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भाजपा के खिलाफ मुहिम चलाएं 'पेटा' के अधिकारी!

    • करुणेश कैथल
    • Updated: 15 मार्च, 2016 06:10 PM
  • 15 मार्च, 2016 06:10 PM
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भाजपा विधायक ने बेजुबान घोड़े पर इतनी बेरहमी से लाठी बरसाईं कि घोड़े का पैर टूट गया. इस अमानवीय घटना के बाद विधायक उल्टे लीपा-पोती कर अपनी सफाई दे रहे हैं.

देहरादून में एक प्रदर्शन के दौरान भाजपा विधायक गणेश जोशी के द्वारा बेजुबान घोड़े पर लाठी बरसा कर उसकी टांग तोड़ने के खबर का वीडियो एक तरफ चैनलों पर दिखाया जा रहा है तो दूसरी तरफ सोशल मीडिया पर धड़ल्ले से शेयर किया जा रहा है. इस मामले में कितनी सच्चाई है यह तो जांच का विषय है. लेकिन आए दिन भाजपा नेताओं, सांसदों व मंत्रियों के जो उल्टे-सीधे बयान सुनने को मिल रहे हैं वह काफी निराशाजनक हैं. ऐसे में ये घटना बेहद शर्मनाक है. वीडियो में सीधे-सीधे विधायक को घोड़े पर लाठियां बरसाते दिखाया जा रहा है.

देश-विदेश में जानवरों के हित व सुरक्षा के लिए कार्य कर रही संस्था पेटा को इस ओर ध्यान देना चाहिए. भाजपा नेताओं के द्वारा इस मामले में जिस तरह की सफाई पेश की जा रही है वह बेहद शर्मनाक है. भाजपा के वरिष्ठ नेताओं को खुद ही इस मामले में निष्पक्ष जांच की जाने की बात कहनी चाहिए. जबकि बेजुबान जानवर पर हमला करने के मामले में उल्टे लीपा-पोती कर सफाई पेश की जा रही है. सफाई दी जा रही है कि घोड़े पर लाठी नहीं चलाई. बल्कि घोड़े को सुबह से पानी नहीं पिलाया गया इसलिए वो गिर गया था और विधायक ने घायल घोड़े को पानी पिलाकर उसे खड़ा करने का प्रयास किया. दूसरी तरफ भाजपा प्रवक्ता मुन्ना सिंह चौहान ने इन आरोपों का खंडन करते हुए सफाई दी है कि घोड़े का एक पैर के पॉटहोल के अंदर फंस जाने के कारण वह घायल हुआ.

 

जिस तरह से लोकसभा चुनाव में नेताओं के घमंडी रवैये के कारण कांग्रेस पार्टी अपना अस्तित्व तलाशती नजर आ रही थी, ठीक वही हालात इस समय भाजपा पार्टी में देखने को मिल रहा है. अभी तक भाजपा के वरिष्ठ नेताओं की ओर से कोई भी ऐसा बयान नहीं आया है जिसमें बेजुबान घोड़े को...

देहरादून में एक प्रदर्शन के दौरान भाजपा विधायक गणेश जोशी के द्वारा बेजुबान घोड़े पर लाठी बरसा कर उसकी टांग तोड़ने के खबर का वीडियो एक तरफ चैनलों पर दिखाया जा रहा है तो दूसरी तरफ सोशल मीडिया पर धड़ल्ले से शेयर किया जा रहा है. इस मामले में कितनी सच्चाई है यह तो जांच का विषय है. लेकिन आए दिन भाजपा नेताओं, सांसदों व मंत्रियों के जो उल्टे-सीधे बयान सुनने को मिल रहे हैं वह काफी निराशाजनक हैं. ऐसे में ये घटना बेहद शर्मनाक है. वीडियो में सीधे-सीधे विधायक को घोड़े पर लाठियां बरसाते दिखाया जा रहा है.

देश-विदेश में जानवरों के हित व सुरक्षा के लिए कार्य कर रही संस्था पेटा को इस ओर ध्यान देना चाहिए. भाजपा नेताओं के द्वारा इस मामले में जिस तरह की सफाई पेश की जा रही है वह बेहद शर्मनाक है. भाजपा के वरिष्ठ नेताओं को खुद ही इस मामले में निष्पक्ष जांच की जाने की बात कहनी चाहिए. जबकि बेजुबान जानवर पर हमला करने के मामले में उल्टे लीपा-पोती कर सफाई पेश की जा रही है. सफाई दी जा रही है कि घोड़े पर लाठी नहीं चलाई. बल्कि घोड़े को सुबह से पानी नहीं पिलाया गया इसलिए वो गिर गया था और विधायक ने घायल घोड़े को पानी पिलाकर उसे खड़ा करने का प्रयास किया. दूसरी तरफ भाजपा प्रवक्ता मुन्ना सिंह चौहान ने इन आरोपों का खंडन करते हुए सफाई दी है कि घोड़े का एक पैर के पॉटहोल के अंदर फंस जाने के कारण वह घायल हुआ.

 

जिस तरह से लोकसभा चुनाव में नेताओं के घमंडी रवैये के कारण कांग्रेस पार्टी अपना अस्तित्व तलाशती नजर आ रही थी, ठीक वही हालात इस समय भाजपा पार्टी में देखने को मिल रहा है. अभी तक भाजपा के वरिष्ठ नेताओं की ओर से कोई भी ऐसा बयान नहीं आया है जिसमें बेजुबान घोड़े को न्याय दिलाने की बात कही गई हो. इस समय जरूरत है कि 'पेटा' इस मामले में भाजपा के खिलाफ मुहिम चलाए और इस मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषी को सख्त सजा दिलवाने का कार्य करे.

ये भी पढ़ें- ये मजाक नहीं है, जानवर भी हो सकते हैं अपराधी

हालांकि इस मामले में जो वीडियो दिखाया जा रहा है उसमें विधायक गणेश जोशी को बेलगाम लठ बरसाते हुए देखा जा सकता है. लेकिन बेजुबान जानवरों को राजनैतिक द्वेष की सजा भुगतनी पड़ रही है, जबकि इन मामलों में जानवरों का तो कोई कसूर नहीं होता. बता दें कि यह घोड़ा भाजपा के विरोध कार्यक्रम के मद्देनजर तैनात की गयी घुड़सवार पुलिस का हिस्सा था. घोड़े का इलाज किया जा रहा है, लेकिन डॉक्टरों के मुताबिक अब इस घोड़े का पैर कभी भी ठीक नहीं हो सकता.


इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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