• होम
  • सियासत
  • समाज
  • स्पोर्ट्स
  • सिनेमा
  • सोशल मीडिया
  • इकोनॉमी
  • ह्यूमर
  • टेक्नोलॉजी
  • वीडियो
होम
सोशल मीडिया

बेटर डॉट कॉम वाले विशाल गर्ग का कांड था ही ऐसा, सुर्ख़ियों में तो आना ही था!

    • बिलाल एम जाफ़री
    • Updated: 21 जनवरी, 2022 07:56 PM
  • 21 जनवरी, 2022 07:56 PM
offline
Better Dot Com controversy कौन हैं विशाल गर्ग और आखिर उन्होंने ऐसा क्या कर दिया जिसके बाद उनका सोशल मीडिया पर चर्चा में आना और तमाम तरह की आलोचना सहना लाजमी था.

Better.com Vishal Garg Controversy : भले ही 5 राज्यों में चुनाव हों लेकिन कॉरपोरेट और स्टार्ट अप में नौकरी करने वाले किसी आम वोटर के लिए डिस्कशन का हॉट टॉपिक न तो अखिलेश यादव और योगी आदित्यनाथ हैं. न ही उसे चरणजीत सिंह चन्नी और नवजोत सिंह सिद्धू के बीच की कैट फाइट में कोई इंटरेस्ट है. गोवा और उत्तराखंड का भी जिक्र ऐसे लोग बस तब ही करते हैं जब लॉन्ग वीकेंड हो और मैनेजर उसकी छुट्टी अप्रूव कर दे. जिक्र छुट्टी का हुआ है और हॉट टॉपिक ऑफ डिस्कशन का हुआ है तो ऐसे लोगों के बीच 'विशाल गर्ग' खूब सुर्खियां बटोर रहे हैं. बटोरें भी क्यों न? कांड भी तो उन्होंने कोई छोटा मोटा नहीं किया है.

कांड पर बात होगी लेकिन उससे पहले हमारे लिए ये जान लेना बहुत जरूरी हो जाता है कि आखिर कौन हैं ये विशाल गर्ग जिन्होंने कॉरपोरेट और स्टार्टअप में नौकरी करने वाले तो कोस ही रहे हैं. साथ ही जिन्हें और जिनकी हरकत को लेकर महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने भी अपने मन की बात की है. घनघोर की है. घमासान की है.

विशाल गर्ग ने ज़ूम कॉल पर जो अपने कमर्चारियों के साथ किया आलोचना तो होनी ही थी

कौन हैं विशाल गर्ग क्यों हैं सुर्ख़ियों में?

सोशल मीडिया पर तमाम यूजर्स ऐसे हैं जो विशाल गर्ग की तुलना मुहम्मद बिन तुगलक और हिटलर से कर रहे हैं और उन्हें खड़ूस बॉस बता रहे हैं. जिक्र बॉस का हो ही गया है तो जान लीजिए एक कम्पनी है better. com. कंपनी मॉर्गेज, रियल एस्टेट, टाइटल इंश्योरेंस पर काम करती है. विशाल गर्ग इसी कंपनी के CEO हैं. विशाल क्यों सुर्खियों में आए इसकी वजह भी खासी दिलचस्प है. दरअसल अभी पिछले महीने ही विशाल ने एक ज़ूम कॉल ऑर्गेनाइज की और 3 मिनट में ही उन्होंने 900 कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया.

विशाल के इस फैसले को...

Better.com Vishal Garg Controversy : भले ही 5 राज्यों में चुनाव हों लेकिन कॉरपोरेट और स्टार्ट अप में नौकरी करने वाले किसी आम वोटर के लिए डिस्कशन का हॉट टॉपिक न तो अखिलेश यादव और योगी आदित्यनाथ हैं. न ही उसे चरणजीत सिंह चन्नी और नवजोत सिंह सिद्धू के बीच की कैट फाइट में कोई इंटरेस्ट है. गोवा और उत्तराखंड का भी जिक्र ऐसे लोग बस तब ही करते हैं जब लॉन्ग वीकेंड हो और मैनेजर उसकी छुट्टी अप्रूव कर दे. जिक्र छुट्टी का हुआ है और हॉट टॉपिक ऑफ डिस्कशन का हुआ है तो ऐसे लोगों के बीच 'विशाल गर्ग' खूब सुर्खियां बटोर रहे हैं. बटोरें भी क्यों न? कांड भी तो उन्होंने कोई छोटा मोटा नहीं किया है.

कांड पर बात होगी लेकिन उससे पहले हमारे लिए ये जान लेना बहुत जरूरी हो जाता है कि आखिर कौन हैं ये विशाल गर्ग जिन्होंने कॉरपोरेट और स्टार्टअप में नौकरी करने वाले तो कोस ही रहे हैं. साथ ही जिन्हें और जिनकी हरकत को लेकर महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने भी अपने मन की बात की है. घनघोर की है. घमासान की है.

विशाल गर्ग ने ज़ूम कॉल पर जो अपने कमर्चारियों के साथ किया आलोचना तो होनी ही थी

कौन हैं विशाल गर्ग क्यों हैं सुर्ख़ियों में?

सोशल मीडिया पर तमाम यूजर्स ऐसे हैं जो विशाल गर्ग की तुलना मुहम्मद बिन तुगलक और हिटलर से कर रहे हैं और उन्हें खड़ूस बॉस बता रहे हैं. जिक्र बॉस का हो ही गया है तो जान लीजिए एक कम्पनी है better. com. कंपनी मॉर्गेज, रियल एस्टेट, टाइटल इंश्योरेंस पर काम करती है. विशाल गर्ग इसी कंपनी के CEO हैं. विशाल क्यों सुर्खियों में आए इसकी वजह भी खासी दिलचस्प है. दरअसल अभी पिछले महीने ही विशाल ने एक ज़ूम कॉल ऑर्गेनाइज की और 3 मिनट में ही उन्होंने 900 कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया.

विशाल के इस फैसले को लेकर कंपनी की खूब बदनामी हुई. क्योंकि लगातार better. com की आलोचना हो रही थी इसलिए बोर्ड ने उन्हें कुछ दिनों के लिए छुट्टी पर भेज दिया था. विशाल की छुट्टी पेड थी या अनपेड ये तो कंपनी जानें लेकिन अब उन्होंने फिर कंपनी में वापसी की है.

900 कर्मचारियों को नौकरी से निकालने के जिस वीडियो के बाद विशाल गर्ग चर्चा में आए थे, उसमें उन्होंने खुद ये माना था कि वह अपने करियर में यह दूसरी बार कर रहे हैं. लोगों को उन्होंने नौकरी से क्यों निकाला इसके उन्होंने तमाम गिनाए जिन्हें हम इंटरनेट पर वायरल वीडियो में बड़ी ही आसानी के साथ सुन सकते हैं.

वीडियो में विशाल ने यही कहा कि वो अपनी कंपनी से 15 परसेंट का ले ऑफ कर रहे हैं. उन्होंने घोषणा की थी कि वो तमाम लोग जो भी उस ज़ूम कॉल में शामिल हैं सभी को निकाला जाता है. जैसा कि हम पहले ही बता चुके हैं तमाम लोगों की तरह महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा भी विशाल के इस फैसले से सकते में आ गए थे तो अभी बीते दिनों उन्होंने भी विशाल की क्लास लगाई थी.

आनंद महिंद्रा ने ट्विटर पर लिखा था कि,यह निश्चित दिख रहा था. लेकिन सीईओ खाली जगह में ऐसे काम नहीं करते हैं. वे इस तरीके से काम करता है, जिसमें उन्हें विश्वास होता है कि उन्हें इससे सफल होने में मदद मिलेगी. बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स को वे कल्चर बताना चाहिए, जिसे वह बढ़ावा और समर्थन देते हैं.

उन्होंने आगे ट्वीट में लिखा कि किस तरह के माहौल में सीईओ ने इस बात को सोचा कि उनके इस एक्शन को इनाम दिया जाएगा. तब ट्विटर पर आनंद महिंद्रा ने विशाल गर्ग को लेकर तमाम सवाल पूछे थे और जानना चाहा था कि इस तरह की बड़ी गलती के बाद वो कंपनी जे सीईओ रहेंगे.

दिलचस्प ये कि आनंद महिंद्रा ने उसी समय वो बात कही थी जो आज सच साबित हुई है. छुट्टी से आने के बाद फिर शुरू हुआ आलोचनाओं का दौरअब जबकि विशाल अपनी छुट्टी से वापस आ गए हैं एक बार फिर इंटरनेट को बात करने, संवाद स्थापित करने का मौका मिल गया है.

सोशल मीडिया पर यूजर इसी बात को कह रहे हैं कि better.com में उनकी वापसी एक वाहियात निर्णय है.

अब जबकि विशाल गर्ग छुट्टी से वापस आ गए हैं तो यूजर्स भी देखना चाहते हैं कि उनका रवैया कुछ बदला है या फिर वो पहले जैसा ही है? क्योंकि विशाल का फैसला उनकी सनक को दर्शा रहा है और बात सोशल मीडिया की चल रही है तो यूजर्स का जैसा मानना है वो ईश्वर से यही विनती कह रहे हैं कि अगर अगले जनम मोहे नौकरी दीजो बस विशाल गर्ग सरीखा बॉस न दीजो.  

ये भी पढ़ें -

Birju Maharaj Death: परफ़ॉर्मर से लीजेंड होना क्या होता है बिरजू महाराज ने कथक से बताया!

क्या एक काल्पनिक खतरे के लिए पीएम ने राष्ट्रपति से मुलाकात की? जावेद अख्तर पर हंगामा शुरू

Actor Siddharth Apology: महिलाओं से बदतमीजी करने वाले मर्दों को माफी मिले या सजा?

इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

ये भी पढ़ें

Read more!

संबंधि‍त ख़बरें

  • offline
    नाम बदलने की सनक भारी पड़ेगी एलन मस्क को
  • offline
    डिजिटल-डिजिटल मत कीजिए, इस मीडियम को ठीक से समझिए!
  • offline
    अच्छा हुआ मां ने आकर क्लियर कर दिया, वरना बच्चे की पेंटिंग ने टीचर को तारे दिखा दिए थे!
  • offline
    बजरंग पुनिया Vs बजरंग दल: आना सरकार की नजरों में था लेकिन फिर दांव उल्टा पड़ गया!
Copyright © 2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today.

Read :

  • Facebook
  • Twitter

what is Ichowk :

  • About
  • Team
  • Contact
Copyright © 2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today.
▲