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राहुल हों या पीएम मोदी, क्या आपको पता है ये लोग सूट-बूट या जैकेट पहनते क्यों हैं?

    • अनुज मौर्या
    • Updated: 31 जनवरी, 2018 06:40 PM
  • 31 जनवरी, 2018 06:40 PM
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आखिर राहुल ने जैकेट क्यों पहनी? राहुल ही नहीं, पीएम मोदी भी अक्सर सूट या कोट क्यों पहनते हैं? यह एक ऐसा सवाल है जो कभी न कभी हर किसी के मन में उठता है. तो चलिए अब इसका जवाब भी जान लेते हैं.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कपड़ों की चर्चा होना अब कोई नई बात नहीं है, लेकिन इस बार तो कपड़ों की वजह से राहुल गांधी भी चर्चा का विषय बन गए हैं. मेघालय में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. इसी के चलते राहुल गांधी भी मेघायल पहुंचे थे. वहां राहुल गांधी एक रॉक कॉन्सर्ट में पहुंचे और युवाओं से मिले. भारत के अन्य हिस्सों में जो राहुल गांधी कुर्ते-पायजामे में नजर आते हैं, वह मेघालय के रॉक कॉन्सर्ट में जीन्स और जैकेट पहन कर पहुंचे. बस फिर क्या था, शुरू हो गया हंगामा. मेघायल भाजपा ने राहुल गांधी के जैकेट पहनने को लेकर उन पर निशाना साधा है और कांग्रेस सरकार को भ्रष्टाचारी कहा है. लेकिन यहां एक सवाल यह जरूर खड़ा होता है कि आखिर राहुल ने जैकेट क्यों पहनी? राहुल ही नहीं, पीएम मोदी भी अक्सर सूट या कोट क्यों पहनते हैं? जवाब जानने से पहले आइए इस जैकेट की कीमत पर एक नजर डाल लेते हैं.

जैकेट पर क्यों हो रहा हंगामा?

जब पीएम मोदी ने सोने की तारों से 'नरेंद्र मोदी' लिखा हुआ 4.31 करोड़ रुपए का सूट पहना था, तब से ही राहुल गांधी मोदी सरकार को सूट-बूट की सरकार कहते आ रहे हैं. इसलिए अब जब खुद राहुल गांधी ने जैकेट पहनी है तो भाजपा उन पर निशाना साध रही है. भाजपा ने राहुल गांधी की जैकेट वाली एक तस्वीर शेयर करने के साथ-साथ उस जैकेट की तस्वीर और कीमत के बारे में भी बताया है. यह जैकेट एक टॉप ब्रिटिश ब्रांड बरबेरी (Burberry) का है, जिसकी कीमत 995 डॉलर (करीब 63,500 रुपए) है. इसी के चलते भाजपा ने ट्वीट करते हुए कहा है कि मेघालय में सूट-बूट की सरकार भ्रष्टाचार से सरकारी खजाने को साफ कर रही है. इस ट्वीट पर एक यूजर ने पीएम मोदी की तस्वीर के साथ उस सूट की फोटो और कीमत डाली है, जो तस्वीर में उन्होंने पहना है. उस सूट की कीमत 1200 डॉलर (करीब 76000 रुपए) है.

राहुल ने...

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कपड़ों की चर्चा होना अब कोई नई बात नहीं है, लेकिन इस बार तो कपड़ों की वजह से राहुल गांधी भी चर्चा का विषय बन गए हैं. मेघालय में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. इसी के चलते राहुल गांधी भी मेघायल पहुंचे थे. वहां राहुल गांधी एक रॉक कॉन्सर्ट में पहुंचे और युवाओं से मिले. भारत के अन्य हिस्सों में जो राहुल गांधी कुर्ते-पायजामे में नजर आते हैं, वह मेघालय के रॉक कॉन्सर्ट में जीन्स और जैकेट पहन कर पहुंचे. बस फिर क्या था, शुरू हो गया हंगामा. मेघायल भाजपा ने राहुल गांधी के जैकेट पहनने को लेकर उन पर निशाना साधा है और कांग्रेस सरकार को भ्रष्टाचारी कहा है. लेकिन यहां एक सवाल यह जरूर खड़ा होता है कि आखिर राहुल ने जैकेट क्यों पहनी? राहुल ही नहीं, पीएम मोदी भी अक्सर सूट या कोट क्यों पहनते हैं? जवाब जानने से पहले आइए इस जैकेट की कीमत पर एक नजर डाल लेते हैं.

जैकेट पर क्यों हो रहा हंगामा?

जब पीएम मोदी ने सोने की तारों से 'नरेंद्र मोदी' लिखा हुआ 4.31 करोड़ रुपए का सूट पहना था, तब से ही राहुल गांधी मोदी सरकार को सूट-बूट की सरकार कहते आ रहे हैं. इसलिए अब जब खुद राहुल गांधी ने जैकेट पहनी है तो भाजपा उन पर निशाना साध रही है. भाजपा ने राहुल गांधी की जैकेट वाली एक तस्वीर शेयर करने के साथ-साथ उस जैकेट की तस्वीर और कीमत के बारे में भी बताया है. यह जैकेट एक टॉप ब्रिटिश ब्रांड बरबेरी (Burberry) का है, जिसकी कीमत 995 डॉलर (करीब 63,500 रुपए) है. इसी के चलते भाजपा ने ट्वीट करते हुए कहा है कि मेघालय में सूट-बूट की सरकार भ्रष्टाचार से सरकारी खजाने को साफ कर रही है. इस ट्वीट पर एक यूजर ने पीएम मोदी की तस्वीर के साथ उस सूट की फोटो और कीमत डाली है, जो तस्वीर में उन्होंने पहना है. उस सूट की कीमत 1200 डॉलर (करीब 76000 रुपए) है.

राहुल ने कुर्ता-पायजामा छोड़ क्यों पहनी जैकेट?

यहां बात सिर्फ राहुल गांधी या नरेंद्र मोदी की नहीं है, ना ही यह मामला किसी कुर्ते-पायजामे या सूट-जैकेट से जुड़ा है. दरअसल, गांधीजी ने देश को आजादी दिलाते हुए एक लीडर यानी नेता की तरह लोगों का नेतृत्व किया था. गांधीजी की उस खादी और स्वदेशी छवि को शुरुआत से ही नेताओं ने अपना लिया, ताकि लोगों को यह दिखाया जा सके कि वह भी उनमें से ही एक हैं और अधिक से अधिक लोगों के साथ जुड़ा जा सके. जिस जगह के लोगों से बात करनी है, वहां की बोली और पहनावा लोगों से जुड़ने में बहुत मददगार होता है. यही कारण है कि पीएम मोदी भी जिस राज्य में रैली करने जाते हैं तो वहां की भाषा में कुछ शब्द जरूर बोलते हैं और वहां के पहनावे को अपनाते हैं. ठीक उसी तरह, राहुल गांधी ने भी मेघालय के लोगों से जुड़ने के मकसद से जीन्स और जैकेट पहना, क्योंकि मेघालय की सभ्यता कुछ ऐसी ही है.

कपड़े बने राजनैतिक हथियार

हर इंसान की इच्छा होती है कि वह अच्छा खाए, अच्छा पहने और अच्छे से रहे. जिसके पास पैसे ही नहीं हैं वह भी ऐसा चाहता है, लेकिन जिसके पास पैसे हैं वह अपनी इस चाहत को पूरा कर लेता है. खुद पीएम मोदी भी यह बात साफ कर चुके हैं कि उन्हें अच्छे कपड़े पहनना अच्छा लगता है. वह पीएम बनने से पहले भी अच्छे-अच्छे कपड़े पहनते थे. राहुल गांधी के साथ भी कुछ ऐसा ही है. ऐसा नहीं है कि पहली बार उन्होंने कुर्ता-पायजामा छोड़कर जीन्स-जैकेट पहनी हो. इससे पहले भी वह जीन्स, सूट आदि पहन चुके हैं. रही बात भ्रष्टाचार की, तो चंद हजार के कपड़े पहन लेने पर किसी को भ्रष्टाचारी कैसे कह सकते हैं? चाहे वह राहुल गांधी हों या पीएम मोदी. हां, अगर सिर्फ कपड़ों में ही हर महीने करोड़ों रुपए खर्च होते हों, तो बेशक आप इसे भ्रष्टाचार कह सकते हैं. मतलब एक बात तो साफ है कि किसी पर उसके कपड़ों को लेकर निशाना साधना पूरी तरह से राजनैतिक है और सियासी गलियारे में कपड़े भी अब राजनैतिक हथियार बन चुके हैं. आइए देखते हैं ट्विटर पर लोगों की कुछ प्रतिक्रियाएं.

खैर, अच्छे कपड़े पहनने का तर्क भले ही राहुल गांधी और पीएम मोदी की विचारधारा से मेल खाता हो, लेकिन ट्विटर पर ये प्रतिक्रियाएं देखकर साफ होता है कि लोगों की अपनी भी कुछ विचारधाराएं हैं. जहां कुछ लोग राहुल गांधी के पक्ष में बात कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर बहुत से लोग उनका विरोध भी कर रहे हैं. आपके हिसाब से राहुल गांधी का 63,000 रुपए की जैकेट पहनना भ्रष्टाचार है या आपको भी इतनी महंगी जैकेट पहनना गलत लगता है तो हमें नीचे कमेंट बॉक्स में अपनी राय जरूर बताइए। 

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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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