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कर्नाटक में महिला IPS और IAS के प्राइवेट फोटो से शुरू हुई लड़ाई आपसी बिल्कुल नहीं है

    • मृगांक शेखर
    • Updated: 22 फरवरी, 2023 09:37 PM
  • 22 फरवरी, 2023 09:37 PM
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कर्नाटक (Kanataka) में दो बड़े अफसरों की लड़ाई महज आपसी नहीं तो नहीं लगती, कर्नाटक सरकार को जांच करानी चाहिये. तरीका बेशक सही नहीं है, लेकिन आईपीएस डी. रूपा (IPS D Roopa Moudgil) नेआईएएस रोहिणी सिंधूरी (IAS Rohini Sindhuri) पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है.

आईपीएस अफसर डी रूपा मौदगिल (IPS D Roopa Moudgil) अब तक कर्नाटक की किरन बेदी के रूप में ही देखी गयी हैं. सुर्खियों और विवादों में वो हमेशा ही रही हैं, और ताजा मामला भी पहले जैसा ही लगता है - हां, नया तरीका हर तरह से गलत माना जाएगा.

जैसे डी रूपा ने जयललिता की दोस्त शशिकला को जेल में मिल रही सुविधाओं को लेकर सवाल उठाया था, एकबारगी ध्यान से समझें तो आईएएस अधिकारी रोहिणी सिंधुरी (IAS Rohini Sindhuri) के खिलाफ भी भ्रष्टाचार का ही आरोप लगाया है.

किरन बेदी की तरह चर्चा में तो डी. रूपा तभी आ गयी थीं, जब उनके हाथ में मध्य प्रदेश की तत्कालीन मुख्यमंत्री उमा भारती की गिरफ्तारी का कोर्ट का आदेश आया, लेकिन शशिकला केस में डी. रूपा ने भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर बवाल करा दिया था.

आईपीएस अफसर का दावा था कि एआईएडीएमके नेता शशिकला को जेल में ऐश भरी जिंदगी की सुविधाएं मिल रही हैं, और कैद के दौरान शानदार किचन के लिए जेल प्रशासन को दो करोड़ की रिश्वत दी गयी थी.

जो एक्शन अभी डी. रूपा के खिलाफ लिया गया है, 2017 में बिलकुल वैसी ही कार्रवाई उनके तत्कालीन बॉस के खिलाफ भी हुई थी. डी. रूपा को तो जेल विभाग के डिप्टी आईजी से हटा कर ट्रैफिक और रोड सेफ्टी विभाग में कमिश्नर बना दिया गया था, लेकिन तब रूपा के सीनियर रहे एचएन सत्यनारायण राव की डीजीपी (जेल) पद से छुट्टी कर दी गयी थी - तब तत्काल उनको कोई नयी जिम्मेदारी नहीं दी गयी थी.

ये भी तभी की बात है, जब एक बड़े पुलिस अफसर ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर बीबीसी से कहा था, 'आप हैरत में क्यों हैं? कोई सरकार जिम्मेदार पद पर बैठे वैसे अधिकारियों को बर्दाश्त नहीं करेगी जो सार्वजनिक तौर पर बहस करे कि जेल जैसे विभाग में किसने करप्शन को बढ़ावा दिया - और किसने नहीं दिया.'

कर्नाटक (Kanataka) के गृह मंत्री...

आईपीएस अफसर डी रूपा मौदगिल (IPS D Roopa Moudgil) अब तक कर्नाटक की किरन बेदी के रूप में ही देखी गयी हैं. सुर्खियों और विवादों में वो हमेशा ही रही हैं, और ताजा मामला भी पहले जैसा ही लगता है - हां, नया तरीका हर तरह से गलत माना जाएगा.

जैसे डी रूपा ने जयललिता की दोस्त शशिकला को जेल में मिल रही सुविधाओं को लेकर सवाल उठाया था, एकबारगी ध्यान से समझें तो आईएएस अधिकारी रोहिणी सिंधुरी (IAS Rohini Sindhuri) के खिलाफ भी भ्रष्टाचार का ही आरोप लगाया है.

किरन बेदी की तरह चर्चा में तो डी. रूपा तभी आ गयी थीं, जब उनके हाथ में मध्य प्रदेश की तत्कालीन मुख्यमंत्री उमा भारती की गिरफ्तारी का कोर्ट का आदेश आया, लेकिन शशिकला केस में डी. रूपा ने भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर बवाल करा दिया था.

आईपीएस अफसर का दावा था कि एआईएडीएमके नेता शशिकला को जेल में ऐश भरी जिंदगी की सुविधाएं मिल रही हैं, और कैद के दौरान शानदार किचन के लिए जेल प्रशासन को दो करोड़ की रिश्वत दी गयी थी.

जो एक्शन अभी डी. रूपा के खिलाफ लिया गया है, 2017 में बिलकुल वैसी ही कार्रवाई उनके तत्कालीन बॉस के खिलाफ भी हुई थी. डी. रूपा को तो जेल विभाग के डिप्टी आईजी से हटा कर ट्रैफिक और रोड सेफ्टी विभाग में कमिश्नर बना दिया गया था, लेकिन तब रूपा के सीनियर रहे एचएन सत्यनारायण राव की डीजीपी (जेल) पद से छुट्टी कर दी गयी थी - तब तत्काल उनको कोई नयी जिम्मेदारी नहीं दी गयी थी.

ये भी तभी की बात है, जब एक बड़े पुलिस अफसर ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर बीबीसी से कहा था, 'आप हैरत में क्यों हैं? कोई सरकार जिम्मेदार पद पर बैठे वैसे अधिकारियों को बर्दाश्त नहीं करेगी जो सार्वजनिक तौर पर बहस करे कि जेल जैसे विभाग में किसने करप्शन को बढ़ावा दिया - और किसने नहीं दिया.'

कर्नाटक (Kanataka) के गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र कहते हैं, 'हम चुप नहीं बैठे हैं... उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी... वे दोनों इतना बुरा व्यवहार कर रही हैं, जैसा कोई आम आदमी भी सड़क पर नहीं करेगा... चाहे उनके जो कुछ भी व्यक्तिगत मुद्दे हों, लेकिन मीडिया के सामने आना और इस तरह का व्यवहार करना सही नहीं है.'

ऐसे ही अक्टूबर, 2018 में सीबीआई के दो अफसरों आलोक वर्मा और राकेश अस्थाना के बीच जबरदस्त झगड़ा देखा गया था. तब केंद्रीय मंत्री रहे अरुण जेटली ने कहा था कि दोनों अफसर बिल्लियों की तरह लड़ रहे थे - कर्नाटक के दोनों अफसरों की लड़ाई भी ऊपर से तो ऐसी ही लगती है, लेकिन आईपीएस अफसर ने आईएएस अधिकारी पर जो आरोप लगाया है, वे काफी गंभीर हैं. बताते हैं कि डी. रूपा ने रोहिणी सिंधुरी के खिलाफ 19 आरोप लगाया है.

सबसे बड़ी बात है कि डी. रूपा ने जो पत्र लिखा है, उसमें जांच के दौरान खुद को बतौर गवाह बुलाये जाने की भी पेशकश की है - ये दावा भी है कि सारे जरूरी सबूत उनके पास है जिसे वो पेश कर सकती हैं.

डी. रूपा की छवि एक सख्त अफसर की रही है, लेकिन लेकिन एक सीनियर आईएएस अफसर के खिलाफ उनकी ताजा हरकत से उनकी छवि को गहरा धक्का लगेगा - ये भी हो सकता है कि जो मुद्दे वो उठाना चाहती हैं, कोई सुनवाई न हो रही हो, लेकिन जो तरीका अपनाया है, वो भी तो सही नहीं समझा जा सकता.

सीनियर अफसरों में लड़ाई क्यों?

कर्नाटक के दो सीनियर अफसरों की लड़ाई की एक वजह आपसी ईर्ष्या भी बतायी जा रही है - और कर्नाटक सरकार ने आपसी लड़ाई को सार्वजनिक किये जाने पर सख्त ऐतराज जताया है. कर्नाटक सरकार का कहना है कि ब्यूरोक्रेसी में जो हो रहा है, वो दुर्भाग्यपूर्ण है, लेकिन क्या वास्तव में बात बस इतनी ही है?

आईपीएस अधिकारी डी. रूपा की तरफ से आईएएस अफसर रोहिणी सिंधूरी की निजी तस्वीरें सोशल मीडिया पर डाल देने के बाद कर्नाटक में हड़कंप मचा हुआ है.

कर्नाटक के गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से अपील की है कि देश के नौकरशाहों के पर्सनल सोशल मीडिया अकाउंट बंद करा दिये जायें - ये ठीक है कि जो कुछ हुआ है, ऐसा होने पर आगे से नहीं होगा.

लेकिन जो हुआ है, उसके लिए सोशल मीडिया अकाउंट बंद कराना कौन सा उपाय है? अगर कोई अफसर ऐसा कुछ करता है जो सर्विस प्रोटोकॉल के खिलाफ हो. राजनीतिक बयान हो, या ऐसी ही कोई और बात तो चलेगा - लेकिन भ्रष्टाचार का आरोप लगने पर सोशल मीडिया पर पाबंदी का क्या मतलब है?

अव्वल तो कर्नाटक सरकार को उन आरोपों की जांच करानी चाहिये, जो एक आईपीएस अफसर ने उसी राज्य के एक आईएएस अफसर के खिलाफ लगाया है - बेशक डी. रूपा के खिलाफ मुद्दा उछालने और लोगों का ध्यान खींचने के लिए किसी की निजी चीजों को सार्वजनिक किये जाने के लिए एक्शन लिया जा सकता है.

अपडेट ये है कि आईपीएस डी रूपा मौदगिल और आईएएस रोहिणी सिंधुरी दोनों ही का तबादला कर दिया गया है - और कोई नयी जिम्मेदारी नहीं मिली है. साथ में, आईपीएस रूपा के आईएएस पति का भी ट्रांसफर कर दिया गया है, लेकिन ये कार्रवाई वैसी ही लगती है जैसे लोगों का ध्यान बंटाने के लिए सरकारें करती रहती हैं.

पुलिस अफसर के सवालों का जवाब तो बनता है: डी. रूपा ने रोहिणी सिंधुरी पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों के साथ आय से अधिक संपत्ति जुटाने का भी इल्जाम लगाया है - और आरोपों के साथ आईपीएस अफसर ने आईएएस अधिकारी की कुछ निजी तस्वीरें फेसबुक पर शेयर कर डाली है.

आईपीएस डी. रूपा का दावा है कि ये तस्वीरें खुद आईएएस रोहिणी सिंधुरी ने 2021 और 2022 में तीन पुरुष आईएएस अधिकारियों से शेयर किया था. आईएएस सिंधुरी का आरोप है कि ये सब उनको बदनाम करने के लिए किया जा रहा है.

-फोटो-

तस्वीरें शेयर करते हुए डी. रूपा ने लिखा है, 'ऐसी तस्वीरें सामान्य लग सकती हैं. लेकिन, अगर एक महिला आईएएस अधिकारी एक, या दो - तीन पुरुष आईएएस अधिकारियों को ऐसी कई तस्वीरें भेजें, तो इसका क्या मतलब है? ये उसका प्राइवेट मामला नहीं होगा... आईएएस सर्विस कंडक्ट रूल्स के मुताबिक ये अपराध है. कोई भी जांच एजेंसी इन तस्वीरों की वास्तविकता की जांच कर सकती है... सैलून हेयरकट, तकिया लेकर सोते समय ली गई तस्वीरें कुछ लोग सामान्य महसूस कर सकते हैं - लेकिन वो हाल बता रहा है.'

आईपीएस अफसर ने कुछ तीखे सवाल भी पूछे हैं, - क्या एक आईएएस अफसर न्यूड, नेकेड पिक्स भेज सकता है? आखिर किस वजह से ये तस्वीरें भेजी गई थीं? समझौते के लिए? या ये अपने खिलाफ कार्रवाई रोकने के लिए है, जहां शुरुआती जांच में आरोप साबित हुए थे? उनको जवाब देना चाहिये.

आईएएस रोहिणी सिंधुरी ने अपने ऊपर लगाये गये आरोपों को बेबुनियाद बताया है और कहा है कि ये नफरत की भावना से भरी टिप्पणियां हैं - रोहिणी सिंधुरी का कहना है कि डी. रूपा अपना मानसिक संतुलन खो बैठी हैं.

आईएएस रोहिणी सिंधुरी पर लगाये गये इल्जाम: आईएएस अफसर पर पद का दुरुपयोग करने का भी आरोप लगाया गया है - आईपीएस डी. रूपा ने ये भी आरोप लगाया है कि जब कोविड के दौरान हर तरफ लोग मदद के लिए परेशान थे, वो घर में स्वीमिंग पूल बनवा रही थीं.

1. डी. रूपा का दावा है कि संपत्ति के कारोबार में अपने परिवार के सदस्यों की मदद के लिए आईएएस अधिकारी ने जमीन के कुछ भूखंडों के सर्वेक्षण और रिकॉर्ड विभाग से विवरण मंगा कर अपने पद का दुरुपयोग किया है.

2. डी. रूपा लोकायुक्त के पास पहुंचे भ्रष्टाचार के एक मामले का जिक्र किया है, और मुख्य सचिव को लिखे पत्र के साथ बताया है कि संलग्न किया हुआ है.

3. सबसे बड़ा गंभीर आरोप तो कर्नाटक के आईएएस अधिकारी रहे डीके रवि की आत्महत्या को लेकर है. डी. रूपा का आरोप है कि अफसर की आत्महत्या में भी रोहिणी सिंधुरी की भूमिका है - और मदद के लिए वो नेताओं से मुलाकात कर रही हैं.

थाने पहुंचा अफसरों का मामला

अपने बचाव में रोहिणी सिंधुरी ने डी. रूपा को चुनौती दी है कि वो उन अफसरों के नाम भी सार्वजनिक करें जिनको लेकर उनका दावा है कि तस्वीरें भेजी गयी हैं. रोहिणी सिंधुरी का आईपीएस डी. रूपा के दावों पर सवाल उठाते हुए कहा है, 'मुझे बदनाम करने के लिए सोशल मीडिया और वॉट्सऐप स्टेटस से मेरी तस्वीरों के स्क्रीनशॉट लिए गए हैं.'

एक इंटरव्यू में रोहिणी सिंधुरी ने कहा कि मानसिक बीमारी एक बड़ी समस्या है - और डी. रूपा का इलाज और काउंसलिंग करायी जानी चाहिये.

रोहिणी सिंधुरी के पति सुधीर रेड्डी ने डी. रूपा के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करायी है. रोहिणी के पति ने रूपा पर हैकिंग और अपनी पत्नी की तस्वीरों के दुरुपयोग किये जाने का आरोप लगाया है.

सुधीर रेड्डी का कहना है, मेरे ख्याल से ये ईर्ष्या का मामला है और मानसिक स्वास्थ्य का मसला भी हो सकता है' - और लगे हाथ वो सवाल भी उठाते हैं कि डी. रूपा होती कौन हैं आईएएस रोहिणी सिंधुरी पर सवाल उठाने वाली?

ये तो कोई सवाल नहीं हुआ? डी. रूपा ने पहली बार तो ऐसा सवाल उठाया नहीं है. सुधीर रेड्डी के हिसाब से तो डी. रूपा को शशिकला को जेल में दी जाने वाली सुविधायों पर भी सवाल नहीं खड़ा करना चाहिये था - क्यों?

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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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