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योगी आदित्‍यनाथ की लखनऊ में दिवाली बनाम केजरीवाल का दिल्ली में जय श्रीराम

    • बिलाल एम जाफ़री
    • Updated: 31 अक्टूबर, 2021 07:27 PM
  • 31 अक्टूबर, 2021 07:15 PM
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जल्द ही उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं ऐसे में सीएम योगी आदित्यनाथ ने हिंदू वोटों को रिझाने के लिए दिवाली को बड़ा हथियार बनाया है. कुछ इसी तर्ज पर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल भी हैं. उनका वायरल वीडियो है तो दिल्ली के लिए लेकिन इसका फायदा उन्हें यूपी के चुनावों में मिल सकता है.

यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बखूबी समझते और जानते हैं कि यदि हिंदू वोटों पर अपनी पकड़ बनाए रखी तो 2022 में भाजपा को किला फतेह करने से कोई नहीं रोक सकता. सीएम योगी आदित्यनाथ की ही तरह इस बात को दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल भी जानते हैं. अब क्योंकि नए तेवर के साथ आम आदमी पार्टी यूपी की दहलीज पर दस्तक देने वाली हैं तो केजरीवाल ने भी अपना अंदाज कुछ कुछ योगी सरीखा कर लिया है और दिवाली के मद्देनजर न केवल बड़ी घोषणा की है बल्कि जय श्री राम का उदघोष भी किया है. आगे हम कुछ कहें उससे पहले हमारे लिए ये समझ लेना बहुत जरूरी है कि केजरीवाल द्वारा दिल्ली में जो कुछ भी कहा गया है उसका सीधा असर उत्तर प्रदेश में दिखेगा.

जैसा कि हम बता चुके हैं 2022 के विधानसभा चुनाव में योगी आदित्यनाथ का एजेंडा अपनी मुहीम के जरिये हिंदू वोटों को एकजुट करना है इसलिए राजधानी लखनऊ में विकास दीपोत्सव का शुभारंभ करते हुए यूपी के मुख्यमंत्री ने विपक्ष को भी जम कर लताड़ा है. योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पूर्व की सरकारें अयोध्या जाने से डरती थीं. प्रभू श्रीराम व कृष्ण का नाम लेने से बचती थीं. पर, अब ऐसा नहीं है. हालात बदले हैं. अयोध्या में दीपोत्सव हो रहे हैं, जहां 9 लाख दीए जलाए जाएंगे. वृंदावन में रंगोत्सव मनाए जा रहे हैं. वाराणसी में देवदीपावली तथा प्रयागराज में भव्य कुम्भ हो रहे हैं.

यूपी में चुनाव हैं इसलिए योगी आदित्यनाथ और अरविंद केजरीवाल अपने अपने तरीके से दिवाली में तुष्टिकरण करते नजर आ रहे हैं

अपनी उपलब्धियां बताते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पहले बहन-बेटियां स्कूल जाने से डरती थीं, अब गुंडों की हिम्मत नहीं है. उन्होंने कहा कि यूपी में हालात अब पूरी तरह बदल गए हैं. सीएम योगी ने कहा, साढ़े चार साल में प्रदेश...

यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बखूबी समझते और जानते हैं कि यदि हिंदू वोटों पर अपनी पकड़ बनाए रखी तो 2022 में भाजपा को किला फतेह करने से कोई नहीं रोक सकता. सीएम योगी आदित्यनाथ की ही तरह इस बात को दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल भी जानते हैं. अब क्योंकि नए तेवर के साथ आम आदमी पार्टी यूपी की दहलीज पर दस्तक देने वाली हैं तो केजरीवाल ने भी अपना अंदाज कुछ कुछ योगी सरीखा कर लिया है और दिवाली के मद्देनजर न केवल बड़ी घोषणा की है बल्कि जय श्री राम का उदघोष भी किया है. आगे हम कुछ कहें उससे पहले हमारे लिए ये समझ लेना बहुत जरूरी है कि केजरीवाल द्वारा दिल्ली में जो कुछ भी कहा गया है उसका सीधा असर उत्तर प्रदेश में दिखेगा.

जैसा कि हम बता चुके हैं 2022 के विधानसभा चुनाव में योगी आदित्यनाथ का एजेंडा अपनी मुहीम के जरिये हिंदू वोटों को एकजुट करना है इसलिए राजधानी लखनऊ में विकास दीपोत्सव का शुभारंभ करते हुए यूपी के मुख्यमंत्री ने विपक्ष को भी जम कर लताड़ा है. योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पूर्व की सरकारें अयोध्या जाने से डरती थीं. प्रभू श्रीराम व कृष्ण का नाम लेने से बचती थीं. पर, अब ऐसा नहीं है. हालात बदले हैं. अयोध्या में दीपोत्सव हो रहे हैं, जहां 9 लाख दीए जलाए जाएंगे. वृंदावन में रंगोत्सव मनाए जा रहे हैं. वाराणसी में देवदीपावली तथा प्रयागराज में भव्य कुम्भ हो रहे हैं.

यूपी में चुनाव हैं इसलिए योगी आदित्यनाथ और अरविंद केजरीवाल अपने अपने तरीके से दिवाली में तुष्टिकरण करते नजर आ रहे हैं

अपनी उपलब्धियां बताते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पहले बहन-बेटियां स्कूल जाने से डरती थीं, अब गुंडों की हिम्मत नहीं है. उन्होंने कहा कि यूपी में हालात अब पूरी तरह बदल गए हैं. सीएम योगी ने कहा, साढ़े चार साल में प्रदेश में 45 लाख लोगों को आवास दिया गया. 2.61 करोड़ को शौचालय मिला. 1.41 करोड़ को मुफ्त बिजली कनेक्शन दिया गया. 1.56 करोड़ को उज्ज्वला के तहत गैस कनेक्शन, छह करोड़ को आयुष्मान योजना का लाभ दिया गया.’

गरीबों और बेसहारा लोगों ने लिए सरकार क्या कर रही है इसपर भी योगी आदित्यनाथ ने अपने मन की बात कही है. योगी ने कहा कि करीब 8 लाख स्ट्रीट वेंडर्स को दस हजार रुपये का शून्य ब्याज पर दिया गया. वहीं सीएम ने आत्मनिर्भर होने की बात कही और कहा कि भारत के लिए वोकल फॉर लोकल जरूरी है.

विकास दीपोत्सव के दौरान आदिगंगा मां गोमती की आरती तथा लेजर शो में रामायण की कथा का वर्णन देखकर सीएम योगी ने इस बात का स्पष्ट सन्देश दिया है कि वो भगवान श्री राम ही होंगे जो आगामी चुनावों में महंगाई और बेरोजगारी का आरोप झेलती भाजपा की नैया को पार लगाएंगे.

चुनाव पूर्व हिंदू वोटों और दिवाली के प्रति यूपी के मुखिया योगी आदित्यनाथ का क्या रुख है ये किसी से छिपा नहीं है लेकिन जो चीज अचरज में डालती है वो दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल हैं.

दिवाली आने में भले ही कुछ समय शेष हो लेकिन अरविंद केजरीवाल का जो वीडियो इंटरनेट पर जंगल की आग की तरह फॉरवर्ड हो रहा है उसमें दिल्ली के मुख्यमंत्य्री के तेवर कुछ बदले बदले से नजर आ रहे हैं. प्रायः हिंदुत्व और भगवान राम से दूरी बनाने वाले केजरीवाल यूपी चुनावों से पहले भगवान राम की क्षरण में जाते दिखाई दे रहे हैं.

वायरल वीडियो में दिल्ली की जनता को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने कहा है कि इस बार दिल्ली के दो करोड़ लोगों की दिवाली खास होगी. सीएमओ दिल्ली के ट्विटर हैंडल से ट्वीट वीडियो में सीएम अरविंद केजरीवाल दिल्ली के लोगों से एक अपील की ही और कहा है कि दिवाली नजदीक आ गई है. इस बार भी हम बिना पटाखों वाली दिवाली मनाएंगे और दिल्ली को प्रदूषण मुक्त रखेंगे.

केजरीवाल ने ये भी कहा है कि इस बार दिल्लीवासी मिलकर दिवाली के मौके पर भगवान राम का स्वागत करेंगे, मगर पटाखे नहीं जलाएंगे. पटाखों को जलाने से प्रदूषण होता है तो वो उसे रोकने में मदद करेंगे. साथ ही उन्होंने कहा कि इस बार दिल्ली के दो करोड़ लोग एक साथ भगवान राम का स्वागत और पूजन करेंगे.

केजरीवाल के अनुसार दिल्ली सरकार अपने कैबिनेट मंत्रियों के साथ पूजा-अर्चना करेगी और दिल्ली के लोग उसी समय अपने घरों में मौजूद रहकर पूजा अर्चना कर सकेंगे. जिसका सीधा प्रसारण किया जाएगा. उन्होंने कहा कि पूरी दिल्ली की दो करोड़ जनता एक साथ मिलकर इस त्योहार को मनाएगी, इस तरह से भगवान रामजी की कृपा हमेशा हम सब पर बनी रहेगी. जय श्रीराम के उदघोष के साथ वीडियो में केजरीवाल ने अपनी बातों को विराम दिया है.

ध्यान रहे केजरीवाल का ये वीडियो एक ऐसे समय में आया है जब यूपी चुनाव के चलते सियासी सरगर्मियां तेज हैं और केजरीवाल के पास यूपी में बताने के लिए कुछ है नहीं. अब चूंकि भगवान राम किसी एक के न होकर सबके हैं. योगी आदित्यनाथ ने ये सोचकर दांव खेल दिया है कि नहीं हुआ कुछ तो राम नाम के दम पर ही वो उस वोटबैंक को रिझाने में कामयाब होंगे जो मुस्लिम तुष्टिकरण के चलते सपा बसपा और कांग्रेस जैसी पार्टियों से आहत है और जिसका एकविकप्प भाजपा है.

इन तमाम बातों के बाद जिक्र यदि भाजपा का हो तो भाजपा और योगी आदित्यनाथ दोनों ही इस बात को बखूबी समझते हैं वो लोग हिंदुत्व के इस खेल में और किसी दल के मुकाबले कहीं ज्यादा अच्छे हैं.     

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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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