• होम
  • सियासत
  • समाज
  • स्पोर्ट्स
  • सिनेमा
  • सोशल मीडिया
  • इकोनॉमी
  • ह्यूमर
  • टेक्नोलॉजी
  • वीडियो
होम
सियासत

तिहाड़ में और भी हैं बड़े नाम वाले कैदी

    • जगत सिंह
    • Updated: 19 फरवरी, 2017 03:58 PM
  • 19 फरवरी, 2017 03:58 PM
offline
बिहार के बाहुबली और सिवान के पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन अब तिहाड़ पहुंच चुके हैं, लेकिन ऐसा पहली बार नहीं कि कोई नामी अपराधी तिहाड़ पहुंचा हो. तो जेल में कौन लोग देंगे शहाबुद्दीन का साथ?

बिहार के बाहुबली और सिवान के पूर्व सांसद व राजद नेता मो. शहाबुद्दीन पटना से 30 सुरक्षा कर्मियों के साथ आज सुबह संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस ट्रेन से तिहाड़ जेल पहुंचे, सुरक्षा चक्र का लव लश्कर बिहार पुलिस और भारतीय रेल की थी शहाबुद्दीन को कल देर रात पटना लाकर बेउर जेल में रखा गया है.  

राजद के शासनकाल में जब लालू प्रसाद बिहार के मुख्यमंत्री हुआ करते थे, उस समय शहाबुद्दीन की सिवान ही नहीं, बिहार में जलवा कायम था, और उत्तर बिहार क्राइम की दुनिया का सबसे बड़ा नाम था, जिसके बल पर शहाबुद्दीन ने राजनीति में आये, संसद बने फिर भी अपराध की दुनिया से इनका सरोकार ख़त्म नहीं हुआ, भागलपुर जेल से निकलते ही पिछले साल 10 सितंबर में शहाबुद्दीन ने नीतिश को नेता मानने से इंकार कर दिया तथा उन्हें 'परिस्थितियों का मुख्यमंत्री' करार दिया. 10 दिसम्बर 2016 को भागलपुर जेल से जमानत पर रिहा होने के बाद मनाया गया शक्ति प्रदर्शन शहाबुद्दीन को महंगा पड़ा और उन्हें तिहाड़ भेजे जाने की इबारत लिख दी गयी. इसके बाद 19 सितंबर को तेजाब कांड के पीड़ित चंदा बाबू के वकील प्रशांत भूषण ने सुप्रीम कोर्ट में शहाबुद्दीन की जमानत रद्द कर फिर से जेल भेजने की याचिका दायर की.

23 सितंबर को सुप्रीम कोर्ट में आशा रंजन की याचिका शहाबुद्दीन को सिवान जेल से तिहाड़ स्थानांतरित करने और सीबीआई जांच की मांग की और 30 सितंबर को सुप्रीम कोर्ट ने शहाबुद्दीन की जमानत खारिज कर जेल भेजने का आदेश दे दिया. सुप्रीम कोर्ट ने 14 फरवरी 2017 को चंदा बाबू और पत्रकार राजीव रंजन की पत्नी आशा रंजन की अपील पर बिहार से बाहर की जेल में शहाबुद्दीन को ट्रांसफर करने का फैसला सुनाया और साथ ही बिहार सरकार को एक सप्ताह के अंदर तिहाड़ भेजने की व्यवसाथा करने का आदेश दिया है.

शहाबुद्दीन अब तिहाड़ पहुंच चुके हैं, लेकिन क्या आप जानते...

बिहार के बाहुबली और सिवान के पूर्व सांसद व राजद नेता मो. शहाबुद्दीन पटना से 30 सुरक्षा कर्मियों के साथ आज सुबह संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस ट्रेन से तिहाड़ जेल पहुंचे, सुरक्षा चक्र का लव लश्कर बिहार पुलिस और भारतीय रेल की थी शहाबुद्दीन को कल देर रात पटना लाकर बेउर जेल में रखा गया है.  

राजद के शासनकाल में जब लालू प्रसाद बिहार के मुख्यमंत्री हुआ करते थे, उस समय शहाबुद्दीन की सिवान ही नहीं, बिहार में जलवा कायम था, और उत्तर बिहार क्राइम की दुनिया का सबसे बड़ा नाम था, जिसके बल पर शहाबुद्दीन ने राजनीति में आये, संसद बने फिर भी अपराध की दुनिया से इनका सरोकार ख़त्म नहीं हुआ, भागलपुर जेल से निकलते ही पिछले साल 10 सितंबर में शहाबुद्दीन ने नीतिश को नेता मानने से इंकार कर दिया तथा उन्हें 'परिस्थितियों का मुख्यमंत्री' करार दिया. 10 दिसम्बर 2016 को भागलपुर जेल से जमानत पर रिहा होने के बाद मनाया गया शक्ति प्रदर्शन शहाबुद्दीन को महंगा पड़ा और उन्हें तिहाड़ भेजे जाने की इबारत लिख दी गयी. इसके बाद 19 सितंबर को तेजाब कांड के पीड़ित चंदा बाबू के वकील प्रशांत भूषण ने सुप्रीम कोर्ट में शहाबुद्दीन की जमानत रद्द कर फिर से जेल भेजने की याचिका दायर की.

23 सितंबर को सुप्रीम कोर्ट में आशा रंजन की याचिका शहाबुद्दीन को सिवान जेल से तिहाड़ स्थानांतरित करने और सीबीआई जांच की मांग की और 30 सितंबर को सुप्रीम कोर्ट ने शहाबुद्दीन की जमानत खारिज कर जेल भेजने का आदेश दे दिया. सुप्रीम कोर्ट ने 14 फरवरी 2017 को चंदा बाबू और पत्रकार राजीव रंजन की पत्नी आशा रंजन की अपील पर बिहार से बाहर की जेल में शहाबुद्दीन को ट्रांसफर करने का फैसला सुनाया और साथ ही बिहार सरकार को एक सप्ताह के अंदर तिहाड़ भेजने की व्यवसाथा करने का आदेश दिया है.

शहाबुद्दीन अब तिहाड़ पहुंच चुके हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि तिहाड़ जेल में अभी कौन-कौन से नामी अपराधी बंद हैं?

1. छोटा राजन :

अंडरवर्ल्ड अपराधी छोटा राजन जिन्हें कभी दाउद का करीबी और उसके बाद उनका दुश्मन माना जाता था फिलहाल तिहाड़ जेल में ही बंद है. छोटा राजन पर करीब 70 मामले चल रहे हैं और जांच का जिम्मा सीबीआई पर है. वो पिछले 1 साल 3 महीने से तिहाड़ में है.

2. मनु शर्मा :

जेसिका लाल मर्डर केस का अभियुक्त मनु शर्मा 2003 से आजीवन कारावास की सजा भुगत रहे हैं. इतने समय में वो कई बार जेल से बाहर आए हैं. उन्हें समय-समय पर बेल मिलती रहती है और इसी बीच मनु शर्मा ने शादी भी की है.

3. ओम प्रकाश चौटाला और अभय चौटाला:

हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला और उनके पुत्र अभय चौटाला शिक्षक नियुक्ति घोटाले में जनवरी 2013 से तिहाड़ जेल में बंद हैं. इन दोनों को 10 साल की सजा हुई है और अभी करीब 6 साल बाकी हैं.

4. विशाल और विकास यादव :

नितीश कटारा हत्याकांड के आरोपी विशाल और विकास यादव भी तिहाड़ जेल में हैं. इनका जुर्म 2008 में साबित हुआ था और इन्हें 24 साल की सजा हुई थी. ये पिछले 9 सालों से जेल में ही हैं.

5. मोहम्मद फारूकी :

मोहम्मद फारुकी हाई प्रोफाइल अमेरिकन महिला से रेप के मामले में तिहाड़ में सजा काट रहे हैं. इन्हें अगस्त 2016 में सजा 7 साल की सजा हुई थी.

6. मुकेश सिंह, विनय शर्मा, पवन गुप्ता और अक्षय ठाकुर :

निर्भया रेपकांड के सभी आरोपी तिहाड़ जेल में ही बंद हैं. इन सभी को मौत की सजा हुई थी. फिलहाल ये 4 साल और 2 महीने से सजा भुगत रहे हैं. इनमें से आरोपी विनय शर्मा खुदखुशी की कोशिश कर चुका है.

कुछ और भी बड़े और कुख्यात अपराधी हैं जो तिहाड़ में सजा काट रहे हैं, जिनमे बहुचर्चित कुछ नाम हैं जिनकी चर्चा भी जरूरी है-

  • - मंजीत महल: दिल्ली का गैंगस्टर
  • - नवीन बाली: जिगिशा, और पत्रकार सौम्य का मर्डर अभियुक्त
  • - नरेंद्र कुमार जैन: दिल्ली का बहुचर्चित गोल्ड स्मगलर - सुनील रस्तोगी: सीरियल रेपिस्ट
  • - गोपाल अंसल: उपहार सिनेमा हॉल दुर्घटना के अभियुक्त  
  • - सुब्रत रॉय सहारा अभी हाल तक तिहाड़ जेल में थे बेल  पर हैं बाहर है, अगर वो सेबी और निवेसकों के पैसे नहीं  लौटते है, तो फिर से तिहाड़ जेल वापस आ सकते हैं .

5 हज़ार 200  कैदियों के लिए बना तिहाड़ में करीब 14 हज़ार कैदी रहने को मजबूर है. अवांछित तत्वों के लिए बना तिहाड़ भारत का सबसे बड़ा जेल है, जहाँ कैदियों को कुछ सुविधाएं भी दी जाती हैं, और उनसे अपेक्षा की जाती है कि जेल के बाद के जीवन में कुछ सुधर आये, तो क्या ये उम्मीद की जाये की शहाबुद्दीन, जब जेल से बाहर आयेंगें तो उनका जीवन बदल हुआ मिलेगा?

 

ये भी पढ़ें-

- जब मुलायम पर चली थीं 9 गोलियां...

- तो शशिकला की जेल यात्रा 4 साल नहीं होगी ?

इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

ये भी पढ़ें

Read more!

संबंधि‍त ख़बरें

  • offline
    अब चीन से मिलने वाली मदद से भी महरूम न हो जाए पाकिस्तान?
  • offline
    भारत की आर्थिक छलांग के लिए उत्तर प्रदेश महत्वपूर्ण क्यों है?
  • offline
    अखिलेश यादव के PDA में क्षत्रियों का क्या काम है?
  • offline
    मिशन 2023 में भाजपा का गढ़ ग्वालियर - चम्बल ही भाजपा के लिए बना मुसीबत!
Copyright © 2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today.

Read :

  • Facebook
  • Twitter

what is Ichowk :

  • About
  • Team
  • Contact
Copyright © 2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today.
▲