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अब आतंक के लिए सिर्फ ट्रक ही काफी है

    • शुभम गुप्ता
    • Updated: 15 जुलाई, 2016 02:40 PM
  • 15 जुलाई, 2016 02:40 PM
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फ्रांस में इससे पहले नवंबर 2015 में ISIS ने 130 लोगों की गोलियों से और गला रेंत कर हत्या कर दी थी. इस बार 81 लोगों को ट्रक के नीचे कुचल कर मार डाला.

फ्रांस में हुए हमले को देखते हुए भारत में भी अलर्ट जारी कर दिया गया है. फ्रांस के नीस शहर में आतंकी ने ना तो इस बार खुद को बम से उड़ाया और ना ही अंधाधुंध फायरिंग की. इस बार हमले को एक नया रूप दिया गया. आतंकी का लक्ष्य सिर्फ लोगों को मारना है. अब वो फिर चाहे ट्रक से मारा जाए या फिर बंदूक से.

ये हादसा उस वक्त हुआ जब फ्रांसीसी क्रांति के एक अहम दिन की याद में सारा फ्रांस जश्न में डूबा हुआ था. और अचानक ही एक ट्रक आता है और लोगों को कुचलने लगता है. कोई कुछ समझ ही नहीं पाया और सड़को पर लाशें बिछती चलीं गई. फांस में पहले ही आपातकाल लागू था और इस हमले को देखते हुए 3 महीने के लिए आपातकाल को बढ़ा दिया गया है. फ्रांसीसी राष्ट्रपति फ्रांसवा ओलांद ने इसे एक आतंकवादी हमला क़रार दिया है.

 

ऐसा नहीं है की ये कोई पहला हमला है फ्रांस में. इससे पहले नवंबर 2015 में ही ISIS ने एक भयानक हमले को अंजाम दिया था. जिसमें 130 लोगों की मौत हुई थी. आशंका यही है कि इस हमले की ज़िम्मेदारी भी ISIS ही ले. ISIS अब विश्व के कौने-कौने में आतंक फैला रहा है. 28 जुन 2016 को ही इंस्तांबुल के एयरपोर्ट पर हमला हुआ और कई लोगों ने अपनी जान गवां दी.

 

इससे पहले पेरिस में जनवरी 2015 में भी हमला हुआ. जिसमें 12 लोगों की मौत हो गई. भारत की खुफिया एजेंसियां पहले ही किसी हमले की आशंका...

फ्रांस में हुए हमले को देखते हुए भारत में भी अलर्ट जारी कर दिया गया है. फ्रांस के नीस शहर में आतंकी ने ना तो इस बार खुद को बम से उड़ाया और ना ही अंधाधुंध फायरिंग की. इस बार हमले को एक नया रूप दिया गया. आतंकी का लक्ष्य सिर्फ लोगों को मारना है. अब वो फिर चाहे ट्रक से मारा जाए या फिर बंदूक से.

ये हादसा उस वक्त हुआ जब फ्रांसीसी क्रांति के एक अहम दिन की याद में सारा फ्रांस जश्न में डूबा हुआ था. और अचानक ही एक ट्रक आता है और लोगों को कुचलने लगता है. कोई कुछ समझ ही नहीं पाया और सड़को पर लाशें बिछती चलीं गई. फांस में पहले ही आपातकाल लागू था और इस हमले को देखते हुए 3 महीने के लिए आपातकाल को बढ़ा दिया गया है. फ्रांसीसी राष्ट्रपति फ्रांसवा ओलांद ने इसे एक आतंकवादी हमला क़रार दिया है.

 

ऐसा नहीं है की ये कोई पहला हमला है फ्रांस में. इससे पहले नवंबर 2015 में ही ISIS ने एक भयानक हमले को अंजाम दिया था. जिसमें 130 लोगों की मौत हुई थी. आशंका यही है कि इस हमले की ज़िम्मेदारी भी ISIS ही ले. ISIS अब विश्व के कौने-कौने में आतंक फैला रहा है. 28 जुन 2016 को ही इंस्तांबुल के एयरपोर्ट पर हमला हुआ और कई लोगों ने अपनी जान गवां दी.

 

इससे पहले पेरिस में जनवरी 2015 में भी हमला हुआ. जिसमें 12 लोगों की मौत हो गई. भारत की खुफिया एजेंसियां पहले ही किसी हमले की आशंका जता चुकी हैं. ऐसा लगता है भारत अब हर ओर से घिर गया है. कश्मीर में आतंकी लगातार किसी बड़े हमले की तलाश में हैं. आतंकी बुरहान की मौत के बाद हालात ये है कि कश्मीर के चार जिलों में कर्फ्यू लागू कर दिया गया है.

 

कश्मीर हिंसा में अब तक 38 लोगों को मौत भी हो चुंकी है. कल ही मुंबई एटीएस ने 31 साल के शख्स को ISIS में शामिल होने के तहत गिरफ्तार किया है. अब तक देश के अलग-अलग राज्यों से ISIS से जुड़ने के आरोप में 45 लोग गिरफ्तार हो चुके है. उधर हाफिज़ सईद अपने आतंकी तैयार कर रहा है. जिससे की भारत पर एक और बड़ा हमला किया जा सके. भारत की सीमा पर हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है. ये तो शुक्र है कि भारत की सुरक्षा एजेंसियों की जिसने अभी तक ISIS के हर मंसूबे को नाकायाब किया है.

इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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