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वर्ल्ड रिकॉर्ड से पहले कुछ ऐसे रंग में नजर आए अयोध्या वासी

    • अनुराग तिवारी
    • Updated: 19 अक्टूबर, 2017 01:17 PM
  • 19 अक्टूबर, 2017 01:17 PM
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कलियुग में त्रेता युग को पुनर्जीवित करने के लिए अयोध्या में पुष्पक विमान की जगह यूपी सरकार का चॉपर राम, सीता और लक्ष्मण को लेकर पहुंचा और अयोध्या वासियों ने वो नजारा देखा जिसकी कल्पना शायद उन्होंने कभी न थी.

बुधवार का दिन कलियुग के इतिहास में दर्ज हो चुका है. इस दिन यूपी के सीएम योगी भरत बनकर प्रभु श्रीराम, उनकी पत्नी सीता और उनके भाई लक्ष्मण का स्वागत करने अयोध्या पहुंचे थे. नजरा त्रेता युग सा था लेकिन थोड़ा हट के. प्रभु पुष्पक विमान से नहीं बल्कि यूपी गवर्नमेंट के हेलीकाप्टर से अयोध्या पहुंचे. साकेत डिग्री कॉलेज के मैदान पर बने हेलिपैड पर सीएम योगी के बाद श्रीराम का आगमन हुआ. सियासी मायनों से अलग यह अयोध्या के लोगों के लिए न भूलने वाला नजारा था. इसके बाद योगी आदित्यनाथ ने राम की पैड़ी पर आरती की और उसके साथ ही एक लाख सत्तर हजार से अधिक दिए अयोध्या के अलग-अलग घाटों पर प्रज्ज्वलित हो गए.

अयोध्या के आम लोग भी इस कार्यक्रम को लेकर खासे उत्साहित दिखे

इससे पहले अयोध्या की गलियों में बुधवार की सुबह से ही अनोखा नजारा देखने को मिला. शाम को राम लीला के मंचन से पहले गलियों में ही मोबाइल रामलीला देखने को मिली. देश भर से आए कलाकार रामायण के पात्रों की वेश-भूषा में झांकियों में निकले. इस दौरान देखने लायक था जब एक झांकी में हनुमान बने बालक निकले और बैकग्राउंड में गाना बजता रहा ‘बजरंगबली-बाहुबली...’

बताया जा रहा है कि अयोध्या में किसी मेले की तरह का माहौल था

कुछ इस तरह बजरंगबली बाहुबली के गाने पर जय श्री राम का उद्घोष करते हुए निकले. खैर, आप सभी को #हप्प

बुधवार का दिन कलियुग के इतिहास में दर्ज हो चुका है. इस दिन यूपी के सीएम योगी भरत बनकर प्रभु श्रीराम, उनकी पत्नी सीता और उनके भाई लक्ष्मण का स्वागत करने अयोध्या पहुंचे थे. नजरा त्रेता युग सा था लेकिन थोड़ा हट के. प्रभु पुष्पक विमान से नहीं बल्कि यूपी गवर्नमेंट के हेलीकाप्टर से अयोध्या पहुंचे. साकेत डिग्री कॉलेज के मैदान पर बने हेलिपैड पर सीएम योगी के बाद श्रीराम का आगमन हुआ. सियासी मायनों से अलग यह अयोध्या के लोगों के लिए न भूलने वाला नजारा था. इसके बाद योगी आदित्यनाथ ने राम की पैड़ी पर आरती की और उसके साथ ही एक लाख सत्तर हजार से अधिक दिए अयोध्या के अलग-अलग घाटों पर प्रज्ज्वलित हो गए.

अयोध्या के आम लोग भी इस कार्यक्रम को लेकर खासे उत्साहित दिखे

इससे पहले अयोध्या की गलियों में बुधवार की सुबह से ही अनोखा नजारा देखने को मिला. शाम को राम लीला के मंचन से पहले गलियों में ही मोबाइल रामलीला देखने को मिली. देश भर से आए कलाकार रामायण के पात्रों की वेश-भूषा में झांकियों में निकले. इस दौरान देखने लायक था जब एक झांकी में हनुमान बने बालक निकले और बैकग्राउंड में गाना बजता रहा ‘बजरंगबली-बाहुबली...’

बताया जा रहा है कि अयोध्या में किसी मेले की तरह का माहौल था

कुछ इस तरह बजरंगबली बाहुबली के गाने पर जय श्री राम का उद्घोष करते हुए निकले. खैर, आप सभी को #हप्प pic.twitter.com/q3gBfZh5Yg

— Saurabh Sharma (@Saurabhsherry) October 18, 2017

अयोध्या में यूं तो राम की पूजा होना कोई नई बात नहीं है. लेकिन जब झांकियों में राम- लक्ष्मण-सीता का रूप धरे कलाकार निकले तो रास्ते में अयोध्यावासियों ने अपने घरों से उन पर फूलों की बारिश की.

चारो तरफ से लोग भगवान श्री राम की झांकी पर फूलो की बरसात कर रहे हैं ।  अयोध्या की रामलीला pic.twitter.com/6StpyGTohR

— Saurabh Sharma (@Saurabhsherry) October 18, 2017

 अयोध्या की सडकों पर निकला झांकियों का नजारा इन वीडियो में देखा जा सकता है

घाटों पर दियों को सजाने में स्कूली बच्चे, एनसीसी कैडेट्स और आम अयोध्यावासी लगे रहे. जैसे-जैसे सूरज ढलना शुरू हुआ इन लोगों ने दियों में तेल भरना शुरू कर दिया. नजारा देखने वाला था. हर कोई इस काम में उत्साह के साथ लगा हुआ था.

जश्न के मूड में अयोध्या वासी

सूरज ढलने से पहले यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ अयोध्या पहुँच गए. उनके साथ न केवल दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या और दिनेश शर्मा थे बल्कि यूपी कैबिनेट के उनके सहयोगी भी पहुंचे. भाषणों के दौर के बाद वह मौक़ा आया जब जिसका सभी को इन्तजार था. योगी ने इस मौके पर अयोध्या पर सवाल उठाने वालों से ही सवाल पूछ लिया कि जिस अयोध्या ने विश्व को दिवाली जैसा त्यौहार दिया वहां  दिवाली मनाए जाने पर सवाल क्यों खड़े किये जा रहे हैं. योगी ने अपने भाषण में यूपी के हिन्दुओं के अन्य धार्मिक स्थलों पर ऐसे आयोजन और उनका विकास किए जाने की घोषणा कर दी.

जगह - जगह लोगों ने दियों में तेल भरकर अपने उत्साह का प्रदर्शन किया इसके बाद जहाँ सरयू के घाट दियों से प्रज्ज्वलित हो उठे. एक लाख 71 हजार दियों के जलने के पीछे का तर्क खुद सीएम योगी ने क्लियर कर दिया. उन्होंने बताया कि उतने ही दिए जलाए जा रहे हैं, जितनी कि अयोध्या की आबादी है. दिवाली का गिफ्ट उन्होंने अयोध्या को नगर-निगम बनाकर पहले ही दे दिया है. साथ ही इतने दिए एक साथ जलाए जाने के इवेंट को यूपी सरकार वर्ल्ड रिकॉर्ड के तौर पर प्रोजेक्ट करने जा रही है. इसे जल्दी गिनीज बुक ऑफ़ वर्ड रिकार्ड्स में शामिल करने के लिए भेजा जाएगा. वहीं दियों के जलने के बाद इंडोनेशिया, श्रीलंका और थाईलैंड से आए कलाकारों ने रामलीला का मंचन किया. साथ ही लेजर शो के जरिए राम के जीवन पर आधारित कुछ दृश्यों को भी दिखाया गया.

कहा जा सकता है कि मुख्यमंत्री का ये इवेंट भाजपा के लिए कई मायनों में खास है ख़ास बात यह रही कि इतने बड़े आयोजन की गहमा-गहमी के बीच आयोजन स्थल से कुछ दूरी पर ही स्थित  राम मंदिर कार्यशाला में पत्थरों को गढ़ने और काटने का काम चलता रहा. जहां पहले केवल दो मजदूर काम कर रहे थे अब वहां उनकी संख्या आठ हो चुकी है. इन सभी को दिन के 300 रूपये और महीने में आठ लीटर मिटटी का तेल मिलता है, जिससे ये अपने पेट भरने का जुगाड़ करते हैं.इन मजदूरों के मुताबिक़ अगले हफ्ते राजस्थान से पत्थरों की एक बड़ी खेप आने वाली है. हो सकता है उसको तराशने के लिए मजदूरों की संख्या बढ़ा दी जाए. इस बीच कार्यशाला में राम-नाम का अखंड कीर्तन भी चल रहा है. इसके लिए कीर्तन करने वाले वालंटियर पारी के अनुसार आकर मोर्चा सम्भाल लेते हैं.

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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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