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कुरुक्षेत्र में कांग्रेस की गालियां बनीं पीएम मोदी का कवच

    • बिलाल एम जाफ़री
    • Updated: 08 मई, 2019 09:13 PM
  • 08 मई, 2019 09:13 PM
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बीते कई दिनों से अलग अलग चीजों को मुद्दा बनाकर कांग्रेस पीएम मोदी को गलियां दे रही थी. ऐसे में उन गलियों को हथियार बनाकर जो हमला मोदी ने कांग्रेस पर किया है वो बताता है कि आने वाले वक़्त में कांग्रेस सकी दिक्कतें और बढ़ेंगी.

2014 से 2019 तक जितनी भी रैली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की हैं यदि उनका अवलोकन किया जाए तो मिलता है कि पीएम एक ऐसे कुशल वक्ता है जो मौके पर चौका मारना भली प्रकार जानते हैं. पीएम मोदी अपनी इस विधा में कितने पारंगत हैं इसे हम उनकी कुरुक्षेत्र की हालिया रैली से समझ सकते हैं. कांग्रेस लगातार प्रधानमंत्री को गलियों से नवाज रही है और अपनी कुरुक्षेत्र की रैली में पीएम मोदी ने इन्हीं गलियों को हथियार बनाया है और जनता को ये बताने का प्रयास किया है कि कैसे कांग्रेस उनके बारे में लगातार अपशब्द कह रही है.

अपनी जनसभा में पीएम नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि ,'मुझे गाली देते हुए इन लोगों ने कितनी बार मर्यादा तार-तार की है, इनकी प्रेम वाली डिक्‍शनरी से पता चलता है. मुझे स्‍टूपिड PM कहा गया. जवानों के खून का दलाल कहा गया. इनकी प्रेम की डिक्‍शनरी में मेरे लिए गद्दाफी, मुसोलिनी और हिटलर जैसे शब्‍द निकले.'

मंच पर जिस तरह का लहजा प्रधानमंत्री का था साफ है कि कांग्रेस की गलियां ही उसके वीनस का कारण बनेंगी

सभा में आई जनता से संबोधित हुए पीएम मोदी ने कहा कि, कांग्रेस के एक नेता ने मुझे गांधी नाली का कीड़ा कहा. तो दूसरा मुझे गंगू तेली कहने आ गया. इनके एक नेता ने मुझे पागल कुत्ता कहा तो दूसरा नेता सामने आया और मुझे भस्मासुर की उपाधि दे दी. कांग्रेस के एक और नेता हैं. देश के विदेश मंत्री रह चुके हैं. उन्होंने मुझे बन्दर कहा. इनके और एक मंत्री ने मुझे वायरस कहा. तो दूसरे ने दाउद इब्राहीम का दर्जा दे दिया. इनके एक नेता ने मुझे हिटलर कहा तो दूसरे ने मुझे बदतमीज नालायक बेटा कहा. इतना ही नहीं मुझे रैबीज बीमारी से पीड़ित बन्दर बोला गया. चूहा बोला गया. लहू पुरुष बोला गया. असत्य का सौदागर बोला गया.

2014 से 2019 तक जितनी भी रैली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की हैं यदि उनका अवलोकन किया जाए तो मिलता है कि पीएम एक ऐसे कुशल वक्ता है जो मौके पर चौका मारना भली प्रकार जानते हैं. पीएम मोदी अपनी इस विधा में कितने पारंगत हैं इसे हम उनकी कुरुक्षेत्र की हालिया रैली से समझ सकते हैं. कांग्रेस लगातार प्रधानमंत्री को गलियों से नवाज रही है और अपनी कुरुक्षेत्र की रैली में पीएम मोदी ने इन्हीं गलियों को हथियार बनाया है और जनता को ये बताने का प्रयास किया है कि कैसे कांग्रेस उनके बारे में लगातार अपशब्द कह रही है.

अपनी जनसभा में पीएम नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि ,'मुझे गाली देते हुए इन लोगों ने कितनी बार मर्यादा तार-तार की है, इनकी प्रेम वाली डिक्‍शनरी से पता चलता है. मुझे स्‍टूपिड PM कहा गया. जवानों के खून का दलाल कहा गया. इनकी प्रेम की डिक्‍शनरी में मेरे लिए गद्दाफी, मुसोलिनी और हिटलर जैसे शब्‍द निकले.'

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सभा में आई जनता से संबोधित हुए पीएम मोदी ने कहा कि, कांग्रेस के एक नेता ने मुझे गांधी नाली का कीड़ा कहा. तो दूसरा मुझे गंगू तेली कहने आ गया. इनके एक नेता ने मुझे पागल कुत्ता कहा तो दूसरा नेता सामने आया और मुझे भस्मासुर की उपाधि दे दी. कांग्रेस के एक और नेता हैं. देश के विदेश मंत्री रह चुके हैं. उन्होंने मुझे बन्दर कहा. इनके और एक मंत्री ने मुझे वायरस कहा. तो दूसरे ने दाउद इब्राहीम का दर्जा दे दिया. इनके एक नेता ने मुझे हिटलर कहा तो दूसरे ने मुझे बदतमीज नालायक बेटा कहा. इतना ही नहीं मुझे रैबीज बीमारी से पीड़ित बन्दर बोला गया. चूहा बोला गया. लहू पुरुष बोला गया. असत्य का सौदागर बोला गया.

मोदी ने कहा कि कांग्रेस के नेताओं ने मुझे रावण, सांप, बिच्छु, गंदा आदमी जहर बोने वाला तक बोला. कांग्रेस के नेता जिसके सामने नतमस्तक हैं उन्होंने भी मुझे मौत का सौदागर कहा ये इनका प्रेम करने का तरीका है. ये इनकी प्रेम की डिक्शनरी है. ये मुझ पर हो रहा प्रेम वर्षा का सैम्पल है.

अपने भाषण में कांग्रेस पर तंज करते हुए मोदी ने ये भी बताया कि, इनकी सोच तो मोदी की बोटी बोटी करने की भी रही है. खुलेआम मेरे खिलाफ मोदी की बोटी बोटी करने की घोषणा करने वालों को कांग्रेस ने हमेशा आगे बढ़ाया है. चुनाव में टिकट देकर उनका मनोबल भी बढाया है क्योंकि वो मोदी की बोटी बोटी करना चाहते हैं.

प्रधानमंत्री ने कहा कि, मुझे पता है कि संवैधानिक मंच से इस तरह के शब्द बोलना सही नहीं है. परिवार में छोटे छोटे बच्चे 8 वीं, 10 वीं, 12 वीं कक्षा में जाने वाले बच्चे कॉलेज के छात्र छात्राएं वो भी आज ये सब सुन रहे रहे हैं इस तरह की भाषा उन बच्चों ने न सुननी चाहिए न सीखनी चाहिए लेकिन कांग्रेस के नामदार जिस तरह अपने प्रेम की डिक्शनरी दिखा रहे हैं और कोई उनपर सवाल नहीं उठा रहा है. इसलिए आज मैं देश के सामने सारी सच्चाई रख रहा हूं.

इसके अलावा मोदी ने सवाल करते हुए ये भी कहा कि, मुझे गाली देते हुए इन लोगों ने कितनी बार मर्यादा तार तार की है ये भी इनकी प्रेम वाली डिक्शनरी से पता चलता है.

गौरतलब है कि बीते कई दिनों से अलग अलग मुद्दों को लेकर कांग्रेस ने प्रधानमंत्री की तीखी आलोचना की है और कई मौके ऐसे भी आए हैं जब आलोचना के नाम पर कांग्रेस ने प्रधानमंत्री के खिलाफ अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल किया है. भाजपा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दी जा रही इन गालियों को लेकर कितनी गंभीर है इसे हम केंद्रीय मंत्री प्रकाश प्रकाश जावड़ेकर की प्रेस कांफ्रेंस से भी समझ सकते हैं.  प्रकाश जावड़ेकर ने पत्रकार वार्ता का आयोजन कर उन गालियों का ब्योरा दिया है जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ इस्तेमाल हुई हैं.

बात गलियों पर चल रही हैं तो कांग्रेस ने अलावा एक और दल है जो देश के प्रधानमंत्री को जी भरकर गालियां दे रहा है. हम बात कर रहे हैं तृणमूल कांग्रेस की. ये बात किसी से छुपी नहीं है कि बंगाल में कमल खिलाने को लेकर प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह दोनों ही बहुत गंभीर हैं और बीते दिनों जिस हिसाब से दोनों ही नेताओं ने बंगाल की भूमि पर रैलियां की है तृणमूल के खेमे में बेचैनी होना स्वाभाविक है. इसी के मद्देनजर केंद्रीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को संबोधित करते हुए बशीर बद्र का एक शेर ट्वीट किया है.  

बहरहाल जिस हिसाब से पीएम मोदी ने अपने ऊपर पढ़ रही गलियों को भुनाया है और प्रेस कांफ्रेंस के अलावा ट्विटर का इस्तेमाल किया है. साफ है कि भविष्य में ये गलियां कांग्रेस के गले की हड्डी बन भाजपा को मजबूत करेंगी. गलियां भाजपा को कितना मजबूत करती हैं इसका निर्णय समय करेगा मगर जो पीएम ने देश की जनता के सामने रखा है तय है कि कांग्रेस ने पैर पर कुल्हाड़ी नहीं बल्कि कुल्हाड़ी पर पैर मारा है और अपने आप को बुरी तरह घायल किया है.

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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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