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पता है, मीठा हमारे दिमाग का मट्ठा बना सकता है

    • आईचौक
    • Updated: 12 अप्रिल, 2017 04:47 PM
  • 12 अप्रिल, 2017 04:47 PM
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खाने की कुछ चीजें मूड अच्छा करने के बजाए मूड की बैंड बजा देते हैं. उन खतरनाक चीजों में से एक है चीनी. अगर आप सोच रहे हैं कि मीठा खाने से वजन बढ़ता है जैसी घिसी-पिटी बात हम बताने जा रहे हैं. तो रूकिए.

अगर आपको लगता है कि भोजन और भावनाओं में कोई लिंक है तो आप सही हैं. अपना पसंदीदा नाश्ता करके हम भावनाओं को बैलेंस कर सकते हैं. और ये तो सभी को पता है कि चॉकलेट हर चीज का इलाज है, यहां तक की कभी-कभी तो ये हमारे टूटे दिल की भी मरम्मत कर देता है? लेकिन जो बात हमें नहीं पता वो ये की पसंदीदा खाना हमें किसी भी तरह के झटके से उबरने में मदद करता है. चाहे दिन कितना भी बुरा क्यों ना बीता हो बस खाने पर टूट पड़िए और देखिेए रिजल्ट. मन खुश हो जाएगा और हल्का महसूस होने लगेगा.

लेकिन खाने की कुछ चीजें ऐसी भी होती हैं जो मूड अच्छा करने के बजाए मूड की बैंड बजा देते हैं. उन खतरनाक चीजों में से एक है चीनी. अगर आप सोच रहे हैं कि मीठा खाने से वजन बढ़ता है जैसी घिसी-पिटी बात हम बताने जा रहे हैं. तो रूकिए. क्या आपको पता है कि चीनी हमारे मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है?

जी हां आपने सही सुना. अगर आपको हमेशा, हर बात पर चिंतित रहने की आदत है या फिर आप डिप्रेस्ड फील करते हैं तो मीठा इस फीलिंग बढ़ा सकता है. अगर आप डिप्रेशन या फिर चिंतित रहते हैं तो केक और मुंह में पानी लाने वाले गुलाब जामुन इस स्थिति को और खराब कर सकते हैं. अगर आपको अभी भी ये मजाक लग रहा है तो पढ़िए वो तीन कारण जिनके आधार पर ये रिजल्ट सामने आया है.

मीठा दिमाग का मट्ठा बना सकता है

चीनी या मीठा तनाव को झेलने में दिमाग की दही कर सकता है

तनाव से निपटने का हमारे दिमाग का अपना ही तरीका होता है. कई सारे स्टडी में ये बात बार-बार साबित की गई है थोड़ा बहुत तनाव हमारे दिमाग के नट-बोल्ट ठीक रखने के लिए काफी फायदेमंद होता है. हमारा दिमाग लड़ने-भिड़ने और भागने की स्थिति से निपटने के लिए अक्सर अपना मोड चेंज करता रहता है. इसी वजह से हमारे सोच में भी लगातार बदलाव आता...

अगर आपको लगता है कि भोजन और भावनाओं में कोई लिंक है तो आप सही हैं. अपना पसंदीदा नाश्ता करके हम भावनाओं को बैलेंस कर सकते हैं. और ये तो सभी को पता है कि चॉकलेट हर चीज का इलाज है, यहां तक की कभी-कभी तो ये हमारे टूटे दिल की भी मरम्मत कर देता है? लेकिन जो बात हमें नहीं पता वो ये की पसंदीदा खाना हमें किसी भी तरह के झटके से उबरने में मदद करता है. चाहे दिन कितना भी बुरा क्यों ना बीता हो बस खाने पर टूट पड़िए और देखिेए रिजल्ट. मन खुश हो जाएगा और हल्का महसूस होने लगेगा.

लेकिन खाने की कुछ चीजें ऐसी भी होती हैं जो मूड अच्छा करने के बजाए मूड की बैंड बजा देते हैं. उन खतरनाक चीजों में से एक है चीनी. अगर आप सोच रहे हैं कि मीठा खाने से वजन बढ़ता है जैसी घिसी-पिटी बात हम बताने जा रहे हैं. तो रूकिए. क्या आपको पता है कि चीनी हमारे मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है?

जी हां आपने सही सुना. अगर आपको हमेशा, हर बात पर चिंतित रहने की आदत है या फिर आप डिप्रेस्ड फील करते हैं तो मीठा इस फीलिंग बढ़ा सकता है. अगर आप डिप्रेशन या फिर चिंतित रहते हैं तो केक और मुंह में पानी लाने वाले गुलाब जामुन इस स्थिति को और खराब कर सकते हैं. अगर आपको अभी भी ये मजाक लग रहा है तो पढ़िए वो तीन कारण जिनके आधार पर ये रिजल्ट सामने आया है.

मीठा दिमाग का मट्ठा बना सकता है

चीनी या मीठा तनाव को झेलने में दिमाग की दही कर सकता है

तनाव से निपटने का हमारे दिमाग का अपना ही तरीका होता है. कई सारे स्टडी में ये बात बार-बार साबित की गई है थोड़ा बहुत तनाव हमारे दिमाग के नट-बोल्ट ठीक रखने के लिए काफी फायदेमंद होता है. हमारा दिमाग लड़ने-भिड़ने और भागने की स्थिति से निपटने के लिए अक्सर अपना मोड चेंज करता रहता है. इसी वजह से हमारे सोच में भी लगातार बदलाव आता रहता है. अगर आप चिंता में हैं तो तनावग्रस्त होना आग में घी डालने का काम करता है.

आंखें कमजोर हो सकती हैं

तनाव में रहने के साइड-इफेक्ट में आंखों से धुंधला दिखना, सोचने में कठिनाई और थकान का होना शामिल है. ज्यादा मीठा खाने और चीनी के कारण इन लक्षणों को और बढ़ा देते हैं. इससे तनाव और बढ़ जाता है. मतलब ये कि आप जितना ज्यादा मीठा खाएंगे उतना ही अपने दिमाग को प्रेशर में डालेंगे.

ज्यादा मीठा शरीर में कंपन भी पैदा कर सकता है- चिंतित रहने वालों के लिए ये एक खतरनाक है

जब आप ज्यादा चीनी खाते हैं तो इस बात के बहुत आसार हैं कि आप चिड़चिड़े और अस्थिर हो जाएंगे. ज्यादा चीनी तनाव तो पैदा कर ही सकती है साथ ही शरीर में कंपन की दिक्कत भी हो सकती है.

अगर आप चिंतित हैं, परेशान हैं तो चीनी आखिरी चीज है जिसके शरण में आपको जाना चाहिए. इसके पहले भी स्टडी में इस बात का पता चला है कि चीनी खाने और चिंता के बीच सीधा संबंध है. 2009 में चूहों पर एक स्टडी की गई थी. इस स्टडी में कुछ चूहों को चीनी और कुछ को हाई एंटी-ऑक्सिडेंट युक्त शहद खिलाई गई. रिजल्ट में ये पाया गया कि जिन चूहों को चीनी खिलाए चूहों में चिंता और तनाव से ग्रसित होने के चांस ज्यादा थे.

इसलिए अब जब भी आप मीठा खाने के लिए दुकान की ओर बढ़ें तो इस बात का जरुर ध्यान रखें की मीठा टेंशन को बढ़ाता है, घटाता नहीं.

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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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