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डियर हार्दिक... अब तो मान जाओ !

    • ऑनलाइन एडिक्ट
    • Updated: 19 दिसम्बर, 2017 11:57 AM
  • 19 दिसम्बर, 2017 11:57 AM
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हार्दिक पटेल के ईवीएम बयान से दुखी उनके एक शुभचिंतक ने उनके नाम एक खुला खत लिखा है... इसे पढ़कर शायद हार्दिक ईवीएम की बात करना बंद कर दें...

हार्दिक पटेल जी, सबसे पहले तो गुजरात चुनाव में कड़ी टक्कर देने के लिए मैं आपको बहुत-बहुत बधाई देता हूं. कारण ये है कि वो आप ही थे जिन्होंने भाजपा को थोड़ा परेशान कर दिया था. वो आप ही थे जो गुजरात में भाजपा को सुई की तरह चुभ रहे थे. पर हार्दिक जी अब जो आपका बयान आ रहा है वो भाजपा के लिए नहीं बल्कि आपके लिए चिंताजनक है.

आपका कहना कि एटीएम हैक हो सकते हैं तो EVM भी. और ये कि 1200-1500 वोट का अंतर यानि ईवीएम हैकिंग थोड़ा अजीब लग रहा है. यूपी में तो जब पूर्ण बहुमत मिला था तो ये कहना फिर भी ठीक था, लेकिन 1200-1500 वोट्स के लिए ईवीएम हैक करना तो शायद भाजपा को भी शोभा नहीं देता.

ऊपर से अब आपने ये भी कहा कि 140 इंजीनियर 5000 ईवीएम हैक करने के लिए रखे गए हैं. हार्दिक जी अगर ऐसा होता तो खुद ही बताइए कि क्या सिर्फ इतना कम मार्जिन रहता जीत में?

देखिए किस तरह रिपोर्ट किया जा रहा है आपका बयान... ऐसा अच्छा नहीं लगता.

मेरे ऑफिस में आपके इस स्टेटमेंट के बाद आपकी केजरीवाल जी से भी तुलना की जा रही थी. देखिए मान जाइए, हर समस्या मोदी और भाजपा की पैदा की हुई नहीं होती है. इमानदारी से अगर वाकई ईवीएम में कोई समस्या भी है तो भी इस समय आपके लिए ये राग अलापना थोड़ा खतरनाक साबित हो सकता है. अब योगेंद्र यादव जी के बयान को ही ले लीजिए. कैसे उन्होंने ईवीएम को सही साबित कर दिया और ये कह दिया कि अब विपक्ष को ईवीएम पर सवाल नहीं उठाना चाहिए.

इतने कम मार्जिन से गुजरात में हार ये कहती है कि या तो भाजपा के हैकर्स 'हार्वर्ड से भी ज्यादा हार्डवर्क' कर रहे हैं या फिर ईवीएम की समस्या कोई समस्या है ही नहीं. देखिए मान लिया आपका...

हार्दिक पटेल जी, सबसे पहले तो गुजरात चुनाव में कड़ी टक्कर देने के लिए मैं आपको बहुत-बहुत बधाई देता हूं. कारण ये है कि वो आप ही थे जिन्होंने भाजपा को थोड़ा परेशान कर दिया था. वो आप ही थे जो गुजरात में भाजपा को सुई की तरह चुभ रहे थे. पर हार्दिक जी अब जो आपका बयान आ रहा है वो भाजपा के लिए नहीं बल्कि आपके लिए चिंताजनक है.

आपका कहना कि एटीएम हैक हो सकते हैं तो EVM भी. और ये कि 1200-1500 वोट का अंतर यानि ईवीएम हैकिंग थोड़ा अजीब लग रहा है. यूपी में तो जब पूर्ण बहुमत मिला था तो ये कहना फिर भी ठीक था, लेकिन 1200-1500 वोट्स के लिए ईवीएम हैक करना तो शायद भाजपा को भी शोभा नहीं देता.

ऊपर से अब आपने ये भी कहा कि 140 इंजीनियर 5000 ईवीएम हैक करने के लिए रखे गए हैं. हार्दिक जी अगर ऐसा होता तो खुद ही बताइए कि क्या सिर्फ इतना कम मार्जिन रहता जीत में?

देखिए किस तरह रिपोर्ट किया जा रहा है आपका बयान... ऐसा अच्छा नहीं लगता.

मेरे ऑफिस में आपके इस स्टेटमेंट के बाद आपकी केजरीवाल जी से भी तुलना की जा रही थी. देखिए मान जाइए, हर समस्या मोदी और भाजपा की पैदा की हुई नहीं होती है. इमानदारी से अगर वाकई ईवीएम में कोई समस्या भी है तो भी इस समय आपके लिए ये राग अलापना थोड़ा खतरनाक साबित हो सकता है. अब योगेंद्र यादव जी के बयान को ही ले लीजिए. कैसे उन्होंने ईवीएम को सही साबित कर दिया और ये कह दिया कि अब विपक्ष को ईवीएम पर सवाल नहीं उठाना चाहिए.

इतने कम मार्जिन से गुजरात में हार ये कहती है कि या तो भाजपा के हैकर्स 'हार्वर्ड से भी ज्यादा हार्डवर्क' कर रहे हैं या फिर ईवीएम की समस्या कोई समस्या है ही नहीं. देखिए मान लिया आपका ईवीएम पर विश्वास पक्का नहीं है और मोदी जी पर बिलकुल पक्का है कि सिर्फ वही EVM हैक कर सकते हैं आप नहीं.

पर फिर भी हार्दिक जी अब थोड़ा थम जाइए. ये बात तो पक्की है कि आगे की दौड़ न भाजपा विकास के बलबूते जीतने वाली है और न आप EVM के बूते. अब देखिए न कांग्रेस फिर से एक बार ईवीएम का विलाप करने लगी और धरने पर बैठ गई. अब आप भी ऐसा करेंगे तो कैसे चलेगा.

जनाब हार्दिक जी. सच मानिए मुझे ये बिलकुल अच्छा नहीं लगता जब लोग आपका मजाक उड़ाते हैं. चाहें सीडी हो या फिर आपके बयान ... आपका जोश ही है जिसकी जरूरत है चुनावों में. ऐसे में आपके इस तरह के बयान यकीनन थोड़ा परेशान कर देते हैं. लोग जब कहते हैं कि आपसे हार हजम नहीं हो रही तो अच्छा नहीं लगता. देखिए हार्दिक जी, मान लीजिए अब सच्चाई को. वाकई ये बहुत जरूरी है..

आपका शुभचिंतक..

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गुजरात चुनाव नतीजे : भाजपा की 'कामचलाऊ' जीत !

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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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