अलग स्टूडियो है और वो अपने इस शौक को पूरा करने से बेहद खुश हैं. करन ने टैटू का शौक 16 साल की उम्र से पाला और तब से लेकर अब तक वो न जाने कितने टैटू बनवा चुके हैं. करन का कहना है कि वो फुल बॉडी सूट यानि सिर की खाल से लेकर पैर के नाखून तक टैटू बनवाने की तैयारी कर रहे हैं.

करन ने ये टैटू एक ऑस्ट्रेलियन टैटू आर्टिस्ट से बनवाया है जो करन के हिसाब से इस तकनीक के रचियता हैं और अमेरिका में अपना टैटू स्टूडियो खोला हुआ है.

कितना दर्दनाक है ये शौक...

ये उन लोगों के लिए नहीं है जिन्हें आम टैटू बनवाने में भी दर्द होता है. इस प्रोसेस में सुई की मदद से आंखों के सफेद हिस्से में परमानेंट इंक लगा दी जाती है. इसके बाद आंखें किसी और रंग की हो जाती हैं.

दर्द का अंदाजा तो लगाया ही नहीं जा सकता और इसके लिए वाकई हिम्मत चाहिए. करण ने जो काम किया है वो वाकई बहुत हिम्मती है. बॉडी मॉडिफिकेशन को लेकर कई लोगों में क्रेज देखा गया है. कोई अपने पूरे शरीर में छेट करवा लेता है, कोई शैतान जैसा दिखना चाहता है, कोई प्लास्टिक सर्जरी करवाता है तो कोई टैटू बनवाता है. कुछ लोग तो ऐसे भी हैं जो सांप की तरह अपनी जीभ दो भाग में चिरवा लेते हैं और फिर दो अलग-अलग जीभ के साथ रहते हैं.

बॉडी मॉडिफिकेशन हर किसी को सूट हो जाए या पछतावा न हो ऐसा भी नहीं होता. हाल ही में एक 24 साल की मॉडल को आईबॉल टैटू करवाने के बाद बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ा. कैट गालिंगर नाम की कनाडाई मॉडल की आंखों में आईबॉल टैटू करवाने के बाद सूजन आ गई और बैंगनी आंसू निकलने लगे. उसने अपनी आंखें बैंगनी करवाई थीं. सूजन बढ़ती गई और बाद में एक आंख से दिखना भी कम हो गया. समय ही बताएगा कि आगे उसकी आंखों में कितनी तकलीफ होती है या फिर नजर की समस्या कैसे हल होती है.

इस मॉडल के मामले में करन का कहना है कि उसे आईबॉल टैटू करवाने से पहले ये सोचना चाहिए था कि कहां से करवा रही है. करन ने ये टैटू उस इंसान से करवाया है जिसने इसे इजात किया था और 10 साल की प्रैक्टिस की थी. करन का कहना है कि उन्हें ऐसा करवाने का कोई पछतावा नहीं हुआ और उन्हें ये अच्छा लग रहा है.

ये तो करन की अपनी स्वेच्छा है, लेकिन अगर कोई और भी इस तरह का बॉडी मॉडिफिकेशन करवाने के बारे में सोच रहा है तो उसे ये समझना चाहिए कि शरीर के साथ ऐसा कुछ भी करने से उन्हें बाद में दिक्कत भी हो सकती है. हर चीज हर बार ट्राय की जाए ये जरूरी तो नहीं. हालांकि, करन का लुक वाकई लाजवाब है...

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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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