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घोड़ा नकली हुआ तो कंगना का राष्ट्रवाद कैसे नकली हो गया?

    • पारुल चंद्रा
    • Updated: 22 फरवरी, 2019 10:24 PM
  • 22 फरवरी, 2019 10:24 PM
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कंगना रनाउत को नकले घोड़े पर बैठे देखकर हंसी आना समझ आता है लेकिन इसके लिए उनका मजाक बनाना गले नहीं उतरता. और तो और इस वीडियो को आधार बनाकर कंगना की राष्ट्रभक्ति पर उंगली भी उठाई जाने लगी है.

फिल्म मणिकर्णिका की सफलता किसी से छिपी नहीं है. लेकिन जितनी सच इस फिल्म की सफलता है उतनी ही सच ये बात भी कि पूरी दुनिया फिल्म की हीरोइन कंगना रनाउत के पीछे पड़ गई है.

हाल ही में फिल्म मणिकर्णिका की शूटिंग का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें कंगना एक टॉय हॉर्स यानी नकली घोड़े पर बैठकर फिल्म की शूटिंग करती दिख रही हैं. इस वीडियो को देखकर लोग हंस रहे हैं. हंसना स्वाभाविक है, क्योंकि फिल्म में जो दृश्य बेहद प्रभावशाली दिखते हैं वो शूटिंग के दौरान कैसे होते हैं वो ये वीडियो साफ दिखाता है.

जो सीन हमें फिल्म में एकदम असली दिखाई देते हैं वो असल में इसी तरह फिल्माए जाते हैं. बड़ी-बड़ी फिल्में चाहे वो बाहुबली हो या हॉलीवुड की कोई एक्शन फिल्म, उनकी शूटिंग इसी तरह की जाती है जिसका सच्चाई से कोई लेना देना नहीं होता.

वीडियो को देखकर हंसी आई समझ में आता है. लेकिन इसके लिए कंगना रनाउत का मजाक बनाना गले नहीं उतरता. सोशल मीडिया पर कंगना को खूब ट्रोल किया जा रहा है. और तो और इस वीडियो को आधार बनाकर कंगना की राष्ट्रभक्ति पर उंगली भी उठाई जाने लगी है.

पुलवामा हमले के बाद जिस तरह देश भर के लोगों में गुस्सा था, उसी तरह कंगना ने भी झांसी की रानी की तरह अपना गुस्सा दिखाया था. पाकिस्तान को लेकर कंगना इतनी खफा थीं कि उन्होंने कहा था कि 'पाकिस्तान ने न सिर्फ़ हमारे देश की सुरक्षा पर हमला किया है, बल्कि इस हमले के ज़रिए उसने खुलेआम हमें चुनौती दी है, हमारे आत्मसम्मान को गहरी चोट पहुंचाई है, हमारा अपमान किया है. ऐसे में अब हमें एक निर्णायक कदम उठाना होगा. वरना हमारी चुप्पी को हमारी कायरता समझ लिया जाएगा. आज भारत लहूलुहान है. ऐसे में जो भी अहिंसा और शांति की बात करेगा, उनका मुंह...

फिल्म मणिकर्णिका की सफलता किसी से छिपी नहीं है. लेकिन जितनी सच इस फिल्म की सफलता है उतनी ही सच ये बात भी कि पूरी दुनिया फिल्म की हीरोइन कंगना रनाउत के पीछे पड़ गई है.

हाल ही में फिल्म मणिकर्णिका की शूटिंग का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें कंगना एक टॉय हॉर्स यानी नकली घोड़े पर बैठकर फिल्म की शूटिंग करती दिख रही हैं. इस वीडियो को देखकर लोग हंस रहे हैं. हंसना स्वाभाविक है, क्योंकि फिल्म में जो दृश्य बेहद प्रभावशाली दिखते हैं वो शूटिंग के दौरान कैसे होते हैं वो ये वीडियो साफ दिखाता है.

जो सीन हमें फिल्म में एकदम असली दिखाई देते हैं वो असल में इसी तरह फिल्माए जाते हैं. बड़ी-बड़ी फिल्में चाहे वो बाहुबली हो या हॉलीवुड की कोई एक्शन फिल्म, उनकी शूटिंग इसी तरह की जाती है जिसका सच्चाई से कोई लेना देना नहीं होता.

वीडियो को देखकर हंसी आई समझ में आता है. लेकिन इसके लिए कंगना रनाउत का मजाक बनाना गले नहीं उतरता. सोशल मीडिया पर कंगना को खूब ट्रोल किया जा रहा है. और तो और इस वीडियो को आधार बनाकर कंगना की राष्ट्रभक्ति पर उंगली भी उठाई जाने लगी है.

पुलवामा हमले के बाद जिस तरह देश भर के लोगों में गुस्सा था, उसी तरह कंगना ने भी झांसी की रानी की तरह अपना गुस्सा दिखाया था. पाकिस्तान को लेकर कंगना इतनी खफा थीं कि उन्होंने कहा था कि 'पाकिस्तान ने न सिर्फ़ हमारे देश की सुरक्षा पर हमला किया है, बल्कि इस हमले के ज़रिए उसने खुलेआम हमें चुनौती दी है, हमारे आत्मसम्मान को गहरी चोट पहुंचाई है, हमारा अपमान किया है. ऐसे में अब हमें एक निर्णायक कदम उठाना होगा. वरना हमारी चुप्पी को हमारी कायरता समझ लिया जाएगा. आज भारत लहूलुहान है. ऐसे में जो भी अहिंसा और शांति की बात करेगा, उनका मुंह काला किया जाना चाहिए, फिर उन्हें गधे पर बैठाकर सरेआम सड़क पर घुमाना चाहिए और उन्हें तमाचे रसीद करने चाहिए.'

कंगना किसी भी मामले पर बेबाक होकर बोलती हैं

कंगना से जब जावेद अख़्तर और शबाना आज़मी के पाकिस्तान न जाने पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा- "शबाना आज़मी द्वारा सांस्कृतिक आदान-प्रदान पर रोक लगाने का फैसला हैरान करता है. ये वही लोग हैं जो 'टुकड़े टुकड़े गैंग' के समर्थक हैं. जब उरी हमले के बाद पाकिस्तान के कलाकारों पर बंदिश लगाई जा चुकी हैं तो ऐसे में कराची में कार्यक्रम का आयोजन करने का क्या तुक है? अब वो अपना चेहरा बचाने की कोशिश कर रहे हैं. फिल्म इंडस्ट्री ऐसे देशद्रोहियों से भरी पड़ी है, जो दुश्मनों का हौसला बढ़ाते रहते हैं. अब वक्त आ गया है कि कोई ठोस और निर्णायक कदम उठाया जाए. पाकिस्तान पर पाबंदी लगाना हमारा फोकस नहीं होना, बल्कि पाकिस्तान की बर्बादी हमारा मकसद होना चाहिए."

इसी सिलसिले में कंगना ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अनुच्छेद 370 को राज्य से हटाने की गुजारिश भी की है. लेकिन कंगना की इन सभी बातों को एक झटके में नकली बता दिया जाता है. क्योंकि जिस घोड़े पर बैठकर कंगना यानी झांसी की रानी लड़ाई लड़ रही थी वो घोड़ा नकली था.

हालांकि इस वीडियो को कंगना के राष्ट्रवाद से जोड़ने वाले को लोगों को खूब सुननी भी पड़ी है.

यहां बात कंगना का साथ देने की नहीं बल्कि तार्किक सोच की है

कंगना की बहन भी कंगना के बचाव में लोगों को मुंह-तोड़ जवाब दे रही हैं.

रंगोली को भी अपनी बहन कंगना के बचाव में आना पड़ा

हालांकि कंगना ने फिल्म के लिए घुड़सवारी भी की है और एक सीन में तो उनकी जान जाते-जाते बची थी. जिसका जिक्र उन्होंने एक न्यूज़ चैनल पर भी किया था. कंगना के सपोर्ट में आए लोगों ने ये वीडियो भी जवाब में पोस्ट किया है.

लेकिन ये कब तक चलेगा कि भारत के लोग ही अपने लोगों की देशभक्ति को आंकते रहेंगे. जो शांति की बात करता है वो देशद्रोही हो जाता है. जो हमले की निंदा नहीं करता उसकी देशभक्ति पर उंगली उठा दी जाती है. जो देश के लिए मरने मारने की बात करता है उसको भी शक की निगाह से देखा जाता है. कभी कभी तो हमारे देश के पढ़े लिखे युवाओं की समझ पर हंसी आती है कि आखिर वो सोशल मीडिया पर इस तरह की बातें लिखकर साबित क्या करना चाहते हैं. फिल्म कैसे फिल्माई गई है उससे कंगना के राष्ट्रवाद से क्या लेना देना. और अगर लेना देना है, तो उन्हें ये भी बताना चाहिए कि लोग क्या करें जिससे उनकी देशभक्ति सही साबित हो, फेक न लगे. उन्हें सच्चा देशभक्त दिखाने के लिए क्या करना चाहिए और क्या नहीं?

पाकिस्तान से जंग लड़ने की बातें हो रही हैं और हमारे देश के युवाओं को सोशल मीडिया पर लड़ने से फुर्सत नहीं है. बहरहाल कंगना को इस पूरे मामले में घसीटने से कंगना की वो बात तो सही साबित होती है जो उन्होंने कुछ समय पहले कहीं थीं कि उनके खिलाफ सब गैंग अप कर रहे हैं? ये उनके पीछे पड़ना ही हुआ न.

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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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