• होम
  • सियासत
  • समाज
  • स्पोर्ट्स
  • सिनेमा
  • सोशल मीडिया
  • इकोनॉमी
  • ह्यूमर
  • टेक्नोलॉजी
  • वीडियो
होम
टेक्नोलॉजी

रूस में सिखाए जा रहे हैं सेफ सेल्फी लेने के तरीके

    • आईचौक
    • Updated: 08 जुलाई, 2015 05:24 PM
  • 08 जुलाई, 2015 05:24 PM
offline
हम अभी सेल्फी का ककहरा सीख रहे हैं. जबकि रूस में इस पर जागरूकता अभियान शुरू हो चुका है क्योंकि वहां इस साल विभिन्न तरीकों से सेल्फी लेते समय अलग-अलग जगहों पर 10 लोगों की मौत हो गई और 100 लोग घायल हो गए.
...

अजीब बात है, हम अभी यहां सेल्फी का ककहरा सीख रहे हैं. वहीं, रूस में इस पर जागरूकता अभियान शुरू हो चुका है कि सुरक्षित तरीके से सेल्फी कैसे खिंची जाए. अब इसे कृपया हमारे प्रधानमंत्री मोदी से जोड़कर न देखें, जो आज (बुधवार) ही रूस पहुंचे हैं और सेल्फी के विशेष शौकीन हैं.
 
क्या है 'सेफ सेल्फी' अभियान
रूस में इस साल विभिन्न तरीकों से सेल्फी लेते समय अलग-अलग जगहों पर 10 लोगों की मौत हो गई जबिक 100 लोग घायल हो गए. पिछले ही हफ्ते मॉस्को में ब्रिज से गिर जाने से एक महिला की मौत हो गई. बस, फिर क्या था, प्रशासन ने सेफ सेल्फी अभियान की शुरूआत करने का फैसला कर लिया. प्रशासन ने मंगलवार को जारी किए निर्देश में लोगों से रेलवे ट्रैक, छतों पर चढ़कर, बंदूक, किसी हथियार या बाघ के साथ सेल्फी खिंचाने की कोशिश नहीं करने की अपील की है.
 
जागरूकता के लिए प्रशासन ने जारी किए पोस्टर
रूस की पुलिस और गृह मंत्रालय ने मिलकर पोस्टर जारी किए हैं. इन पोस्टरों में तस्वीरों के साथ समझाया गया है कि सेल्फी लेते समय 'क्या नहीं करें.' तस्वीरों में उदाहरणों के साथ 'सेफ सेल्फी' की बात समझाई गई है. मसलन, चलती ट्रेन के साथ, बिजली के खंभे पर चढ़ कर, बाघ के साथ, नाव के एज पर, सीढ़ि‍यों से या छत के किनारों पर खड़े होकर सेल्फी नहीं ली जाए.
 
हमें भी सीखने की जरूरत
भारत में भी सेल्फी को लेकर क्रेज दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है. ऐसे में हम भी इस पोस्टर से सीख ले सकते हैं. साथ ही यह भी गौर करने वाली बात है कि बाहर कुछ देशों की सरकारें कितनी तेजी से काम करती हैं. रूस में 10 मौतें क्या हुई, प्रशासन चौकन्ना हो गया. हमारे यहां ऐसा बिरले ही देखने को मिलता है. कितनी छोटी-छोटी घटनाओं पर वहां नजर रखी जाती है. प्रशासन उसके बारे में सोचता है. विचार होते हैं और फिर इस प्रकार के अनूठे कार्यक्रम सामने आते हैं.

इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

ये भी पढ़ें

Read more!

संबंधि‍त ख़बरें

  • offline
    मेटा का ट्विटर किलर माइक्रो ब्लॉगिंग एप 'Threads' आ गया...
  • offline
    क्या Chat GPT करोड़ों नौकरियों के लिये खतरा पैदा कर सकता है?
  • offline
    Google Bard है ही इतना भव्य ChatGPT को बुरी तरह से पिछड़ना ही था
  • offline
    संभल कर रहें, धोखे ही धोखे हैं डिजिटल वर्ल्ड में...
Copyright © 2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today.

Read :

  • Facebook
  • Twitter

what is Ichowk :

  • About
  • Team
  • Contact
Copyright © 2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today.
▲