• होम
  • सियासत
  • समाज
  • स्पोर्ट्स
  • सिनेमा
  • सोशल मीडिया
  • इकोनॉमी
  • ह्यूमर
  • टेक्नोलॉजी
  • वीडियो
होम
सियासत

शहबाज शरीफ ने क्या पाकिस्तान की बेइज्जती करा दी? PTI तो पीछे ही पड़ गई

    • आईचौक
    • Updated: 16 सितम्बर, 2022 07:16 PM
  • 16 सितम्बर, 2022 07:16 PM
offline
पाकिस्तान (Pakistan) के पीएम शहबाज शरीफ (Shehbaz Sharif) इन दिनों उज्बेकिस्तान के समरकंद में चल रहे शंघाई सहयोग संगठन शिखर सम्मेलन (SCO Summit) में शिरकत कर रहे हैं. शहबाद शरीफ ने इस दौरान दुनिया के कई बड़े नेताओं से मुलाकात की. लेकिन, खुद को 'सेंट्रल ऑफ अटेंशन' बताना शरीफ को भारी पड़ गया.

पाकिस्तान एक ऐसा देश है, जिसे अगर कोई इज्जत ना भी दे. तो, वह खुद को ही इज्जत देकर अपनी हौसला अफजाई कर लेता है. और, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन में शामिल होने के दौरान ऐसा ही किया. दरअसल, पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ इन दिनों उज्बेकिस्तान के समरकंद में चल रहे शंघाई सहयोग संगठन शिखर सम्मेलन में शिरकत कर रहे हैं. शहबाज शरीफ की इस यात्रा को उनकी पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) यानी पीएमएलएन जमकर प्रचारित कर रही है. और, एससीओ समिट के दौरान की एक तस्वीर को पीएमएलएन ने ट्विटर पर शेयर करते हुए दावा किया है कि 'चार सालों के लंबे इंतजार के बाद आखिरकार पाकिस्तान को वो नेता मिल गया, जिसकी दुनिया भी इज्जत करती है.' इस तस्वीर में सभी नेताओं को ब्लैक एंड व्हाइट कर शहबाज शरीफ को उभारा गया था. 

लेकिन, शहबाज शरीफ की पार्टी ने जिस गर्मजोशी के साथ इस तस्वीर को शेयर किया था. कुछ ही देर में उसकी हवा पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी ने निकाल दी. और, इसे बदले की तरह ही देखा जाना चाहिए. क्योंकि, शहबाज शरीफ पर ही इमरान खान की सरकार को गिराने का आरोप लगता है. पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ यानी पीटीआई ने शहबाज शरीफ का वीडियो ट्वीट कर उनकी छीछालेदर कर दी. इस वीडियो में पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ शंघाई सहयोग संगठन शिखर सम्मेलन में शामिल हुए नेताओं में सबसे पीछे नजर आते हैं. पीटीआई ने ट्वीट करते हुए लिखा कि 'सोशल मीडिया को चार घंटे लगे पीएमएलएन द्वारा शहबाज शरीफ के फेक प्रोजेक्शन का खुलासा करने में. इस वीडियो में सच्चाई है. वो सबसे आखिरी थे, जिन्हें खाना चखने के लिए बुलाया गया. एक समय था, जब सच में हमारे पीएम चर्चा का केंद्र रहते थे.' 

पाकिस्तान एक ऐसा देश है, जिसे अगर कोई इज्जत ना भी दे. तो, वह खुद को ही इज्जत देकर अपनी हौसला अफजाई कर लेता है. और, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन में शामिल होने के दौरान ऐसा ही किया. दरअसल, पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ इन दिनों उज्बेकिस्तान के समरकंद में चल रहे शंघाई सहयोग संगठन शिखर सम्मेलन में शिरकत कर रहे हैं. शहबाज शरीफ की इस यात्रा को उनकी पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) यानी पीएमएलएन जमकर प्रचारित कर रही है. और, एससीओ समिट के दौरान की एक तस्वीर को पीएमएलएन ने ट्विटर पर शेयर करते हुए दावा किया है कि 'चार सालों के लंबे इंतजार के बाद आखिरकार पाकिस्तान को वो नेता मिल गया, जिसकी दुनिया भी इज्जत करती है.' इस तस्वीर में सभी नेताओं को ब्लैक एंड व्हाइट कर शहबाज शरीफ को उभारा गया था. 

लेकिन, शहबाज शरीफ की पार्टी ने जिस गर्मजोशी के साथ इस तस्वीर को शेयर किया था. कुछ ही देर में उसकी हवा पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी ने निकाल दी. और, इसे बदले की तरह ही देखा जाना चाहिए. क्योंकि, शहबाज शरीफ पर ही इमरान खान की सरकार को गिराने का आरोप लगता है. पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ यानी पीटीआई ने शहबाज शरीफ का वीडियो ट्वीट कर उनकी छीछालेदर कर दी. इस वीडियो में पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ शंघाई सहयोग संगठन शिखर सम्मेलन में शामिल हुए नेताओं में सबसे पीछे नजर आते हैं. पीटीआई ने ट्वीट करते हुए लिखा कि 'सोशल मीडिया को चार घंटे लगे पीएमएलएन द्वारा शहबाज शरीफ के फेक प्रोजेक्शन का खुलासा करने में. इस वीडियो में सच्चाई है. वो सबसे आखिरी थे, जिन्हें खाना चखने के लिए बुलाया गया. एक समय था, जब सच में हमारे पीएम चर्चा का केंद्र रहते थे.' 

इस ट्वीट के बाद तो पाकिस्तान में पीटीआई समर्थकों ने सोशल मीडिया पर शहबाज शरीफ के साथ ही उनकी पार्टी पीएमएलन की मौज लेना शुरू कर दिया. शरीफ का ये वीडियो धड़ाधड़ शेयर किया जाने लगा. इसी बीच शहबाज शरीफ का एक और वीडियो सामने आ गया. जिसके साथ दावा किया जाने लगा कि शरीफ ने पाकिस्तान की बेइज्जती करा दी.

शहबाज शरीफ के सियासी प्रतिद्वंदी इमरान खान की पार्टी ने उनकी बेइज्जती करने में कोई कसर नहीं छोड़ी.

दरअसल, इस वीडियो में पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ बातचीत करते नजर आ रहे हैं. लेकिन, इस दौरान बार-बार उनके कान से ईयरपीस निकल जा रहा था. जो लोग नहीं जानते हैं, उन्हें बता दें कि ऐसी बैठकों के दौरान बातचीत के लिए ईयरपीस का इस्तेमाल होता है. जिससे सामने वाले नेता की कही बात अनुवाद के साथ दूसरे नेता को सुनाई देती है. लेकिन, इस बैठक में ये ईयरपीस कई बार शहबाज शरीफ के कान से गिरता रहा. और, इसे देखकर व्लादिमीर पुतिन मुस्काए बिना नहीं रह सके. 

इस ट्वीट को भी इमरान खान की पार्टी के समर्थकों ने जमकर वायरल कर दिया. इस वीडियो को शेयर करते हुए कहा जा रहा है कि शहबाज शरीफ ने पुतिन के सामने पाकिस्तान की बेइज्जती करा दी. वैसे, इस वीडियो के साथ लोग पीएमएलएन के नेता नवाज शरीफ का भी एक वीडियो शेयर कर रहे हैं. जिसमें नवाज शरीफ अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा से बातचीत करते दिखाई पड़ रहे हैं. इस वीडियो में पहले नवाज शरीफ गलत अंग्रेजी बोलते हैं. और, फिर ऑन कैमरा ही बराक ओबामा को खाने के बारे में जानकारी देने लगते हैं. कहना गलत नहीं होगा कि भले ही शहबाज शरीफ ने पाकिस्तान की बेइज्जती कराई हो या नहीं. लेकिन, इमरान खान की पार्टी पीटीआई उनके पीछे हाथ धोकर पड़ गई है.

इधर, भारत में पीएम मोदी की आंखों पर कांग्रेस की नजर

वैसे, एससीओ समिट में सबकी नजरें भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर ही टिकी हुई हैं. दरअसल, इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी की मुलाकात रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से होनी है. गलवान घाटी में हिंसक सैन्य झड़प होने के बाद ये पहला मौका होगा, जब पीएम नरेंद्र मोदी चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ बातचीत करेंगे. बता दें कि कुछ दिनों पहले ही लद्दाख सीमा के एक हिस्से पर भारत-चीन के बीच जारी गतिरोध कम हुआ है. वहीं, रूस-यूक्रेन के बीच लंबे समय से जारी युद्ध के बीच व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात को भी अहम माना जा रहा है. क्योंकि, भारत और रूस के संबंधों को देखते हुए दुनियाभर को उम्मीद है कि शायद रूस-यूक्रेन युद्ध का कोई हल निकल आए.

खैर, एससीओ समिट के नतीजे क्या रहेंगे, इसका फैसला तो भविष्य में ही होगा. लेकिन, कांग्रेस पार्टी इस मौके पर भी राजनीति करने से बाज नहीं आई. कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने पीएम मोदी की तस्वीर पर तंज कसते हुए ट्वीट किया कि 'पीएम मोदी और विदेश मंत्रालय की खराब शुरुआत. हमारे मजबूत देश भारत को एक किनारे पर खड़ा कर दिया है और  दूसरे किनारे पर पाकिस्तान है. मुझे लाल आंख नहीं बल्कि बंद आंख दिखाई दे रही है.' 

गौरव गोगोई अपने इस ट्वीट के बाद भाजपा के निशाने पर आ गए. और, आलोचना होने पर भड़के गौरव गोगोई ने सिलसिलेवार कई ट्वीट कर डाले. गोगोई ने लिखा कि 'मैं अपनी बात को फिर से दोहराता हूं. भारतीय ध्वज की गरिमा, क्षेत्रीय अखंडता और आर्थिक क्षमता की रक्षा करना प्रधानमंत्री का कर्तव्य है. पीएम मोदी इन सभी मोर्चों पर विफल रहे हैं. चीन ने पीएम मोदी पर दबाव बनाकर भारतीय जमीन को बफर जोन बना दिया. और, भारतीय सेना उस जगह से हटा दी गई, जहां कई दशकों से पेट्रोलिंग की जाती रही थी. गलवान घाटी की हिंसक झड़प के बावजूद चीन ने पीएम मोदी पर दबाव बनाकर अपने देश से व्यापार को बढ़वा दिया और भारतीय पैसों से चीन की अर्थव्यवस्था मजबूत हुई. ऐसी फोटो-ऑप्स पर पहले से ही बातचीत की जाती है. और, पीएम व विदेश मंत्रालय मेजबान देश से आग्रह करने में विफल रहे हैं कि भारत की क्षमता रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण सहयोगी की है. पीएम मोदी और भाजपा सरकार के तहत भारत के रणनीतिक हितों को नुकसान हो रहा है.' 

भाजपा नेता शहजाद पूनावाला ने गौरव गोगोई पर पलटवार करते हुए राहुल गांधी की एक तस्वीर शेयर की है. जिसमें राहुल गांधी के पीछे चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी खड़ी हैं. इस तस्वीर में राहुल गांधी कुछ कागजों पर साइन करते दिख रहे हैं. शहजाद पूनावाला ने सवाल उठाते हुए लिखा है कि 'गौरव गोगोई- क्या राहुल गांधी चीन के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर कर उसे लाल आंख दिखा रहे हैं या डोकलाम विवाद के समय उनके साथ चीनी फूड खा रहे हैं? क्या उनके परिवार ने अक्साई चिन देते समय लाल आंख दिखाई थी? राहुल गांधी फाउंडेशन में चीनी चंदे के साथ? मेजबान देश द्वारा तय प्रोटोकॉल पर राजनीति करना अपरिपक्वता की निशानी है. कांग्रेस को मोदी-विरोध के चक्कर में देश-विरोध नहीं करना चाहिए.' 

इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

ये भी पढ़ें

Read more!

संबंधि‍त ख़बरें

  • offline
    अब चीन से मिलने वाली मदद से भी महरूम न हो जाए पाकिस्तान?
  • offline
    भारत की आर्थिक छलांग के लिए उत्तर प्रदेश महत्वपूर्ण क्यों है?
  • offline
    अखिलेश यादव के PDA में क्षत्रियों का क्या काम है?
  • offline
    मिशन 2023 में भाजपा का गढ़ ग्वालियर - चम्बल ही भाजपा के लिए बना मुसीबत!
Copyright © 2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today.

Read :

  • Facebook
  • Twitter

what is Ichowk :

  • About
  • Team
  • Contact
Copyright © 2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today.
▲