• होम
  • सियासत
  • समाज
  • स्पोर्ट्स
  • सिनेमा
  • सोशल मीडिया
  • इकोनॉमी
  • ह्यूमर
  • टेक्नोलॉजी
  • वीडियो
होम
सियासत

जूता पॉलिश करने से लेकर चप्‍पल खाने तक तैयार उम्‍मीदवार, ये चुनाव है...

    • अनुज मौर्या
    • Updated: 02 अप्रिल, 2019 02:49 PM
  • 02 अप्रिल, 2019 02:49 PM
offline
जनता से हाथ जोड़कर वोट मांगने वाले इन लोगों में कुछ ऐसे भी चेहरे हैं, जो लोकसभा चुनावों से पहले अलग दिखते थे. लेकिन जैसे ही उन्हें लोकसभा चुनाव लड़ने का टिकट मिला, वैसे ही उनके हाव-भाव और चाल-ढाल बदले हुए से लग रहे हैं.

लोकसभा चुनाव सिर पर हैं और सभी प्रत्याशी वोट मांगने के लिए घरों से बाहर निकल चुके हैं. कोई गरीब के घर जाकर खाना खा रहा है, तो कोई खेतों में जाकर गेंहू काटने में लगा है. इन्हीं में आपको जूते तक पॉलिस करते उम्मीदवार भी दिख जाएंगे. ये नजारा किसी एक राज्य का नहीं, बल्कि पूरे देश का हाल कुछ ऐसा ही हो गया है. जनता का वोट पाने के लिए कैंडिडेट हर जतन करने को तैयार दिख रहे हैं.

जनता से हाथ जोड़कर वोट मांगने वाले इन लोगों में कुछ ऐसे भी चेहरे हैं, जो लोकसभा चुनावों से पहले अलग दिखते थे. लेकिन जैसे ही उन्हें लोकसभा चुनाव लड़ने का टिकट मिला, वैसे ही उनके हाव-भाव और चाल-ढाल बदले हुए से लग रहे हैं. इनमें वो लोग भी शामिल हैं, जो पहले अपनी ऐशो-आराम की जिंदगी को पलभर के लिए नहीं छोड़ते थे, लेकिन अब हर कष्ट उठा रहे हैं ताकि जनता का वोट पा सकें. अब इन उम्मीदवारों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल होने लगी हैं. चलिए एक नजर डालती है कुछ ऐसी ही तस्वीरों पर जो सिर्फ चुनाव के समय ही सामने आती हैं.

1- अकसर टीवी पर दमकते दिखाई देते संबित पात्रा पहुंचे गरीब के घर

संबित पात्रा इन दिनों ओडिशा के पुरी से चुनाव जीतने के लिए हर जतन कर रहे हैं.

इस चुनाव में सबसे अधिक चर्चा का विषय बनी है संबित पात्रा की एक गरीब के घर खाना खाने वाली तस्वीर. संबित पात्रा को भाजपा ने ओडिशा के पुरी से लोकसभा चुनाव का टिकट दिया है. वह घर-घर जाकर लोगों से मिल रहे हैं और वोट मांग रहे हैं. इसी क्रम में उनकी कुछ तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए हैं, जिनमें वह एक गरीब के घर खाना खाते दिख रहे हैं. जमीन पर बैठे संबित पात्रा को केले के पत्ते पर खाना खाते देख सोशल मीडिया पर उनकी खूब तारीफ हो रही है. लेकिन उनकी आलोचना करने वालों की भी कमी नहीं है, जिसमें विपक्षी पार्टी...

लोकसभा चुनाव सिर पर हैं और सभी प्रत्याशी वोट मांगने के लिए घरों से बाहर निकल चुके हैं. कोई गरीब के घर जाकर खाना खा रहा है, तो कोई खेतों में जाकर गेंहू काटने में लगा है. इन्हीं में आपको जूते तक पॉलिस करते उम्मीदवार भी दिख जाएंगे. ये नजारा किसी एक राज्य का नहीं, बल्कि पूरे देश का हाल कुछ ऐसा ही हो गया है. जनता का वोट पाने के लिए कैंडिडेट हर जतन करने को तैयार दिख रहे हैं.

जनता से हाथ जोड़कर वोट मांगने वाले इन लोगों में कुछ ऐसे भी चेहरे हैं, जो लोकसभा चुनावों से पहले अलग दिखते थे. लेकिन जैसे ही उन्हें लोकसभा चुनाव लड़ने का टिकट मिला, वैसे ही उनके हाव-भाव और चाल-ढाल बदले हुए से लग रहे हैं. इनमें वो लोग भी शामिल हैं, जो पहले अपनी ऐशो-आराम की जिंदगी को पलभर के लिए नहीं छोड़ते थे, लेकिन अब हर कष्ट उठा रहे हैं ताकि जनता का वोट पा सकें. अब इन उम्मीदवारों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल होने लगी हैं. चलिए एक नजर डालती है कुछ ऐसी ही तस्वीरों पर जो सिर्फ चुनाव के समय ही सामने आती हैं.

1- अकसर टीवी पर दमकते दिखाई देते संबित पात्रा पहुंचे गरीब के घर

संबित पात्रा इन दिनों ओडिशा के पुरी से चुनाव जीतने के लिए हर जतन कर रहे हैं.

इस चुनाव में सबसे अधिक चर्चा का विषय बनी है संबित पात्रा की एक गरीब के घर खाना खाने वाली तस्वीर. संबित पात्रा को भाजपा ने ओडिशा के पुरी से लोकसभा चुनाव का टिकट दिया है. वह घर-घर जाकर लोगों से मिल रहे हैं और वोट मांग रहे हैं. इसी क्रम में उनकी कुछ तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए हैं, जिनमें वह एक गरीब के घर खाना खाते दिख रहे हैं. जमीन पर बैठे संबित पात्रा को केले के पत्ते पर खाना खाते देख सोशल मीडिया पर उनकी खूब तारीफ हो रही है. लेकिन उनकी आलोचना करने वालों की भी कमी नहीं है, जिसमें विपक्षी पार्टी कांग्रेस भी शामिल है. दरअसल, जिस गरीब के घर संबित पात्रा खाना खा रहे हैं, उस घर में गैस सिलेंडर नहीं है और महिला को चूल्हे पर खाना बनाना पड़ रहा है. इस तस्वीर के जरिए विपक्ष ने मोदी सरकार की उज्ज्वला योजना पर निशाना साधा है.

2- शिफॉन की साड़ी में गेहूं काटती हुई ड्रीमगर्ल

हेमा मालिनी ने मथुरा में भले ही कोई विकास ना किया हो, लेकिन वोट मांगने के लिए गेहूं तक काटने पहुंच गईं.

हेमा मालिनी उत्तर प्रदेश के मथुरा से भाजपा की उम्मीदवार होने के साथ-साथ मशहूर फिल्म अभिनेत्री भी हैं. 31 मार्च को उन्होंने चुनाव प्रचार शुरू किया और पहले ही दिन सुर्खियों में छा गईं. दरअसल, वह मथुरा के गोवर्धन क्षेत्र में गेहूं के एक खेत में जा पहुंचीं और फसल काटने लगीं. तस्वीर तो वायरल हो गई, लेकिन ट्रोल भी बहुत हुई, क्योंकि गेहूं के खेत में लेबर की तरह काम करती हेमा मालिनी ने शिफॉन की साड़ी पहनी हुई थी, जो बेहद महंगी होती है. इसे लोग चुनावी स्टंट कह रहे हैं.

3- सिक्कों से भरी नामांकन की जमानत राशि

कढ़ाई में सिक्के भरकर नामांकन के लिए पहुंचे कुप्पलजी सोशल मीडिया पर छाए हुए हैं.

यूं तो हर बार कोई न कोई ऐसी तस्वीर सामने जरूर आती है, जिसमें उम्मीदवार सिक्कों जरिए अपने नामांकन की जमानत राशि भरते हैं. लेकिन इस बार की तस्वीर थोड़ी अलग है, क्योंकि ये उम्मीदवार सिक्कों को किसी बैग या झोले में नहीं, बल्कि कढ़ाई में लेकर चुनाव अधिकारी के पास पहुंचे थे. इसका नाम है कुप्पलजी देवादोस, जो एक निर्दलीय प्रत्याशी हैं. अम्मा मक्कल नेशनल पार्टी के प्रत्याशी कुप्पलजी देवादोस साउथ चेन्नई लोकसभा सीट से लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं. उन्होंने जमानत की 25,000 रुपए की राशि सिक्कों में दी, जिनमें 10, 5, 2 और 1 रुपए के सिक्के थे.

4- शराब के ठेके के सामने बांट रही दूध

शराब की दुकान के सामने दूध बांटकर चुनाव प्रचार करने का तरीका भी यूनीक है.

महाराष्ट्र के यवतमाल में एक महिला उम्मीदवार शराब के ठेके के सामने दूध बांट रही हैं. वह चुनाव में शराब पर बैन लगाने का मुद्दा लेकर ही उतरी हैं. इनका नाम है वैशाली रेड्डी, जो यवतमाल वाशिम लोकसभा सीट से चुनावी मैदान में उतरी हैं. उन्हें प्रहार जनशक्ति पार्टी ने टिकट दिया है, क्योंकि वह किसानों के बीच काफी लोकप्रिय हैं. आपको बता दें कि उनके पति ने किसानों की समस्याओं से लड़ते हुए खुदकुशी कर ली थी. शराब के ठेके के सामने दूध बांटने की ये तस्वीर सोशल मीडिया पर लोगों की सराहना पा रही है.

5- एक हाथ में चप्पल, दूसरे में इस्तीफा

वादे पूरे ना करने पर चप्पल मारने को कहने वाला प्रत्याशी खूब चर्चा में है.

2018 में तेलंगाना में कोरुत्ला विधासभा सीट से चुनाव लड़ रहे एक निर्दलीय उम्मीदवार अकुला हनमंडलू ने चुनाव प्रचार का बेहद यूनीक तरीका निकाला था. वह एक हाथ में चप्पल और दूसरे हाथ में इस्तीफा लेकर जनता के बीच पहुंचे थे. वह लोगों से ये कहते हुए प्रचार कर रहे थे कि अगर वह अपने वादे पूरे नहीं करते हैं तो उन्हें उसी चप्पल से पीटा जाए और साथ ही उनकी तरफ से इस्तीफा भी भेज दिया जाए. हालांकि, तब उन्हें महज 189 वोट मिले थे और उनकी जमानत जब्त हो गई थी. अब लोकसभा चुनाव में वह फिर से लौटे हैं और निजामाबाद लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. विधानसभा चुनाव में उनकी चुनाव चिन्ह 'सीटी' मिली थी, लेकिन इस बार उन्होंने 'चप्पल' चुनाव चिन्ह के लिए आवेदन किया है.

6- चाय बनाने से लेकर जूते पॉलिश करने तक

मंसूर अली खान ने सब्जी बांटी, चाय बनाई, जूते तक पॉलिश किए, ताकि वोट मिल सकें.

तमिलनाडु के एक एक्टर मंसूर अली खान इन दिनों कई तरीकों से वोट मांगते दिख रहे हैं. कभी वह सब्जियां बांटने लगते हैं तो कभी किसी की दुकान में चाय बनाते दिखते हैं. इतना ही नहीं, वह तो जूते तक पॉलिश कर रहे हैं और जनता से वोट मांग रहे हैं. आपको बता दें कि मंसूर अली खान तमिलनाडु की डिंडिगुल लोकसभा सीट से चुनावी मैदान में उतरे हैं.

ये भी पढ़ें-

केरल की वायनाड सीट क्यों राहुल गांधी और कांग्रेस के लिए संजीवनी है

अमेठी के लिए इतनी कॉन्फिडेंट कैसे हैं स्मृति ईरानी

यूपी में राहुल गांधी की टीम तो आपस में ही फ्रंटफुट पर खेलने लगी


इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

ये भी पढ़ें

Read more!

संबंधि‍त ख़बरें

  • offline
    अब चीन से मिलने वाली मदद से भी महरूम न हो जाए पाकिस्तान?
  • offline
    भारत की आर्थिक छलांग के लिए उत्तर प्रदेश महत्वपूर्ण क्यों है?
  • offline
    अखिलेश यादव के PDA में क्षत्रियों का क्या काम है?
  • offline
    मिशन 2023 में भाजपा का गढ़ ग्वालियर - चम्बल ही भाजपा के लिए बना मुसीबत!
Copyright © 2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today.

Read :

  • Facebook
  • Twitter

what is Ichowk :

  • About
  • Team
  • Contact
Copyright © 2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today.
▲