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टेक्नोलॉजी

क्या अंत के नजदीक है इंटरनेट का संसार?

    • आईचौक
    • Updated: 18 जून, 2015 09:17 PM
  • 18 जून, 2015 09:17 PM
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दुनिया में 300 करोड़ से ज्यादा आबादी इंटरनेट से जुड़ी हुई है. हर छोटी से बड़ी जानकारी इस पर शेयर हो रही है. वैज्ञानिक कह रहे हैं इंटरनेट का अंत नजदीक है. जानिए क्यों-

पिछले दस वर्षों में इंटरनेट की स्पीड 50 गुना बढ़ी है. इसका दबाव डाटा ट्रांसफर करने वाले ऑप्टिकल फाइबर पर पड़ा है. यह इंटरनेट कैपेसिटी क्रंच तक पहुँच गया है यानी फास्ट डाटा की हमारी डिमांड को आजीवन पूरा करने की स्थिति में नहीं रह गया है. लंदन रॉयल सोसाइटी में हुई  इंजीनियर्स और वैज्ञानिकों की बैठक में इस समस्या के समाधान पर चर्चा हुई. एक्सपर्ट्स ने इस चर्चा के दौरान कहा कि 8 साल के भीतर ही केबल और फायबर ऑप्टिक्स फंक्शन करना बंद कर देंगे. चेतावनी देते हुए उन्होंने कहा कि 2005 में इंटरनेट 2 मेगाबाइट प्रति सेकंड की स्पीड देता था, पर अब इंटरनेट की डाउनलोड स्पीड 100 एमबी प्रति  सेकंड हो गई है. फाइबर ऑप्टिक्स अब और डेटा लेने के स्थिति में नहीं है.
ये तो सिर्फ डेटा ट्रांसफर की बात है (ऑप्टिकल फाइबर हमारे कंप्यूटर, लैपटॉप को डेटा ट्रांसफर करने का काम करता है), अगर कंप्यूटर, टीवी, मोबाईल की बात करें तो 8 प्रतिशत बिजली खर्च भी होगा. इंटरनेट टेलिविजन, लाइव विडियो स्ट्रीमिंग और लगातार शक्तिशाली होते कम्प्युटरों ने विश्वभर के संचार ढांचे पर दबाव डालना शुरू कर दिया है. इंटरनेट के विशेषज्ञों के अनुसार हमारे लैपटाप, कम्प्युटर और टैबलेट तक डाटा पहुँचाने वाले ऑप्टिकल फ़ाइबरों के नेटवर्क की क्षमता अगले लगभग 8 वर्षों तक के लिए ही है. जो फ़ाइबर ऑप्टिक केबल अभी प्रयोग किए जा रहे हैं उनमें और अधिक डाटा नहीं भेजा जा सकता है.
हालांकि, एक प्रतिष्ठित अकादमिक जर्नल के मुताबिक हाल ही में एक ऐसे ऑप्टिकल फ़ाइबर का परीक्षण किया गया है जो लगभग 255 टेराबाइट डाटा प्रति सेकंड के हिसाब से आदान-प्रदान कर सकता है. यह अभी इस्तेमाल किए जाने वाले कमर्शियल ऑप्टिकल फ़ाइबर नेटवर्क से करीब 21 प्रतिशत अधिक है. इस ऑप्टिकल फ़ाइबर की मदद से आने इंटरनेट पर पड़ने वाले दबाव को कम किया जा सकेगा और इंटरनेट के भविष्य को लेकर वैज्ञानिकों के मन में जो चिंताएँ हैं उनका भी निराकरण हो जाएगा. लेकिन इतने बड़े पैमाने पर ऑप्ट‍िकल फाइबर बदलना आसान नहीं है.

गूगल के...

पिछले दस वर्षों में इंटरनेट की स्पीड 50 गुना बढ़ी है. इसका दबाव डाटा ट्रांसफर करने वाले ऑप्टिकल फाइबर पर पड़ा है. यह इंटरनेट कैपेसिटी क्रंच तक पहुँच गया है यानी फास्ट डाटा की हमारी डिमांड को आजीवन पूरा करने की स्थिति में नहीं रह गया है. लंदन रॉयल सोसाइटी में हुई  इंजीनियर्स और वैज्ञानिकों की बैठक में इस समस्या के समाधान पर चर्चा हुई. एक्सपर्ट्स ने इस चर्चा के दौरान कहा कि 8 साल के भीतर ही केबल और फायबर ऑप्टिक्स फंक्शन करना बंद कर देंगे. चेतावनी देते हुए उन्होंने कहा कि 2005 में इंटरनेट 2 मेगाबाइट प्रति सेकंड की स्पीड देता था, पर अब इंटरनेट की डाउनलोड स्पीड 100 एमबी प्रति  सेकंड हो गई है. फाइबर ऑप्टिक्स अब और डेटा लेने के स्थिति में नहीं है.
ये तो सिर्फ डेटा ट्रांसफर की बात है (ऑप्टिकल फाइबर हमारे कंप्यूटर, लैपटॉप को डेटा ट्रांसफर करने का काम करता है), अगर कंप्यूटर, टीवी, मोबाईल की बात करें तो 8 प्रतिशत बिजली खर्च भी होगा. इंटरनेट टेलिविजन, लाइव विडियो स्ट्रीमिंग और लगातार शक्तिशाली होते कम्प्युटरों ने विश्वभर के संचार ढांचे पर दबाव डालना शुरू कर दिया है. इंटरनेट के विशेषज्ञों के अनुसार हमारे लैपटाप, कम्प्युटर और टैबलेट तक डाटा पहुँचाने वाले ऑप्टिकल फ़ाइबरों के नेटवर्क की क्षमता अगले लगभग 8 वर्षों तक के लिए ही है. जो फ़ाइबर ऑप्टिक केबल अभी प्रयोग किए जा रहे हैं उनमें और अधिक डाटा नहीं भेजा जा सकता है.
हालांकि, एक प्रतिष्ठित अकादमिक जर्नल के मुताबिक हाल ही में एक ऐसे ऑप्टिकल फ़ाइबर का परीक्षण किया गया है जो लगभग 255 टेराबाइट डाटा प्रति सेकंड के हिसाब से आदान-प्रदान कर सकता है. यह अभी इस्तेमाल किए जाने वाले कमर्शियल ऑप्टिकल फ़ाइबर नेटवर्क से करीब 21 प्रतिशत अधिक है. इस ऑप्टिकल फ़ाइबर की मदद से आने इंटरनेट पर पड़ने वाले दबाव को कम किया जा सकेगा और इंटरनेट के भविष्य को लेकर वैज्ञानिकों के मन में जो चिंताएँ हैं उनका भी निराकरण हो जाएगा. लेकिन इतने बड़े पैमाने पर ऑप्ट‍िकल फाइबर बदलना आसान नहीं है.

गूगल के श‍िमिट ने किसी और वजह से की है इंटरनेट के अंत की चेतावनी:
गूगल के चेयरमैन एरिक श‍िमिट ने आने वाले समय में इंटरनेट की समाप्ती की भविष्यवाणी की है. उन्होंने कहा कि वह दिन दूर नहीं जब इंटरनेट का अंत हो जाएगा.
उन्होंने कहा कि दुनिया में टेक्नोलॉजी इतनी तेजी से बढ़ रही है कि ऐसा होना संभव होगा. वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम में श‍िमिट से इंटरनेट के बारे में एक सवाल पूछा गया था. इंटनेट के इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि मेरा सीधा सा जवाब होगा कि इंटरनेट लुप्त हो जाएगा.
उन्होंने कहा कि इतने ज्यादा आईपी एड्रेस होंगे, तरह-तरह के उपकरण होंगे, सेंसर होंगे, ऐसी चीजें होंगी जिन्हें आप पहन सकते हैं. ऐसी चीजें भी होंगी, जिनसे आप संवाद कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि आपकी उपस्थिति हमेशा बनी रहेगी. आप किसी कमरे में जाते हैं और वह डायनैमिक है और आपकी अनुमति से आप उस कमरे में रखी चीजों से संवाद कर रहे हों.
श‍िमिट का कहना है कि वह दिन दूर नहीं है कि एक बहुत ही व्यक्तिगत और बहुत दिलचस्प दुनिया आपके सामने होगी. उनका कहना था कुल मिलाकर इतने तरह के उपकरण काम कर रहे होंगे कि आपको इंटरनेट की जरूरत ही नहीं पड़ेगी.

इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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