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लंदन में माल्या, ललित और नीरव मोदी ने की होली की पार्टी, जानें पल-पल की रिपोर्ट...

    • महेंद्र गुप्ता
    • Updated: 01 मार्च, 2018 08:40 PM
  • 01 मार्च, 2018 08:39 PM
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ये होली की स्‍पेशल खबर है. जी हां, बिलकुल exclusive. जिस नीरव मोदी, विजय माल्या और ललित मोदी को भारत से भाग जाने पर लताड़ा जा रहा है, वे तीनों लंदन में कैसे पार्टी कर रहे हैं.

लंदन के स्कैंडल सेंटर स्थित माल्या के फ्लैट पर होली के उपलक्ष्य में और भारतीय आर्थिक नीति की आलोचना के मुख्य लक्ष्य से एक बड़ी पार्टी हुई. इस पार्टी के आयोजक विजय माल्या थे. अखबार पर गिरे चखने को उठाने से लेकर आइस लाने तक का जिम्मा उनका था. बात शुरू हुई उभरते हुए मोस्ट टैलेंटेड घोटाला आरोपी नीरव मोदी से. जो बेचारगी के साथ चखने को भर-भर मूट्ठा पेले जा रहे थे. माल्या ने उनसे कहा, "देखा? नीरव भाई, ये है असली भारत. यदि कोई बैंक से दो पैसा लेकर अपने धंधे में पनप रहा हो तो किसी को फूटी आंख नहीं सुहा रहा. बताओ अब आपने कौन सा गुनाह किया. आपने थोड़ा दिमाग से काम लिया तो इनसे बरदाश्त नहीं हुआ. सुनो नीरव, चखना थोड़ा कम-कम भरो. अभी एक ही पैग गया है अंदर."

ललित भाई शांत बैठे-बैठे गूगल पर आईपीएल का शेड्यूल चेक कर रहे थे आया या नहीं? देखते ही देखते बोल पड़े, "बताओ यार, जिस बच्चे को पाला पोसा बड़ा किया, वो किसी और का सहारा बन गया. माल्या साहब आत्मा जलती है मेरी जब आईपीएल की खबर सुनता हूं. दो महीने तो चैन से नहीं रह पाता."

माल्या बीच में टोकते हुए बोला, "मेरे साथ क्या किया इन्होंने? पहले राम रहीम से बोला, दारू छुड़वाओ, दारू छुड़वाओ. बहुत बढ़िया कर रहे हो बाबाजी, तेरा ही आसरा. ऐसे में हुआ ये कि मेरा धंधा बैठ गया. साला कोई किंगफिशर सूझने को तैयार नहीं. फिर बाद में इन्होंने बाबा को ही छोड़ दिया. किसी के नहीं हो सकते ये. नीरव भाई आप कुछ बोलेंगे या चखना बेचकर कर्ज उतारने की सोच रहे हो. फोन से बाहर निकलो यार."

नीरव बोला, "यार चाइना वाली मॉडल को भी पता चल गया. गालियां लिख रही है. मुझे लगा चाइनीज में हाय हैलो लिख रही होगी, ट्रांसलेट किया तो पता चला बोल रही है, धोखेबाज 70 हजार डॉलर कब देगा? कोई संस्कार नहीं होते क्या इन चाइनीजों के?"

बोलते बोलते नीरव भाई पूरा पैग खाली कर गए, माल्या...

लंदन के स्कैंडल सेंटर स्थित माल्या के फ्लैट पर होली के उपलक्ष्य में और भारतीय आर्थिक नीति की आलोचना के मुख्य लक्ष्य से एक बड़ी पार्टी हुई. इस पार्टी के आयोजक विजय माल्या थे. अखबार पर गिरे चखने को उठाने से लेकर आइस लाने तक का जिम्मा उनका था. बात शुरू हुई उभरते हुए मोस्ट टैलेंटेड घोटाला आरोपी नीरव मोदी से. जो बेचारगी के साथ चखने को भर-भर मूट्ठा पेले जा रहे थे. माल्या ने उनसे कहा, "देखा? नीरव भाई, ये है असली भारत. यदि कोई बैंक से दो पैसा लेकर अपने धंधे में पनप रहा हो तो किसी को फूटी आंख नहीं सुहा रहा. बताओ अब आपने कौन सा गुनाह किया. आपने थोड़ा दिमाग से काम लिया तो इनसे बरदाश्त नहीं हुआ. सुनो नीरव, चखना थोड़ा कम-कम भरो. अभी एक ही पैग गया है अंदर."

ललित भाई शांत बैठे-बैठे गूगल पर आईपीएल का शेड्यूल चेक कर रहे थे आया या नहीं? देखते ही देखते बोल पड़े, "बताओ यार, जिस बच्चे को पाला पोसा बड़ा किया, वो किसी और का सहारा बन गया. माल्या साहब आत्मा जलती है मेरी जब आईपीएल की खबर सुनता हूं. दो महीने तो चैन से नहीं रह पाता."

माल्या बीच में टोकते हुए बोला, "मेरे साथ क्या किया इन्होंने? पहले राम रहीम से बोला, दारू छुड़वाओ, दारू छुड़वाओ. बहुत बढ़िया कर रहे हो बाबाजी, तेरा ही आसरा. ऐसे में हुआ ये कि मेरा धंधा बैठ गया. साला कोई किंगफिशर सूझने को तैयार नहीं. फिर बाद में इन्होंने बाबा को ही छोड़ दिया. किसी के नहीं हो सकते ये. नीरव भाई आप कुछ बोलेंगे या चखना बेचकर कर्ज उतारने की सोच रहे हो. फोन से बाहर निकलो यार."

नीरव बोला, "यार चाइना वाली मॉडल को भी पता चल गया. गालियां लिख रही है. मुझे लगा चाइनीज में हाय हैलो लिख रही होगी, ट्रांसलेट किया तो पता चला बोल रही है, धोखेबाज 70 हजार डॉलर कब देगा? कोई संस्कार नहीं होते क्या इन चाइनीजों के?"

बोलते बोलते नीरव भाई पूरा पैग खाली कर गए, माल्या से सिगरेट मांगी, जवाब में माल्या बोला, "एक ही बची है. सामने की गुमठी वाले एलिस ने और उधार देने से मना किया है. इसी से काम चलाना है." नीरव भाई ने भी जिद नहीं की. एक दम चिल्लाकर बोले. "ललित भाई और माल्या साब. ध्यान से सुनो जो मैं बोल रहा हूं. यदि, यदि, यदि हम तीनों के दिमाग को मिला दिया जाए तो हम यूं, यूं एक दम यूं इंडिया को नंबर वन बना दें."

माल्या ने मुंडी हिलाई और बोला, "एक दम बराबर, लेकिन किस चीज में नंबर वन?" "यही कि सबसे दिलदार बैंकों वाला देश"नीरव इमोशनल होकर बोला, "माल्या साहब हम अपने वतन वापस लौटेंगे न? मुझे वहां की मिट्टी की याद आ रही है, जिसमें मैंने एक एलओयू दबाया था. यहां साला कोई बैंक अधिकारी मेरे आइडिया को नहीं समझ पाता. कोई स्कोप नहीं है लोन का. हम कब लौटेंगे इंडिया?"

ललित बोला, लौटेंगे छोटे, जरूर लौटेंगे. इस बार दिवाली दिल्ली की मनाएंगे. फिलहाल हैप्पी होली. नीरव मोदी बोला,"काहे की होली, मेरे पास तो गुलाल खरीदने के पैसे नहीं हैं." माल्या बोले, "देख तुझे मैं बहुत मानता हूं. मैंने एक बैंक से 10 पाउंड का एलओयू साइन कराया है. पैसा मिल जाए तो चार बड़ी सिगरेट, चार गुलाल की पुड़ियां और एक बड़ी बोतल ले लेंगे."

नीरव सुनकर बोला, "कुछ बचे तो माल्या साब मुझे दे देना. 11000 करोड़ में से कुछ तो चुक ही जाएगा, बाकी थोड़ा बहुत बचेगा तो लौटा देंगे." सुनकर ललित बोला, "ऐसे रो मत हम सब तेरे साथ हैं. कोई बहुत बड़ा अमाउंट नहीं है. ले लियो मेरे से थोड़ा बहुत. चलो अब चलते हैं."

नीरव बोला, "थैंक्यू भाई साहब. एक मोदी ही दूसरे मोदी का दर्द समझ सकता है."

ललित बोला, "अब रुलाएगा क्या पगले. तू भाई है मेरा. चलो अब सबको बाय-बाय गुड नाइट टेक केयर. हैप्पी होली."

(यह खबर होली के आनंद को बढ़ाने के लिए है)

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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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