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सऊदी अरब : 'एन्टी करप्शन' मुहिम के नाम पर शहजादों की शामत

    • आईचौक
    • Updated: 06 नवम्बर, 2017 05:37 PM
  • 06 नवम्बर, 2017 05:37 PM
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सऊदी अरब के राजा सलमान ने राज परिवार के एक अहम राजकुमारों का मंत्रीपद छीन लिया है और कई ताकतवर लोगों को जेल की हवा खिलवा दी है, लेकिन इसके पीछे एक अहम साजिश छुपी है...

एक तरफ पैराडाइज पेपर्स का मामला सामने आया है और दूसरी तरफ सऊदी अरब में शायद दुनिया की सबसे बड़ी एंटी करप्शन मुहिम चलाई जा रही है. सऊदी अरब के राजा सलमान ने राज परिवार के एक अहम राजकुमार का मंत्रीपद छीन लिया है और कई ताकतवर लोगों को जेल की हवा खिलवा दी है.

आखिर ये भलमंसाहत अब क्यों? इसका जवाब भी बड़ा सीधा सा है... राजा ने अपने बेटे के रास्ते में आने वाले लगभग हर राजकुमार को जेल भिजवा दिया. अब इससे हुआ ये कि सऊदी के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के लिए राज गद्दी का मामला साफ हो गया है.

ये पूरा घटनाक्रम एक नई गठित कमेटी के अंतर्गत हुआ. ये एंटी करप्शन कमेटी है और इसके हेड भी क्राउन प्रिंस ही हैं.

सऊदी के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान

कुल मिलाकर अभी तक 11 प्रिंस, 4 मिनिस्टर और करीब एक दर्जन पूर्व मिनिस्टर पकड़े जा चुके हैं. इनमें सऊदी के पूर्व राजा अब्दुल्लाह का बेटा प्रिंस मैतेब भी शामिल है. उसे नेशनल गार्ड के प्रमुख के रौबदार रुतबे से हटा दिया गया है. इसके अलावा, राजकुमार अलवालीद बिन तलाल जो दुनिया के सबसे अमीर लोगों में से एक है उसे भी अरेस्ट कर लिया गया है. आपको बता दूं कि तलाल के एपल, ट्विटर, सिटिग्रुप आदि कंपनियों में भी शेयर हैं.

क्या कहना है राजा का...

सऊदी के राजा सलमान का कहना है कि जो भी आम जनता के पैसे का दुरुपयोग अपने फायदे के लिए करेगा, उसके खिलाफ सख्‍ती कानूनी कार्रवाई की जाएगी. इसके लिए छोटे बड़े का फर्क नहीं किया जाएगा.

राजा सलमान ने पहले से ही राज परिवार के बाकी सदस्यों को रास्ते से हटाना शुरू कर दिया था जो क्राउन प्रिंस के रास्ते में आते. राजा अब 81 साल के हो चुके हैं और शायद यही वजह रही है कि जल्द से जल्द वो अपने बेटे के लिए राजगद्दी तैयार करना चाहते...

एक तरफ पैराडाइज पेपर्स का मामला सामने आया है और दूसरी तरफ सऊदी अरब में शायद दुनिया की सबसे बड़ी एंटी करप्शन मुहिम चलाई जा रही है. सऊदी अरब के राजा सलमान ने राज परिवार के एक अहम राजकुमार का मंत्रीपद छीन लिया है और कई ताकतवर लोगों को जेल की हवा खिलवा दी है.

आखिर ये भलमंसाहत अब क्यों? इसका जवाब भी बड़ा सीधा सा है... राजा ने अपने बेटे के रास्ते में आने वाले लगभग हर राजकुमार को जेल भिजवा दिया. अब इससे हुआ ये कि सऊदी के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के लिए राज गद्दी का मामला साफ हो गया है.

ये पूरा घटनाक्रम एक नई गठित कमेटी के अंतर्गत हुआ. ये एंटी करप्शन कमेटी है और इसके हेड भी क्राउन प्रिंस ही हैं.

सऊदी के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान

कुल मिलाकर अभी तक 11 प्रिंस, 4 मिनिस्टर और करीब एक दर्जन पूर्व मिनिस्टर पकड़े जा चुके हैं. इनमें सऊदी के पूर्व राजा अब्दुल्लाह का बेटा प्रिंस मैतेब भी शामिल है. उसे नेशनल गार्ड के प्रमुख के रौबदार रुतबे से हटा दिया गया है. इसके अलावा, राजकुमार अलवालीद बिन तलाल जो दुनिया के सबसे अमीर लोगों में से एक है उसे भी अरेस्ट कर लिया गया है. आपको बता दूं कि तलाल के एपल, ट्विटर, सिटिग्रुप आदि कंपनियों में भी शेयर हैं.

क्या कहना है राजा का...

सऊदी के राजा सलमान का कहना है कि जो भी आम जनता के पैसे का दुरुपयोग अपने फायदे के लिए करेगा, उसके खिलाफ सख्‍ती कानूनी कार्रवाई की जाएगी. इसके लिए छोटे बड़े का फर्क नहीं किया जाएगा.

राजा सलमान ने पहले से ही राज परिवार के बाकी सदस्यों को रास्ते से हटाना शुरू कर दिया था जो क्राउन प्रिंस के रास्ते में आते. राजा अब 81 साल के हो चुके हैं और शायद यही वजह रही है कि जल्द से जल्द वो अपने बेटे के लिए राजगद्दी तैयार करना चाहते हैं.

सऊदी की एक पावरफुल पॉलिटिकल प्रैक्टिस फर्म एलिफ एडवाइसरी के हेड हनी सब्रा का कहना है कि जो तरीका सऊदी के राजा ने अपनाया है वो काफी खतरनाक है क्योंकि इससे सऊदी के कुछ अहम परिवार क्राउन प्रिंस के खिलाफ हो सकते हैं. लेकिन इसकी गुंजाइश भी ज्यादा है कि क्राउन प्रिंस इससे और भी ज्यादा ताकतवर बन जाए. ये कब तक होगा इसके बारे में तो नहीं कहा जा सकता है, लेकिन ये जरूर कह सकते हैं कि इसके बाद मोहम्मद बिन सलमान राजा की कुर्सी के थोड़ा करीब आ गए हैं.

दुनिया के सबसे अमीर लोगों में से एक अलवालीद बिन तलाल

सऊदी अरब जो कभी एक डेमोक्रेटिक देश नहीं था हमेशा से राज घराने के अधीन है. ऐसे में सरकारी एजेंसियों से लेकर तेल के कुओं तक सब कुछ एक ही परिवार के आदेश पर होता है. जहां पिता राजा हैं वहीं राजकुमार मोहम्मत एक ऐसे व्यक्तित्व के रूप में उभरे हैं जो सरकार के लगभग सभी हिस्सों को काबू कर सकते हैं. डिफेंस से लेकर सेंट्रल बैंक तक सब कुछ उनके हिस्से में है. प्रिंस ने पहले ही अपने इरादे साफ कर दिए हैं. इसमें पब्लिक की तनख्वाह काटना, ईरान के खिलाफ कार्यवाही, सरकारी व्यवसायों को बेचने जैसे कई काम शामिल हैं.

राजा ने पहले ही इकोनॉमी और प्लानिंग मिनिस्टर ऐदल फाकेह और उनके सलाहकार मोहम्मद अल तुवैज्री को हटा दिया है. आपको बता दूं कि तुवैज्री का पिछले साल सऊदी अरब की इकोनॉमी को बनाने में अहम हिस्सा रहा है. 2016 में सरकार से जुड़ने के पहले वो HSBC होल्डिंग के अधिकारी थे. उन्होंने सराकर की तरफ से हमेशा इकोनॉमिक रिफॉर्म को लेकर बात की.

एंटी करप्शन कमेटी जिस तरह से काम कर रही है उससे शक के दायरे में आए लोगों की प्रॉपर्टी और उन्हें मिलने वाले फंड की जांच हो सकती है. इससे उनके गैरकानूनी पैसे को कानूनी करने वाले प्रोसेस को पकड़ा जा सकेगा और आधिकारिक ऑर्डर की बात करें तो उसमें यही लिखा है कि ऐसे किसी भी इंसान को अरेस्ट कर लिया जाए जो पब्लिक इंट्रेस्ट से पहले अपने इंट्रेस्ट को देखेगा.

पूरी दुनिया पर असर...

इससे सिर्फ सऊदी में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया पर थोड़ा न थोड़ा असर पड़ सकता है. जहां तक हम बात कर रहे हैं प्रिंस तलाल की जो सबसे अमीर हैं तो उनकी हिस्सेदारी ट्विटर, एपल, मोटोरोला, लिफ्ट आदि कंपनियों में है. इसके अलावा, उनके पास फोर सीजन होटल एंड रिजॉर्ट के करीब 45% शेयर हैं.

दुनिया के कुछ सबसे बड़े रियल एस्टेट प्रोजेक्ट्स में उनकी हिस्सेदारी रही है. इसमें जेद्दाह टावर सऊदी अरब, कैनेरी राफ लंदन आदि शामिल हैं. जितने भी लोगों को पकड़ा गया है उनसे पूछताछ होगी और सीधी सी बात है कि उनके द्वारा इन्वेस्ट की गई संपत्ती की भी जांच होगी. सीधे तौर पर वो संपत्ती भी गैरकानूनी हो सकती है और इससे उन कंपनियों की भी जांच हो सकती है. हालांकि, ये बड़ा लंबा प्रोसेस है और उससे बहुत ज्यादा फर्क न पड़े, लेकिन फिर भी सोचा तो जा सकता है. आखिर सऊदी की सरकार के इतने अहम मुलाजिम जो पकड़े गए हैं.

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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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