आपको वो फिटनेस चैलेंज तो याद ही होगा, जिसे भाजपा नेता राज्यवर्धन सिंह राठौर ने शुरू किया था. जी हां, वहीं चैलेंज, जिसे विराट कोहली ने स्वीकार करने के बाद देश के प्रधानमंत्री पीएम मोदी को चैलेंज करते हुए एक वीडियो पोस्ट किया था. पीएम ने भी विराट के चैलेंज को स्वीकार किया और कहा कि जल्द ही वह अपना वीडियो भी पोस्ट करेंगे. लेकिन इस वीडियो को अपलोड करने में उन्हें एक, दो या दस दिन नहीं, बल्कि 21 दिन लग गए. फिटनेस के इस वीडियो को पीएम मोदी ने एक सियासी हथियार की तरह इस्तेमाल किया है और निशाना साधा है कुमारस्वामी पर.
फिटनेस वीडियो ऐसे बना सियासी हथियार
पीएम मोदी ने अपने वीडियो को जारी करने के साथ-साथ कुछ और लोगों को भी फिटनेस का चैलेंज दे दिया है. इनमें कर्नाटक के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री कुमारस्वामी और टेबल टेनिस प्लेयर मनिका बत्रा हैं. यहां पीएम ने मनिका बत्रा को चैलेंज किया, ये तो ठीक है, इस चैलेंज को स्वीकार करते हुए मनिका कोई न कोई वीडियो जल्द ही डाल भी देंगी. लेकिन सवाल ये है कि पीएम मोदी ने कुमारस्वामी को क्यों टैग करते हुए चैलेंज किया? यहीं पर उन्होंने फिटनेस के वीडियो को एक सियासी हथियार की तरह इस्तेमाल किया है. अब कुमारस्वामी के सामने इसे स्वीकार करने के अलावा कोई और रास्ता नहीं है. लेकिन देखना दिलचस्प होगा कि कुमारस्वामी फिटनेस का कैसा वीडियो जारी करेंगे? या फिर करेंगे भी या नहीं?
कुमारस्वामी ने दिया ये जवाब
जैसे ही पीएम मोदी ने...
आपको वो फिटनेस चैलेंज तो याद ही होगा, जिसे भाजपा नेता राज्यवर्धन सिंह राठौर ने शुरू किया था. जी हां, वहीं चैलेंज, जिसे विराट कोहली ने स्वीकार करने के बाद देश के प्रधानमंत्री पीएम मोदी को चैलेंज करते हुए एक वीडियो पोस्ट किया था. पीएम ने भी विराट के चैलेंज को स्वीकार किया और कहा कि जल्द ही वह अपना वीडियो भी पोस्ट करेंगे. लेकिन इस वीडियो को अपलोड करने में उन्हें एक, दो या दस दिन नहीं, बल्कि 21 दिन लग गए. फिटनेस के इस वीडियो को पीएम मोदी ने एक सियासी हथियार की तरह इस्तेमाल किया है और निशाना साधा है कुमारस्वामी पर.
फिटनेस वीडियो ऐसे बना सियासी हथियार
पीएम मोदी ने अपने वीडियो को जारी करने के साथ-साथ कुछ और लोगों को भी फिटनेस का चैलेंज दे दिया है. इनमें कर्नाटक के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री कुमारस्वामी और टेबल टेनिस प्लेयर मनिका बत्रा हैं. यहां पीएम ने मनिका बत्रा को चैलेंज किया, ये तो ठीक है, इस चैलेंज को स्वीकार करते हुए मनिका कोई न कोई वीडियो जल्द ही डाल भी देंगी. लेकिन सवाल ये है कि पीएम मोदी ने कुमारस्वामी को क्यों टैग करते हुए चैलेंज किया? यहीं पर उन्होंने फिटनेस के वीडियो को एक सियासी हथियार की तरह इस्तेमाल किया है. अब कुमारस्वामी के सामने इसे स्वीकार करने के अलावा कोई और रास्ता नहीं है. लेकिन देखना दिलचस्प होगा कि कुमारस्वामी फिटनेस का कैसा वीडियो जारी करेंगे? या फिर करेंगे भी या नहीं?
कुमारस्वामी ने दिया ये जवाब
जैसे ही पीएम मोदी ने कुमारस्वामी को चैलेंज किया, वैसे ही उनका जवाब भी आ गया. कुमारस्वामी ने एक ट्वीट करते हुए कहा है- प्रिय नरेंद्र मोदी जी, मुझे खुशी हुई और आपका शुक्रिया कि आप मेरी सेहत के बारे में सोचते हैं. मैं समझता हूं कि फिजिकल फिटनेस जरूरी है और इसका समर्थन भी करता हूं. योगा-ट्रेडमील मेरे रोजाना व्यायाम का हिस्सा हैं. हालांकि, मुझे मेरे राज्य के विकास के फिटनेस की अधिक चिंता है और इसके लिए आपका समर्थन चाहूंगा.
इतने दिन क्यों लग गए पीएम मोदी को वीडियो डालने में?
पीएम मोदी ने जो फिटनेस वीडियो डाला है, उसे देखकर आप भी यह समझ गए होंगे कि वह 5 मिनट में बना हुआ वीडियो नहीं है. वीडियो को अलग-अलग एंगल से कई कैमरों का इस्तेमाल करते हुए प्रोफेशनल तरीके से बनाया गया है. हो सकता है कि पीएम मोदी को समय ही ना मिल पा रहा हो कि वह इस तरह का वीडियो शूट करवाकर पोस्ट कर सकें. क्योंकि अगर सिर्फ योग करते हुए वीडियो पोस्ट करना होता तो वो कब का कर चुके होते, क्योंकि वह नियमित योग करते हैं.
सब मिला वीडियो में, लेकिन 'आग' नहीं दिखी
तुलसीदास का वो दोहा तो सभी ने सुना होगा:-
“क्षिति जल पावक गगन समीरा।
पंच रचित अति अधम शरीरा।।”
पीएम मोदी ने वीडियो पोस्ट करने के साथ-साथ लिखा है कि योग के अलावा उन्हें पंचतत्व से बने ट्रैक पर चलना पसंद है. पंचतत्व में उन्होंने लिखा है- पृथ्वी, जल, अग्नि, आकाश और वायु. हालांकि, जिस ट्रैक पर पीएम मोदी चलने की बात कर रहे हैं, उस ट्रैक पर बाकी सब तो दिखा, लेकिन अग्नि यानी आग कहीं दिखाई नहीं दी. यहां पीएम मोदी का अग्नि से क्या मतलब है, अगर आप समझ गए हों तो कमेंट में जरूर बताइए.
ये भी पढ़ें-
लोकसभा चुनाव 'जीत' के लिए नहीं, बल्कि 'हार' के लिए लड़ेंगे अखिलेश यादव !
रेस-3 में सैफ के ना होने की वजह सलमान खान का डर तो नहीं?
लोग तोहफा लेकर जाते हैं किसी से मिलने, किम जोंग अपना 'कमोड' लेकर गए थे !
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.