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क्या भविष्य में साथ आएंगे रजनीकांत और कमल ?

    • बिजय कुमार
    • Updated: 20 फरवरी, 2018 04:57 PM
  • 20 फरवरी, 2018 04:57 PM
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तमिलनाडु में चुनाव होने हैं. ऐसे में कई मौकों पर कमल हासन और रजनीकांत का साथ आना. ये दर्शा देता है कि अगर दोनों के बीच सब ठीक रहा हो वो दिन दूर नहीं जब हमें दक्षिण के ये दोनों बड़े सितारे एक साथ दिखें.

दक्षिण भारत के दो लोकप्रिय सितारों, रजनीकांत और कमल हसन ने तमिलनाडु की राजनीति को एक बार फिर से दिलचस्प बना दिया है. रविवार को कमल हसन रजनीकांत से मिलने उनके घर गए थे. दोनों के बीच हुई मुलाकात से राज्य में सियासी अटकलें इस बात को लेकर तेज हो गयी थीं कि क्या दोनों एक साथ आएंगे. जिसका जवाब फ़िलहाल नहीं ही माना जा रहा है. कहा जा रहा है कि अभी दोनों अपने-अपने रास्तों पर चलेंगे. लेकिन भविष्य में दोनों साथ आ सकते हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि राजनीति में प्रायः ये देखा गया है कि कब क्या हो ये कोई नहीं कह सकता. इसका एक उदाहारण तो हमें खुद तमिलनाडु में ही देखने को मिला था जब ओ. पन्नीरसेल्वम और पलानिस्वामी एक साथ आये थे.

कमल हासन और रजनीकांत के एक साथ आ जाने से भविष्य में तमिलनाडु की राजनीति और भी दिलचस्प हो जाएगी

इस मुलाकात के बाद कमल हसन ने दोनों के बीच एलायंस होने के सवाल के जवाब में कहा कि, 'इस बारे में तो सिर्फ समय ही बताएगा.' उन्होंने ये भी कहा कि, 'हमारी मुलाकात कोई राजनीतिक नहीं है, सिर्फ औपचारिक मुलाकात थी, मैं उन्हें अपने राजनीतिक टूर के बारे में जानकारी देने गया था, उन्होंने मुझे इस सफर के लिए शुभकामनाएं दी हैं'.

उधर रजनीकांत ने मुलाकात के बाद कहा कि, 'कमल हसन तमिलनाडु के लोगों की सेवा करना चाहते हैं और मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं कि उन्हें सफलता हासिल हो.' उन्होंने कहा कि कमल पैसा कमाने या नाम कमाने के लिए राजनीति में नहीं आये हैं. वह सिर्फ राज्य के लोगों की सेवा करना चाहते हैं.'

दक्षिण भारत के दो लोकप्रिय सितारों, रजनीकांत और कमल हसन ने तमिलनाडु की राजनीति को एक बार फिर से दिलचस्प बना दिया है. रविवार को कमल हसन रजनीकांत से मिलने उनके घर गए थे. दोनों के बीच हुई मुलाकात से राज्य में सियासी अटकलें इस बात को लेकर तेज हो गयी थीं कि क्या दोनों एक साथ आएंगे. जिसका जवाब फ़िलहाल नहीं ही माना जा रहा है. कहा जा रहा है कि अभी दोनों अपने-अपने रास्तों पर चलेंगे. लेकिन भविष्य में दोनों साथ आ सकते हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि राजनीति में प्रायः ये देखा गया है कि कब क्या हो ये कोई नहीं कह सकता. इसका एक उदाहारण तो हमें खुद तमिलनाडु में ही देखने को मिला था जब ओ. पन्नीरसेल्वम और पलानिस्वामी एक साथ आये थे.

कमल हासन और रजनीकांत के एक साथ आ जाने से भविष्य में तमिलनाडु की राजनीति और भी दिलचस्प हो जाएगी

इस मुलाकात के बाद कमल हसन ने दोनों के बीच एलायंस होने के सवाल के जवाब में कहा कि, 'इस बारे में तो सिर्फ समय ही बताएगा.' उन्होंने ये भी कहा कि, 'हमारी मुलाकात कोई राजनीतिक नहीं है, सिर्फ औपचारिक मुलाकात थी, मैं उन्हें अपने राजनीतिक टूर के बारे में जानकारी देने गया था, उन्होंने मुझे इस सफर के लिए शुभकामनाएं दी हैं'.

उधर रजनीकांत ने मुलाकात के बाद कहा कि, 'कमल हसन तमिलनाडु के लोगों की सेवा करना चाहते हैं और मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं कि उन्हें सफलता हासिल हो.' उन्होंने कहा कि कमल पैसा कमाने या नाम कमाने के लिए राजनीति में नहीं आये हैं. वह सिर्फ राज्य के लोगों की सेवा करना चाहते हैं.'

जैसा कि हम जानते हैं कि कमल हसन 21 फरवरी को अपनी नई पार्टी का ऐलान कर सकते हैं जबकि रजनीकांत पहले ही घोषणा कर चुके हैं कि उनकी पार्टी आगामी तमिलनाडु विधानसभा की सभी 234 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. यही वजह है कि भले ही दोनों स्टारों ने इसे औपचारिक मुलाकात बताया हो लेकिन इससे तमिलनाडु के राजनीतिक गलियारे में हलचल मच गई है. ऐसा नहीं है कि दोनों के साथ आने की ये पहली खबर हो इससे पहले भी कई बार इस तरह की ख़बरें मीडिया में आती रही हैं साथ ही पूर्व में भी इन दोनों अभिनेताओं ने भी कुछ इसी तरह के संकेत दिए थे.

तमिलनाडु में रजनीकांत और कमल दोनों ही मजबूत जनाधार रखते हैं

दिसम्बर 31, 2017:  अपना राजनीतिक दल बनाने और अगले विधानसभा चुनाव लड़ने के फैसले के लिए कमल हसन ने रजनीकांत को बधाई दी. कमल हासन ने ट्वीट किया था कि" मैं अपने भाई रजनी को उनके सामाजिक जागरूकता और राजनीति में प्रवेश के लिए बधाई देता हूं, स्वागत है."

जनवरी 17, 2018:  कमल हसन के साथ गठजोड़ के सवाल के जवाब में रजनीकांत ने कहा था कि " ये तो केवल समय ही बता पायेगा. देखतें हैं कि आगे क्या होता है".

फरवरी 8, 2018: कमल हासन ने कहा कि दोनों से बार-बार ये सवाल पूछा जाता है कि क्या दोनों गठबंधन कर चुनाव का सामना करेंगे तो इसका जवाब है कि वो इस मामले में रजनीकांत के विचार का समर्थन करते हैं. कमल हसन ने कहा "रजनी सर ने इस सवाल के जवाब में कहा था कि केवल समय ही बताएगा और मैं भी यही मानता हूं...सच में इसका जवाब समय ही देगा."

हालांकि हाल ही में कमल हसन के एक बयान ने सबको चौंका दिया था. उन्होंने कहा था कि "रजनीकांत की राजनीति में भगवा रंग दिख रहा है और अगर ये नहीं बदलता है तो उनके साथ गठबंधन करना मुश्किल है. हसन ने कहा कि हम अच्छे दोस्त तो हैं, लेकिन राजनीतिक विचार दोस्ती से अलग हैं".

इस मुलाकात से पहले. पिछले महीने दोनों सुपर स्टारों ने मलेशिया में एक कार्यक्रम में एक साथ मंच साझा किया था. जिसके बाद ये कयास लगाए जा रहे थे कि दोनों साथ आ सकते हैं. कह सकते हैं कि फ़िलहाल दोनों मित्र साथ आएं ना आएं लेकिन तमिलनाडु कि राजनीति में तो इनका प्रवेश हो ही गया है. और राजनीति में कब क्या हो कोई नहीं कह सकता.

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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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