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'पीक ऑवर' में मुंबई लोकल की यात्रा करने वाले हरे सांप को लाल सलाम

    • बिलाल एम जाफ़री
    • Updated: 02 अगस्त, 2018 08:15 PM
  • 02 अगस्त, 2018 08:15 PM
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टिटवाला से सीएसटीएम की तरफ जा रही मुंबई लोकल ट्रेन में एक सांप के यात्रा करने का वीडियो वायरल हुआ है.ऐसे में हमारे पास कई कारण है इस सांप के जज्बे को सलम करने के.

मायानगरी मुंबई की जान है लोकल. खुद का देखा हुआ भी है कि अगर 'ऑफिस का वक़्त' यानी सुबह 8 से 10 का समय हो तो लोकल में चढ़ना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है. ये पंद्रह-बीस शब्द इसलिए लिखे गए क्योंकि मुंबई लोकल से जुड़ी एक खबर इंटरनेट पर चर्चा का विषय बनी है. खबर के अनुसार मुंबई लोकल में यात्रा करने वाले एक सांप का वीडियो वायरल हुआ है.

सांप का मुंबई लोकल में यात्रा करने का वीडियो इंटरनेट पर चर्चा का विषय है

जानकारी के मुताबिक, सुबह टिटवाला से सीएसटीएम की तरफ जा रही लोकल ट्रेन के एक डिब्बे में अचानक सांप दिखा. सांप हरे रंग का "ग्रीन वाइन स्नेक" था जो डिब्बे में लगे एक पंखे पर आराम से लटका था. लोकल में जगह न मिलने से बेचैन किसी यात्री की नजर उस पर पड़ी और फिर क्या था. पूरे डिब्बे में हड़कम्प मच गया कि सांप आया. जिन्होंने अपना बैग आगे कर हेडफोन लगाया था उन्होंने बिना हेडफोन हटाए गाना सुनते हुए सांप देखा. जिन्होंने नहीं लगाया था उन्होंने नंगी आंखों से सांप देखा.

सांप-वांप देखकर हम लोग ज्यादा रिएक्ट करते हैं. लोकल ट्रेन के उस डिब्बे में भी वही हुआ. लोग दरवाजे पर लगी 1 इंच की पट्टी पर पैर रखे लटके थे. सांप आराम से था. हंगामा होना स्वाभाविक था. हंगामे के चलते लोकल ट्रेन के उस डिब्‍बे को ठाणे स्टेशन पर खाली कराया गया. खाली डिब्बे में से सांप को निकाला गया और उसके बाद ही ट्रेन आगे बढ़ी और जैसा कि होता है यात्रियों ने राहत की सांस ली.

वहीं इस मामले में रेलवे के सीपीआरओ का तर्क है उन्होंने घटना से पल्ला झाड़ते हुए साफ कह दिया है कि, नहीं तो! ऐसा तो कुछ नहीं हुआ. हमारे पास कोई खबर भी नहीं आई. अच्छा रुकिए हम पता करके बताते हैं.

बहरहाल सांप भले ही रेल यात्रा का मजा न ले पाया हो मगर जो बात है उस सांप के जज्बे को वामपंथियों वाला...

मायानगरी मुंबई की जान है लोकल. खुद का देखा हुआ भी है कि अगर 'ऑफिस का वक़्त' यानी सुबह 8 से 10 का समय हो तो लोकल में चढ़ना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है. ये पंद्रह-बीस शब्द इसलिए लिखे गए क्योंकि मुंबई लोकल से जुड़ी एक खबर इंटरनेट पर चर्चा का विषय बनी है. खबर के अनुसार मुंबई लोकल में यात्रा करने वाले एक सांप का वीडियो वायरल हुआ है.

सांप का मुंबई लोकल में यात्रा करने का वीडियो इंटरनेट पर चर्चा का विषय है

जानकारी के मुताबिक, सुबह टिटवाला से सीएसटीएम की तरफ जा रही लोकल ट्रेन के एक डिब्बे में अचानक सांप दिखा. सांप हरे रंग का "ग्रीन वाइन स्नेक" था जो डिब्बे में लगे एक पंखे पर आराम से लटका था. लोकल में जगह न मिलने से बेचैन किसी यात्री की नजर उस पर पड़ी और फिर क्या था. पूरे डिब्बे में हड़कम्प मच गया कि सांप आया. जिन्होंने अपना बैग आगे कर हेडफोन लगाया था उन्होंने बिना हेडफोन हटाए गाना सुनते हुए सांप देखा. जिन्होंने नहीं लगाया था उन्होंने नंगी आंखों से सांप देखा.

सांप-वांप देखकर हम लोग ज्यादा रिएक्ट करते हैं. लोकल ट्रेन के उस डिब्बे में भी वही हुआ. लोग दरवाजे पर लगी 1 इंच की पट्टी पर पैर रखे लटके थे. सांप आराम से था. हंगामा होना स्वाभाविक था. हंगामे के चलते लोकल ट्रेन के उस डिब्‍बे को ठाणे स्टेशन पर खाली कराया गया. खाली डिब्बे में से सांप को निकाला गया और उसके बाद ही ट्रेन आगे बढ़ी और जैसा कि होता है यात्रियों ने राहत की सांस ली.

वहीं इस मामले में रेलवे के सीपीआरओ का तर्क है उन्होंने घटना से पल्ला झाड़ते हुए साफ कह दिया है कि, नहीं तो! ऐसा तो कुछ नहीं हुआ. हमारे पास कोई खबर भी नहीं आई. अच्छा रुकिए हम पता करके बताते हैं.

बहरहाल सांप भले ही रेल यात्रा का मजा न ले पाया हो मगर जो बात है उस सांप के जज्बे को वामपंथियों वाला लाल सलाम. एक तो मुंबई लोकल. ऊपर से दफ्तर जाने का समय. बड़ी हिम्मत चाहिए मुंबई लोकल जैसी चीज में पंखे के पास आराम से लटकने के लिए. भले ही लोग सांप देखकर डरे हों और उसके डिब्बे से निकल जाने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली हो. मगर इतिहास जरूर इस घटना को कौमी एकता की मिसाल के रूप में दर्ज करेगा. एक ऐसी मिसाल जिसमें मुंबई लोकल में इंसान और सांप एकसाथ कंधे से कंधा मिलाकर यात्रा कर रहे हों.

खैर इस घटना के बाद एक बहुत बड़े प्रोपेगेंडा का भी खुलासा हुआ है कि मुंबई लोकल में भीड़ बहुत होती है. अरे साहब जब आदमी और जानवर ऑफिस वाले वक़्त एक साथ यात्रा कर अपने गंतव्य की तरफ जा रहे हों तो काहे की भीड़, कैसे आरोप. बात लम्बी हो गई है. अपनी बात को विराम देते हुए हम बस इतना ही कहेंगे कि जो सांप यानी 'ग्रीन वाइन स्नेक' डिब्बे में ट्रेवल कर रहा था वो बिल्कुल भी जहरीला नहीं होता और केवल छोटे पक्षियों और उनके अण्डों को खाकर अपना जीवन यापन करता है.  

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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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