• होम
  • सियासत
  • समाज
  • स्पोर्ट्स
  • सिनेमा
  • सोशल मीडिया
  • इकोनॉमी
  • ह्यूमर
  • टेक्नोलॉजी
  • वीडियो
होम
टेक्नोलॉजी

बिना सूई वाला गूगल का ब्लड टेस्ट!

    • आईचौक
    • Updated: 07 दिसम्बर, 2015 05:56 PM
  • 07 दिसम्बर, 2015 05:56 PM
offline
अगर सब कुछ ठीक रहा तो वह दिन दूर नहीं, जब आपको अपना ब्लड निकालने के लिए सूई से होने वाले दर्द से हमेशा के लिए मुक्ति मिल जाएगी. गूगल ने एक ऐसी ही नई तकनीक के पेटेंट के लिए आवेदन किया है, जानिए क्या है यह तकनीक...

छोटे बच्चों को डॉक्टरों के पास जाने में एक ही बात से डर लगता है और वह है, इंजेक्शन या सूई का डर. बच्चे तो बच्चे, अक्सर बड़ों को भी सूई से बहुत डर लगता है. इतना की उसे देखते ही हालत खराब हो जाए. लेकिन कई बार इलाज के लिए ब्लड टेस्ट जरूरी होता है और ऐसे में सूई (नीडल) के प्रयोग के अलावा और कोई उपाय ही नहीं होता है. लेकिन हो सकता है कि बहुत ही जल्द आपको इस समस्या से मुक्ति मिल जाए. जी हां, तकनीक की दुनिया बदलने वाला गूगल अब मेडिकल क्षेत्र में भी ऐसी तकनीक लेकर आया है, जिसमें शरीर से ब्लड निकालने के लिए सूई का प्रयोग नहीं किया जाएगा. आइए जानें क्या है गूगल का नया आविष्कार.

बिना सूई के ही खून निकालेगा गूगलः

गूगल ने हाल ही में 'नीडल फ्री ब्लड ड्रॉ' सिस्टम के लिए पेटेंट का आवेदन किया है, जिसे या तो व्यक्ति की कलाई में या हाथ में पहनने वाली डिवाइस से उंगली के पोर या शरीर के दूसरे किसी हिस्से से ब्लड लिया जा सकता है.

इस पेटेंट के मुताबिक ब्लड निकालने के लिए इसमें सूक्ष्म कणों से युक्त एक बैरल में गैस का तेज प्रवाह व्यक्ति की त्वचा पर किया जाता है, जो उसकी त्वचा को भेद देता है.

एक बार त्वचा से ब्लड निकलने के बाद उसे निगेटिव प्रेशर बैरल से सोख लिया जाता है. गूगल का कहना है, इस प्रक्रिया का प्रयोग थोड़ी मात्रा में खून निकालने में हो सकता है, जैसे ग्लूकोज टेस्ट. जिसका मतलब है कि इस तकनीक का इस्तेमाल डायबिटीज से पीड़ित लोगों की मदद तक ही सीमित हो सकता है. इस बारे में पूछे जाने पर गूगल ने कहा कि हमने कई विचारों के लिए पेटेंट लेते हैं- उनमें से कुछ विचार बाद में वास्तविक प्रॉ़क्डक्ट या सर्विस बन जाते हैं- कुछ नहीं बन पाते.

गूगल पहले से ही डायबिटीज से पीड़ित लोगों के ग्लूकोज के स्तर को मापने के लिए डिवाइस के डिजाइन पर काम कर रहा है. जिनमें स्मार्ट कॉन्टैक्ट लेंसेस और एक बैडेंज साइज्ड, क्लाउड कनेक्टेड सेंसर शामिल है, जिनकी मदद से लोग आसानी से अपना ग्लूकोज लेवल जांच पाएंगे. अगर इन डिवाइसेज को एफडीए...

छोटे बच्चों को डॉक्टरों के पास जाने में एक ही बात से डर लगता है और वह है, इंजेक्शन या सूई का डर. बच्चे तो बच्चे, अक्सर बड़ों को भी सूई से बहुत डर लगता है. इतना की उसे देखते ही हालत खराब हो जाए. लेकिन कई बार इलाज के लिए ब्लड टेस्ट जरूरी होता है और ऐसे में सूई (नीडल) के प्रयोग के अलावा और कोई उपाय ही नहीं होता है. लेकिन हो सकता है कि बहुत ही जल्द आपको इस समस्या से मुक्ति मिल जाए. जी हां, तकनीक की दुनिया बदलने वाला गूगल अब मेडिकल क्षेत्र में भी ऐसी तकनीक लेकर आया है, जिसमें शरीर से ब्लड निकालने के लिए सूई का प्रयोग नहीं किया जाएगा. आइए जानें क्या है गूगल का नया आविष्कार.

बिना सूई के ही खून निकालेगा गूगलः

गूगल ने हाल ही में 'नीडल फ्री ब्लड ड्रॉ' सिस्टम के लिए पेटेंट का आवेदन किया है, जिसे या तो व्यक्ति की कलाई में या हाथ में पहनने वाली डिवाइस से उंगली के पोर या शरीर के दूसरे किसी हिस्से से ब्लड लिया जा सकता है.

इस पेटेंट के मुताबिक ब्लड निकालने के लिए इसमें सूक्ष्म कणों से युक्त एक बैरल में गैस का तेज प्रवाह व्यक्ति की त्वचा पर किया जाता है, जो उसकी त्वचा को भेद देता है.

एक बार त्वचा से ब्लड निकलने के बाद उसे निगेटिव प्रेशर बैरल से सोख लिया जाता है. गूगल का कहना है, इस प्रक्रिया का प्रयोग थोड़ी मात्रा में खून निकालने में हो सकता है, जैसे ग्लूकोज टेस्ट. जिसका मतलब है कि इस तकनीक का इस्तेमाल डायबिटीज से पीड़ित लोगों की मदद तक ही सीमित हो सकता है. इस बारे में पूछे जाने पर गूगल ने कहा कि हमने कई विचारों के लिए पेटेंट लेते हैं- उनमें से कुछ विचार बाद में वास्तविक प्रॉ़क्डक्ट या सर्विस बन जाते हैं- कुछ नहीं बन पाते.

गूगल पहले से ही डायबिटीज से पीड़ित लोगों के ग्लूकोज के स्तर को मापने के लिए डिवाइस के डिजाइन पर काम कर रहा है. जिनमें स्मार्ट कॉन्टैक्ट लेंसेस और एक बैडेंज साइज्ड, क्लाउड कनेक्टेड सेंसर शामिल है, जिनकी मदद से लोग आसानी से अपना ग्लूकोज लेवल जांच पाएंगे. अगर इन डिवाइसेज को एफडीए क्लीयरेंस मिल गया तो इससे गूगल के लिए एक बड़े बिजनेस का रास्ता खुल जाएगा. अकेले अमेरिका में 2.9 करोड़ लोग डायबिटीज से पीड़ित है.

हालांकि गूगल द्वारा दिए दए पेटेंट को देखकर यह लगता है कि अगर कंपनी इस दिशा में आगे बढ़ती है तो इस डिवाइस को फिर से डिजाइन करने की जरूरत है क्योंकि कलाई में पहनने वाली उसकी यह डिवाइस काफी भारी-भरकम दिखती है.

भले ही ब्लड निकालने की गूगल की इस तकनीक पर अभी काफी काम किया जाना बाकी है लेकिन अगर सब कुछ ठीक रहा तो वह दिन दूर नहीं, जब आपको अपना ब्लड निकालने के लिए सूई से होने वाले दर्द से हमेशा के लिए मुक्ति मिल जाएगी!

इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

ये भी पढ़ें

Read more!

संबंधि‍त ख़बरें

  • offline
    मेटा का ट्विटर किलर माइक्रो ब्लॉगिंग एप 'Threads' आ गया...
  • offline
    क्या Chat GPT करोड़ों नौकरियों के लिये खतरा पैदा कर सकता है?
  • offline
    Google Bard है ही इतना भव्य ChatGPT को बुरी तरह से पिछड़ना ही था
  • offline
    संभल कर रहें, धोखे ही धोखे हैं डिजिटल वर्ल्ड में...
Copyright © 2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today.

Read :

  • Facebook
  • Twitter

what is Ichowk :

  • About
  • Team
  • Contact
Copyright © 2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today.
▲