• होम
  • सियासत
  • समाज
  • स्पोर्ट्स
  • सिनेमा
  • सोशल मीडिया
  • इकोनॉमी
  • ह्यूमर
  • टेक्नोलॉजी
  • वीडियो
होम
स्पोर्ट्स

क्या वाकई अश्विन-जडेजा के लिए टीम में नहीं है जगह?

    • बिजय कुमार
    • Updated: 04 अक्टूबर, 2017 02:16 PM
  • 04 अक्टूबर, 2017 02:16 PM
offline
अक्षर, कुलदीप और युजवेंद्र की तिकड़ी ने सीमित मौकों का सही उपयोग कर टीम के लिए अच्छा प्रदर्शन किया है. ऐसा माना जा रहा था कि आगामी टी-20 में भी अश्विन और जडेजा को जगह नहीं मिलेगी.

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली गई 5 वनडे मैचों की सीरीज के बाद अब दोनों टीमें तीन टी-20 मुकबलों में आमने सामने होगी. इसके लिए भारतीय टीम की घोषणा कर दी गई है. वनडे मुकाबलों को 4-1 से अपने नाम करने के बाद चयनकर्ताओं ने 7 अक्टूबर से शुरू हो रहे टी-20 के लिए टीम में कई बदलाव किए हैं. टीम में एक ओर जहां शिखर धवन, आशीष नेहरा और दिनेश कार्तिक की वापसी को लेकर खूब चर्चा हो रही है तो वहीं रवींद्र जडेजा को शामिल ना किया जाना हैरान करता है. क्योंकि छोटे फॉर्मेट में अब तक जडेजा की जगह पक्की रहती थी.

ऐसा माना जा रहा था कि हाल ही में खेले गए श्रीलंका के खिलाफ वनडे और टी-20 मैचों में जडेजा और आर. अश्विन को आराम दिया गया था. लेकिन अब ऐसा नहीं लगता. क्योंकि जब जडेजा और अश्विन को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे मैचों में बाहर रखा गया, तब प्रमुख चयनकर्ता एम.एस.के प्रसाद ने कहा था कि उन्हें आराम दिया गया है. जिसके बाद जडेजा ने ट्वीट कर बताया कि उन्हें सीरीज से ड्रॉप किया गया है. वैसे बाद में ट्वीट पर विवाद होता देख उन्होंने ट्वीट डिलीट कर दिया. और फिर से ट्वीट कर कहा कि, "अपनी असफलताओं से अपनी वापसी को मजबूत बनाओ". जडेजा को बाहर किये जाने की बात तब और पुख्ता हो गई जब उन्हें वनडे से पहले अक्षर पटेल के चोटिल होने पर फिर से टीम में जगह दी गई. लेकिन जब अक्षर फिट हुए तो उनकी वापसी हुई और जडेजा को बाहर कर दिया गया.

करियर खत्म तो नहीं हो गया?

अक्षर, कुलदीप और युजवेंद्र की तिकड़ी ने सीमित मौकों का सही उपयोग कर टीम के लिए अच्छा प्रदर्शन किया है. ऐसा माना जा रहा था कि आगामी टी-20 में भी अश्विन और जडेजा को जगह नहीं मिलेगी. वैसे कप्तान विराट कोहली ने अब तक चोटिल और आराम पर भेजे गए खिलाडियों के उपलब्ध होने पर उन्हें अंतिम ग्यारह में जरूर मौका दिया है. लेकिन जडेजा के...

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली गई 5 वनडे मैचों की सीरीज के बाद अब दोनों टीमें तीन टी-20 मुकबलों में आमने सामने होगी. इसके लिए भारतीय टीम की घोषणा कर दी गई है. वनडे मुकाबलों को 4-1 से अपने नाम करने के बाद चयनकर्ताओं ने 7 अक्टूबर से शुरू हो रहे टी-20 के लिए टीम में कई बदलाव किए हैं. टीम में एक ओर जहां शिखर धवन, आशीष नेहरा और दिनेश कार्तिक की वापसी को लेकर खूब चर्चा हो रही है तो वहीं रवींद्र जडेजा को शामिल ना किया जाना हैरान करता है. क्योंकि छोटे फॉर्मेट में अब तक जडेजा की जगह पक्की रहती थी.

ऐसा माना जा रहा था कि हाल ही में खेले गए श्रीलंका के खिलाफ वनडे और टी-20 मैचों में जडेजा और आर. अश्विन को आराम दिया गया था. लेकिन अब ऐसा नहीं लगता. क्योंकि जब जडेजा और अश्विन को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे मैचों में बाहर रखा गया, तब प्रमुख चयनकर्ता एम.एस.के प्रसाद ने कहा था कि उन्हें आराम दिया गया है. जिसके बाद जडेजा ने ट्वीट कर बताया कि उन्हें सीरीज से ड्रॉप किया गया है. वैसे बाद में ट्वीट पर विवाद होता देख उन्होंने ट्वीट डिलीट कर दिया. और फिर से ट्वीट कर कहा कि, "अपनी असफलताओं से अपनी वापसी को मजबूत बनाओ". जडेजा को बाहर किये जाने की बात तब और पुख्ता हो गई जब उन्हें वनडे से पहले अक्षर पटेल के चोटिल होने पर फिर से टीम में जगह दी गई. लेकिन जब अक्षर फिट हुए तो उनकी वापसी हुई और जडेजा को बाहर कर दिया गया.

करियर खत्म तो नहीं हो गया?

अक्षर, कुलदीप और युजवेंद्र की तिकड़ी ने सीमित मौकों का सही उपयोग कर टीम के लिए अच्छा प्रदर्शन किया है. ऐसा माना जा रहा था कि आगामी टी-20 में भी अश्विन और जडेजा को जगह नहीं मिलेगी. वैसे कप्तान विराट कोहली ने अब तक चोटिल और आराम पर भेजे गए खिलाडियों के उपलब्ध होने पर उन्हें अंतिम ग्यारह में जरूर मौका दिया है. लेकिन जडेजा के सन्दर्भ में ऐसा नहीं हुआ. जिससे उनके टीम से बाहर किये जाने की बात को और बल मिलता है.

जब से रवि शास्त्री ने हेड कोच की जिम्मेदारी संभाली है तब से जडेजा और अश्विन ने वनडे और टी-20 नहीं खेला है. ऐसे में ये कहा जा सकता है कि कोच और कप्तान 2019 वर्ल्ड कप की तैयारी में लगे हैं और इसके लिए वो कुछ युवा खिलाड़ियों को पूरा मौका देना चाहते हैं. तभी तो ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध वनडे टीम के पांच युवा खिलाडियों को टी-20 टीम में भी जगह दी गई है. बल्लेबाजों में मनीष पांडे और केदार जाधव तो गेंदबाज में युजवेंद्र, कुलदीप और अक्षर पटेल को बरकरार रखा गया है. बहरहाल भारतीय टीम के लिए ये अच्छी बात है क्योंकि इससे ना सिर्फ वर्ल्ड कप की तैयारियों को बल मिलेगा बल्कि टीम की बेंच स्ट्रेंथ भी मजबूत होगी.

जहां तक बात अश्विन और जडेजा की है तो शायद चयनकर्ता उन्हें टेस्ट मैचों के लिए या फिर विदेशी दौरों के लिए बचाकर रखना चाहते हैं. वैसे दोनों अब रणजी ट्रॉफी में खेलते दिखेंगे.

ये भी पढ़ें-

38 साल के नेहरा की टीम इंडिया में वापसी हुई तो ट्विटर पर बाउंसर फेंके जाने लगे !

क्या यह ऑस्ट्रेलियाई टीम ही कमजोर है ?

सहवाग के कोच ना बन पाने का कारण 'सेटिंग' नहीं बल्कि ये है...

इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

ये भी पढ़ें

Read more!

संबंधि‍त ख़बरें

  • offline
    महेंद्र सिंह धोनी अपने आप में मोटिवेशन की मुकम्मल दास्तान हैं!
  • offline
    अब गंभीर को 5 और कोहली-नवीन को कम से कम 2 मैचों के लिए बैन करना चाहिए
  • offline
    गुजरात के खिलाफ 5 छक्के जड़ने वाले रिंकू ने अपनी ज़िंदगी में भी कई बड़े छक्के मारे हैं!
  • offline
    जापान के प्रस्तावित स्पोगोमी खेल का प्रेरणा स्रोत इंडिया ही है
Copyright © 2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today.

Read :

  • Facebook
  • Twitter

what is Ichowk :

  • About
  • Team
  • Contact
Copyright © 2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today.
▲