• होम
  • सियासत
  • समाज
  • स्पोर्ट्स
  • सिनेमा
  • सोशल मीडिया
  • इकोनॉमी
  • ह्यूमर
  • टेक्नोलॉजी
  • वीडियो
होम
टेक्नोलॉजी

iPhone 8 calling: कैसी होती है एक आईफोन की जिंदगी..

    • श्रुति दीक्षित
    • Updated: 09 सितम्बर, 2017 03:47 PM
  • 09 सितम्बर, 2017 03:47 PM
offline
क्या कभी आपने सोचा है कि एक आईफोन की लाइफ साइकल कैसी होती है? बनने से लेकर पुराने हो जाने तक कैसे-कैसे जुल्मो सितम झेलने पड़ते हैं? लगभग आधा लाख खर्च कर आईफोन खरीदा जाता है और उसके बाद उसका होता क्या है?

12 सितंबर को नया आईफोन लॉन्च होने वाला है. लगभग सभी टेक एक्सपर्ट्स ने इस फोन को लेकर अपनी-अपनी तरह से तैयारियां शुरू कर दीं हैं. आईफोन के दीवाने भी इसी सोच में लगे हुए हैं कि इस बार कैसे नए आईफोन तक जल्दी से जल्दी पहुंच पाएं और देर तक लाइन में न खड़े होना पड़े! खैर, ये तो हुई लोगों की बात, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि एक आईफोन को अपनी जिंदगी में कैसी-कैसी चीजों से गुजरना पड़ता है? आखिर कैसी होती है एक आईफोन की लाइफ साइकल?

1. फैक्ट्री में जन्म...

दुनिया के अलग-अलग कोने जैसे चीन, मंगोलिया, कोरिया, ताइवान में आईफोन के अलग-अलग हिस्से बनते हैं. ये सभी फॉक्सकॉन या पेगाट्रॉन फैक्ट्री में असेंबल किए जाते हैं और इन्हें दुनिया के अलग-अलग एपल स्टोर्स तक पहुंचा दिया जाता है. हम यहां ऐसी फैक्ट्री की बात कर रहे हैं जिसमें सभी मजदूरों को फेस स्कैनर, मेटल डिटेक्टर आदि सिक्योरिटी चेक से गुजरना पड़ता है. आईफोन बनने के प्रोसेस को एकदम सीक्रेट रखा जाता है.

2. लॉन्चिंग का दिन यानि राज्याभिषेक...

लॉन्चिंग के समय तो जैसे आईफोन की किस्मत ही खुल जाती है. उसे राजा बना दिया जाता है. फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर, अखबार, टीवी सभी आईफोन को कवर करने के लिए तैयार रहते हैं. लोग घंटों लाइन में खड़े होकर आईफोन के लिए इंतजार करते हैं. बोर्ड रूम में एपल की टॉप लेवल मैनेजमेंट आईफोन की मार्केटिंग की तैयारी करती है. आईफोन की हालत नए बने राजा की तरह होती है. दुनिया उसकी दीवानी होती है और परफॉर्मेंस का प्रेशर तो रहता है. अगर एक भी फीचर गलत हो गया तो उसे वायरल होते देर नहीं लगेगी.

12 सितंबर को नया आईफोन लॉन्च होने वाला है. लगभग सभी टेक एक्सपर्ट्स ने इस फोन को लेकर अपनी-अपनी तरह से तैयारियां शुरू कर दीं हैं. आईफोन के दीवाने भी इसी सोच में लगे हुए हैं कि इस बार कैसे नए आईफोन तक जल्दी से जल्दी पहुंच पाएं और देर तक लाइन में न खड़े होना पड़े! खैर, ये तो हुई लोगों की बात, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि एक आईफोन को अपनी जिंदगी में कैसी-कैसी चीजों से गुजरना पड़ता है? आखिर कैसी होती है एक आईफोन की लाइफ साइकल?

1. फैक्ट्री में जन्म...

दुनिया के अलग-अलग कोने जैसे चीन, मंगोलिया, कोरिया, ताइवान में आईफोन के अलग-अलग हिस्से बनते हैं. ये सभी फॉक्सकॉन या पेगाट्रॉन फैक्ट्री में असेंबल किए जाते हैं और इन्हें दुनिया के अलग-अलग एपल स्टोर्स तक पहुंचा दिया जाता है. हम यहां ऐसी फैक्ट्री की बात कर रहे हैं जिसमें सभी मजदूरों को फेस स्कैनर, मेटल डिटेक्टर आदि सिक्योरिटी चेक से गुजरना पड़ता है. आईफोन बनने के प्रोसेस को एकदम सीक्रेट रखा जाता है.

2. लॉन्चिंग का दिन यानि राज्याभिषेक...

लॉन्चिंग के समय तो जैसे आईफोन की किस्मत ही खुल जाती है. उसे राजा बना दिया जाता है. फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर, अखबार, टीवी सभी आईफोन को कवर करने के लिए तैयार रहते हैं. लोग घंटों लाइन में खड़े होकर आईफोन के लिए इंतजार करते हैं. बोर्ड रूम में एपल की टॉप लेवल मैनेजमेंट आईफोन की मार्केटिंग की तैयारी करती है. आईफोन की हालत नए बने राजा की तरह होती है. दुनिया उसकी दीवानी होती है और परफॉर्मेंस का प्रेशर तो रहता है. अगर एक भी फीचर गलत हो गया तो उसे वायरल होते देर नहीं लगेगी.

3. वो पहली बार....

जब आईफोन किसी यूजर के पास आता है तो उसे नए बच्चे की तरह रखा जाता है. उसे संभाल कर इस्तेमाल किया जाता है. टेबल पर रखने के लिए पूरे 10 सेकंड लिए जाते हैं कि कहीं फोन को जोर से न रख दिया जाए. उसे दोस्तों को दिखाया जाता है और सोते, जागते, उठते, बैठते आईफोन की स्क्रीन देखी जाती है. हर तरह का फीचर इस्तेमाल करने की कोशिश की जाती है, लेकिन कई नए फीचर्स समझ ही नहीं आते!

4. द मिरर सेल्फी फेज...

इतना शायद किसी फोन ने आइना नहीं देखा होगा, जितना लोग आईफोन को दिखा देते हैं. आईफोन की जिंदगी में एक ऐसा फेज यानि पड़ाव भी आता है जब उसके यूजर की हर सेल्फी शीशे के सामने होती है. चाहें बाथरूम हो या फिर कोई रेस्त्रां.. जहां भी साफ शीशा दिखता है सेल्फी लेना तो बनता है. आखिर नया आईफोन जो है.

5. सोशल मीडिया फेज...

जब मिरर सेल्फी का भूत उतर जाता है तब आता है एक सोशल मीडिया फेज. जहां आईफोन से खींची गई एक एक फोटो फेसबुक और इंस्टाग्राम की शोभा बढ़ाती है. अब इतना खर्च कर आईफोन लिया है तो फिर उसके कैमरे का थोड़ा शो ऑफ करना तो बनता है.

6. मेरा सुंदर शीशा टूट गया...

जब आईफोन लगभग 6 महीने पुराना हो जाता है तो उसे उसी जिगरी दोस्त की तरह देखा जाने लगता है जिसके साथ हम कमफॉर्टेबल हो जाते हैं. यानि कैसा भी व्यवहार करो उस दोस्त को फर्क नहीं पड़ता. इसीलिए तो कभी-कभी आईफोन हाथ से गिर जाता है, कभी उसपर पानी गिर जाता है या कई बार टॉयलेट में इसका इस्तेमाल भारी पड़ जाता है. कभी-कभी तो कॉन्क्रीट की सड़क पर गिरकर आईफोन की स्क्रीन पर निशान पड़ जाते हैं. अधिकतर आईफोन यूजर इस बात से परेशान रहते हैं कि उनकी स्क्रीन टूट गई.

7. आसान नहीं ये डगर रिपेयरिंग की...

आईफोन की स्क्रीन टूट जाने के बाद उसे ठीक करवाने की समस्या एक बड़ी दिक्कत बन जाती है. ये वो दौर होता है जब आईफोन को चार्ज करने से लेकर एक टेक्स्ट मैसेज रीड करने तक हर चीज में उलझन होने लगती है. जैसे ही फोन को देखो एक टूटी हुई स्क्रीन दिखती है. इसे रिपेयर करवाने का सोचा जाता है, लेकिन उफ्फ इतना महंगा.

8. डिस्काउंट की मोहमाया...

ये वो समय होता है जब नया आईफोन 8-9 महीने पुराना हो चुका होता है और उस पर डिस्काउंट से लेकर एक्सचेंज ऑफर तक सब कुछ आ चुका होता है. पुराने हो चुके फोन में स्क्रीन, बैटरी आदि की समस्या आने लगती हैं और सोशल मीडिया से लेकर ईकॉमर्स साइट्स तक सभी आईफोन पर भारी डिस्काउंट की बात बताते रहते हैं.

9. ब्लैक मार्केट के काले बादल...

अब जब आईफोन को रिपेयर नहीं करवाया जा रहा तो उसे बेच ही दिया जाए. क्या एक्सचेंज करवाया जाए या फिर किसी और को दे दिया जाए? ये वो दौर होता है जब राजा बने आईफोन पर ब्लैक मार्केट के काले बादल छाने लगते हैं. एक्सचेंज किया हुआ फोन अब या तो कंपनी को वापस जाएगा या फिर ब्लैक मार्केट में बेच दिया जाएगा.

10. नया यूजर...

एक्सचेंज होने या बेच दिए जाने के बाद पुराने आईफोन को रिपेयर किया जाता है. कुछ असली-कुछ थोड़े नकली पार्ट्स लगाए जाते हैं और ये एक बार फिर तैयार हो जाता है एक यूजर को बिकने के लिए, लेकिन अब न तो ये राजा रहता है और न ही इसे उतना भाव मिलता है. आखिर एक साल हो चुका होता है और नया आईफोन जो लॉन्च होने वाला होता है.

11. नया आईफोन...

लोग पुराने को भूल जाते हैं और एक साल के अंदर नया आईफोन आ जाता है. अब लोग एक और नए फोन के लिए लाइन में खड़े हैं. पुराने का क्या हुआ इसे शायद कुछ ही लोग याद रखते होंगे.

ये भी पढ़ें-

iPhone 8 calling: स्‍मार्टफोन की दुनिया में क्या बदल जाएगा 12 सितंबर के बाद...

हवा और पानी की जरूरत नहीं, देश के 82% लोगों का नशा एक है !


इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

ये भी पढ़ें

Read more!

संबंधि‍त ख़बरें

  • offline
    मेटा का ट्विटर किलर माइक्रो ब्लॉगिंग एप 'Threads' आ गया...
  • offline
    क्या Chat GPT करोड़ों नौकरियों के लिये खतरा पैदा कर सकता है?
  • offline
    Google Bard है ही इतना भव्य ChatGPT को बुरी तरह से पिछड़ना ही था
  • offline
    संभल कर रहें, धोखे ही धोखे हैं डिजिटल वर्ल्ड में...
Copyright © 2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today.

Read :

  • Facebook
  • Twitter

what is Ichowk :

  • About
  • Team
  • Contact
Copyright © 2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today.
▲