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Rajasthan phone tapping मामले में सीबीआई जांच का विरोध कर कांग्रेस खुद फंस गई

    • आईचौक
    • Updated: 20 जुलाई, 2020 07:44 PM
  • 20 जुलाई, 2020 07:44 PM
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राजस्थान में फोन टैपिंग (Rajasthan Phone Tapping) को लेकर बीजेपी के सीबीआई जांच (CBI enquiry) का कांग्रेस विरोध कर रही है. कांग्रेस (Congress) का आरोप है कि सीबीआई जांच आरोपी को क्लीन चिट दिलाने के लिए हो रही है - क्या कांग्रेस भी अब तक इसी मकसद से सीबीआई जांच की मांग करती आयी है?

राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार नेताओं के फोन टैप (Rajasthan Phone Tapping) किये जाने को लेकर घिर चुकी है. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राजस्थान के मुख्य सचिव को पत्र लिख कर फोन टैपिंग पर रिपोर्ट तलब किया है.

केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के खिलाफ केस दर्ज होने के बाद से बीजेपी आक्रामक हो चली है. ये केस एक वायरल ऑडियो क्लिप को लेकर दर्ज हुआ जिसे लेकर कांग्रेस का आरोप है कि सरकार गिराने के लिए कांग्रेस के दो विधायकों के साथ सौदेबाजी हो रही थी. कांग्रेस ने दोनों विधायकों को सस्पेंड कर दिया है और राजस्थान पुलिस का स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप उनकी तलाश में जगह जगह होटलों में छापे मार रहा है. हालांकि, अब केस की जांच के लिए SIT बना दी गयी है.

बीजेपी की मांग है कि फोन टैपिंग की सीबीआई जांच (CBI enquiry) करायी जाये ताकि मालूम हो सके कि किस वजह से और किन किन नेताओं के फोन टैप किये जा रहे थे - लेकिन कांग्रेस (Congress) इसका विरोध कर रही है.

सीबीआई जांच के विरोध में है कांग्रेस

हाल ही में जब राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के कुछ करीबी लोगों के यहां इनकम टैक्स के छापे पड़े तो कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ट्विटर पर पूछा - 'ED कब तक?' बहुत ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ा. रणदीप सिंह सुरजेवाला ने अपने ट्वीट को रीट्वीट किया - 'अब CBI कब तक?'

और अब जब बीजेपी फोन टैपिंग को लेकर सीबीआई जांच की बात कर रही है - कांग्रेस को घोर आपत्ति है. कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने राजस्थान के ऑडियो क्लिप को लेकर सीबीआई जांच का विरोध किया है.

ये तस्वीर 26 अक्टूबर, 2018 की है जब दिल्ली में...

राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार नेताओं के फोन टैप (Rajasthan Phone Tapping) किये जाने को लेकर घिर चुकी है. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राजस्थान के मुख्य सचिव को पत्र लिख कर फोन टैपिंग पर रिपोर्ट तलब किया है.

केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के खिलाफ केस दर्ज होने के बाद से बीजेपी आक्रामक हो चली है. ये केस एक वायरल ऑडियो क्लिप को लेकर दर्ज हुआ जिसे लेकर कांग्रेस का आरोप है कि सरकार गिराने के लिए कांग्रेस के दो विधायकों के साथ सौदेबाजी हो रही थी. कांग्रेस ने दोनों विधायकों को सस्पेंड कर दिया है और राजस्थान पुलिस का स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप उनकी तलाश में जगह जगह होटलों में छापे मार रहा है. हालांकि, अब केस की जांच के लिए SIT बना दी गयी है.

बीजेपी की मांग है कि फोन टैपिंग की सीबीआई जांच (CBI enquiry) करायी जाये ताकि मालूम हो सके कि किस वजह से और किन किन नेताओं के फोन टैप किये जा रहे थे - लेकिन कांग्रेस (Congress) इसका विरोध कर रही है.

सीबीआई जांच के विरोध में है कांग्रेस

हाल ही में जब राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के कुछ करीबी लोगों के यहां इनकम टैक्स के छापे पड़े तो कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ट्विटर पर पूछा - 'ED कब तक?' बहुत ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ा. रणदीप सिंह सुरजेवाला ने अपने ट्वीट को रीट्वीट किया - 'अब CBI कब तक?'

और अब जब बीजेपी फोन टैपिंग को लेकर सीबीआई जांच की बात कर रही है - कांग्रेस को घोर आपत्ति है. कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने राजस्थान के ऑडियो क्लिप को लेकर सीबीआई जांच का विरोध किया है.

ये तस्वीर 26 अक्टूबर, 2018 की है जब दिल्ली में राहुल गांधी और अशोग गहलोत ने तत्कालीन सीबीआई प्रमुख को जबरन छुट्टी पर भेजे जाने को लेकर विरोध प्रदर्शन किया था.

अभिषेक मनु सिंघवी ने लिखा है - हॉर्स ट्रेडिंग और सरकार गिराने के गंभीर आरोप लगे हैं, जिसमें राजस्थान के विधायकों के साथ केंद्रीय मंत्री भी शामिल बताये जा रहे हैं. पुलिस की जांच चल रही है और एफआईआर भी दर्ज की जा चुकी है. रुकावट डालने के लिए बीजेपी ने अपनी सुविधा के हिसाब से सीबीआई जांच की मांग की है. केंद्रीय गृह मंत्रालय भी कूद पड़ा है. क्या सीबीआई जांच क्लीनचिट देने के लिए करायी जाएगी?

मोदी शासन में कांग्रेस की सीबीआई जांच की मांग

सीबीआई और उसकी जांच पड़ताल की हकीकत कांग्रेस से बेहतर भला कौन जानता होगा - सुप्रीम कोर्ट ने कांग्रेस की अगुवाई वाली यूपीए सरकार में ही सीबीआई के लिए एक खास फ्रेज का इस्तेमाल किया था - पिंजरे का तोता.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र में बीजेपी की सरकार बनने के बाद से कांग्रेस नेता अनेक मामलों में सीबीआई जांच की मांग कर चुके हैं - और इनमें एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की खुदकुशी से लेकर यूपी के गैंगस्टर विकास दुबे का एनकाउंटर तक शुमार है.

1. जुलाई, 2020 - कांग्रेस के सीनियर नेता पीएल पुनिया ने विकास दुबे एनकाउंटर पर गहरी चिंता जताते हुए सीबीआई जांच या हाईकोर्ट के मौजूदा जज से एनक्वायरी की मांग की है.

2. जुलाई, 2020 - केरल में सोने की तस्करी के मामले में मुख्यमंत्री कार्यालय के अफसरों पर आरोप लगने के बाद कांग्रेस नेता रमेश चेन्नीतला ने सीबीआई जांच की मांग की है. वैसे ये केस NIA को सौंप दिया गया है और कई आरोपी गिरफ्तार भी किये जा चुके हैं.

3. जून, 2020 - बिहार यूथ कांग्रेस के नेता ललन कुमार ने सुशांत सिंह राजपूत की मौत की सीबीआई से जांच कराने की मांग की है. इस सिलसिले में ललन सिंह ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र भी लिखा है.

4. जून, 2020 - तेलंगाना में एक दलित श्रीलम रगैया की हिरासत में मौत को लेकर कांग्रेस ने सीबीआई जांच की मांग की है.

5. जून, 2018 - मध्य प्रदेश के मंदसौर में 8 साल की एक बच्ची के साथ हुए बलात्कार के मामले में भी कांग्रेस ने सीबीआई जांच की मांग की थी.

6. फरवरी, 2017 - गोवा के शानू गांवकर मर्डर केस की सीबीआई से जांच कराने की कांग्रेस ने मांग की है. इस केस में एक बीजेपी नेता के शामिल होने का आरोप लगा है.

7. जुलाई, 2017 - गोवा के धार्मिक स्थलों पर हुए हमले के मामलों में कांग्रेस ने सीबीआई से जांच कराने की मांग की थी.

8. सितंबर, 2016 - दिल्ली कांग्रेस ने उप राज्यपाल से AAP सरकार की तरफ से चलाये जा रहे मोहल्ला क्लिनिक में वित्तीय गड़बड़ियों के आरोप लगने पर सीबीआई से जांच कराने की मांग की थी.

9. सितंबर, 2015 - छत्तीसगढ़ की तत्कालीन बीजेपी सरकार के कई विभागों में भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर कांग्रेस ने सीबीआई जांच की मांग करते हुए जगह जगह धरना दिया था - और इसकी अगुवाई मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (तब विपक्ष के नेता) कर रहे थे.

ज्यादा तो नहीं, लेकिन कांग्रेस से एक सवाल तो बनता ही है - क्या सीबीआई जांच की ये सारी मांगे क्लीन चिट दिलाने के लिए की गयी थीं?

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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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