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भारत जोड़ो यात्रा में हड्डी तोड़ने की नौबत आ गई!

    • बिलाल एम जाफ़री
    • Updated: 13 दिसम्बर, 2022 08:19 PM
  • 13 दिसम्बर, 2022 08:19 PM
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कौशाम्बी में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कांग्रेसियों के दो गुटों में मारपीट हो गई. भले ही कौशाम्बी कांग्रेस जिलाध्यक्ष इसे बहार से आए लोगों की हरकत बता रहे हों. लेकिन सवाल राहुल गांधी पर खड़े हो रहे हैं जो पार्टी छोड़कर देश जोड़ने निकले हैं.

यात्रा के नाम पर राहुल गांधी देश जोड़ रहे हैं. सवाल ये है कि क्या ये वाक़ई जरूरी था? सवाल यूं ही बेवजह नहीं है. राजस्थान देख लीजिये. मध्य प्रदेश और हिमाचल देख लीजिये और अगर इन जगहों को देखने की फुर्सत न मिले. तो अपने ही शहर को देख लीजिये. देश में जहां कहीं भी थोड़ी बहुत कांग्रेस बची है वहां स्थिति सिरफुटव्वल की ही है. एक ही स्थान पर एक से अधिक गुट हैं, लेकिन वे आपस में टकरा रहे हैं. हालांकि, सबके नेता राहुल गांधी हैं. मगर संकट ये भी है कि वे उन्हें कितनी इज्जत देते कितनी हैं? इसका एक नमूना सामने आया है कि यूपी के कौशांबी से. जहां राहुल गांधी की प्राण प्रिय भारत जोड़ाे यात्रा का एक संस्करण निकाला जाना था. नेता मैदान में उतरे. उसके बाद कुछ जुड़ना तो दूर, सब टूटा ही टूटा.

यूपी के कौशाम्बी में भारत जोड़ो यात्रा के नाम पर एक बार फिर कांग्रेस ने लोकतंत्र को शर्मसार किया है

हुआ कुछ यूं कि प्रियंका गांधी से प्राप्त दिशा निर्देशों के बाद कांग्रेस के यूपी प्रदेश अध्यक्ष अजय राय के नेतृत्व में कौशाम्बी में भारत जोड़ो यात्रा जुलूस निकला गया. यात्रा जैसी ही कौशाम्बी के भरवारी चौराहे पर पहुंची वहां गाड़ियों की लंबी लाइन लग गई और क्योंकि पास में ही रेलवे क्रॉसिंग थी भयंकर जाम लग गया. यात्रा में शामिल कांग्रेस के पीसीसी सदस्य और जिला महासचिव मिस्बाहुल एन हक की गाड़ी भी इसी जाम की भेंट चढ़ी. यातायात के सारे इंतजाम ध्वस्त हो गए, और हक की गाड़ी दूसरे गुट के कार्यकर्ता की गाड़ी से टकरा गयी. दूसरे पक्ष के ड्राइवर ने हक़ के ड्राइवर को बुरी तरह से पीट दिया. फिर तो जमकर लाठी, डंडे  और पत्थर चले.

बाद...

यात्रा के नाम पर राहुल गांधी देश जोड़ रहे हैं. सवाल ये है कि क्या ये वाक़ई जरूरी था? सवाल यूं ही बेवजह नहीं है. राजस्थान देख लीजिये. मध्य प्रदेश और हिमाचल देख लीजिये और अगर इन जगहों को देखने की फुर्सत न मिले. तो अपने ही शहर को देख लीजिये. देश में जहां कहीं भी थोड़ी बहुत कांग्रेस बची है वहां स्थिति सिरफुटव्वल की ही है. एक ही स्थान पर एक से अधिक गुट हैं, लेकिन वे आपस में टकरा रहे हैं. हालांकि, सबके नेता राहुल गांधी हैं. मगर संकट ये भी है कि वे उन्हें कितनी इज्जत देते कितनी हैं? इसका एक नमूना सामने आया है कि यूपी के कौशांबी से. जहां राहुल गांधी की प्राण प्रिय भारत जोड़ाे यात्रा का एक संस्करण निकाला जाना था. नेता मैदान में उतरे. उसके बाद कुछ जुड़ना तो दूर, सब टूटा ही टूटा.

यूपी के कौशाम्बी में भारत जोड़ो यात्रा के नाम पर एक बार फिर कांग्रेस ने लोकतंत्र को शर्मसार किया है

हुआ कुछ यूं कि प्रियंका गांधी से प्राप्त दिशा निर्देशों के बाद कांग्रेस के यूपी प्रदेश अध्यक्ष अजय राय के नेतृत्व में कौशाम्बी में भारत जोड़ो यात्रा जुलूस निकला गया. यात्रा जैसी ही कौशाम्बी के भरवारी चौराहे पर पहुंची वहां गाड़ियों की लंबी लाइन लग गई और क्योंकि पास में ही रेलवे क्रॉसिंग थी भयंकर जाम लग गया. यात्रा में शामिल कांग्रेस के पीसीसी सदस्य और जिला महासचिव मिस्बाहुल एन हक की गाड़ी भी इसी जाम की भेंट चढ़ी. यातायात के सारे इंतजाम ध्वस्त हो गए, और हक की गाड़ी दूसरे गुट के कार्यकर्ता की गाड़ी से टकरा गयी. दूसरे पक्ष के ड्राइवर ने हक़ के ड्राइवर को बुरी तरह से पीट दिया. फिर तो जमकर लाठी, डंडे  और पत्थर चले.

बाद में मौके पर पहुंची पुलिस ने भी कोंग्रेसियों द्वारा की गयी इस हरकत को गंभीरता से लिया और दो लोगों को गिरफ्तार किया. पुलिस मामले की जांच कर रही है. बताया यही जा रहा है कि जो भी घटना के लिए दोषी हैं उन्हें किसी भी हाल में छोड़ा नहीं जाएगा.

इस मारपीट ने एक बार फिर जनता को कांग्रेस पार्टी और उसके कार्यकर्ताओं का चाल, चरित्र और चेहरा दिखा दिया है. घटना को लेकर जिलाध्यक्ष कांग्रेस कौशाम्बी अरुण विद्यार्थी का कहना है कि गाड़ी टकराने को लेकर विवाद हुआ था. हालांकि, जिनसे कांग्रेस कार्यकर्ताओं का विवाद हुआ था, वे कांग्रेस के नहीं हैं. वहीं एक आरोपी को अरुण विद्यार्थी ने पार्टी से निष्काषित बताया है.

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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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