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इंसान से नहीं कार से प्यार, वो भी इस हद तक!

    • पारुल चंद्रा
    • Updated: 03 नवम्बर, 2018 03:14 PM
  • 01 अगस्त, 2017 05:48 PM
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35 साल के एक शख्स को अपनी ही जैगुआर कार से प्यार हो गया है. वो कार को सिर्फ प्यार ही नहीं करते बल्कि उसके साथ सेक्स भी करते हैं. प्यार की ये अनोखी कहानी लोगों की समझ से परे है.

ये प्यार भी बड़ा अजीब है, किसी से भी हो जाता है. लड़का और लड़की के बीच के प्यार से तो सभी वाकिफ हैं, पर आजकल तो ये प्यार लड़की-लड़की और लड़कों-लड़कों के बीच भी हो रहा है. पर हैरानी तब होती है जब लोग इंसानों को छोड़ चीजों से प्यार करने लगते हैं. माना कि कोई चीज आपकी फेवरेट हो सकती है, आप उसके लिए पागल भी हो सकते हैं, लेकिन उसी चीज के साथ इंसानों जैसा बेइंतेहां प्यार करना और संबंध बनाना कभी सुना है?

लंदन के 35 साल के एक पब मालिक को अपनी ही जैगुआर कार से प्यार हो गया है. वो कार को सिर्फ प्यार ही नहीं करते बल्कि उसके साथ सेक्स भी करते हैं. डारियस मोंटी नाम के इस शख्स ने अपनी लग्जरी कार का नाम 'गोल्डी' रखा है. उनका कहना है कि जब से उन्होंने ये कार खरीदी है वो पागलों की तरह उसे चाहते हैं और उससे संबंध भी बनाते हैं.

ये सुनकर आप इस शख्स को शायद पागल ही समझेंगे, लेकिन ऐसा इसलिए है क्योंकि मोंटी एक यौन विकार के शिकार हैं. मोंटी मेकैनोफीलिया नामक की एक यौन अवस्था से पीड़ित हैं, जो एक तरह का विकार है, इसमें पीड़ित निर्जीव वस्तुओं से प्यार करते हैं और उनके प्रति गहन शारीरिक आकर्षण भी महसूस करते हैं.

कार के लिए पागल हैं मोंटी

मोंटी का कहना है 'मैं लोगों से उम्मीद नहीं करता कि वो इस बात को समझेंगे, क्योंकि ये कुछ ऐसा है जिसे मैं खुद ही समझ नहीं पाता हूं. मैंने नहीं चाहा कि ऐसा हो, लेकिन मुझे कार से प्यार हो गया, वैसा ही जैसा किसी और को किसी महिला से होता है. मैं उसे देखकर उत्तेजित हो जाता हूं, मुझे उसके साथ समय बिताना अच्छा लगता है, और वो मेरे लिए बहुत मायने रखती है, मैं उसे एक वस्तु की तरह नहीं देखता, मुझे उसमें मेरी प्रमिका दिखाई देती है'.

ये प्यार भी बड़ा अजीब है, किसी से भी हो जाता है. लड़का और लड़की के बीच के प्यार से तो सभी वाकिफ हैं, पर आजकल तो ये प्यार लड़की-लड़की और लड़कों-लड़कों के बीच भी हो रहा है. पर हैरानी तब होती है जब लोग इंसानों को छोड़ चीजों से प्यार करने लगते हैं. माना कि कोई चीज आपकी फेवरेट हो सकती है, आप उसके लिए पागल भी हो सकते हैं, लेकिन उसी चीज के साथ इंसानों जैसा बेइंतेहां प्यार करना और संबंध बनाना कभी सुना है?

लंदन के 35 साल के एक पब मालिक को अपनी ही जैगुआर कार से प्यार हो गया है. वो कार को सिर्फ प्यार ही नहीं करते बल्कि उसके साथ सेक्स भी करते हैं. डारियस मोंटी नाम के इस शख्स ने अपनी लग्जरी कार का नाम 'गोल्डी' रखा है. उनका कहना है कि जब से उन्होंने ये कार खरीदी है वो पागलों की तरह उसे चाहते हैं और उससे संबंध भी बनाते हैं.

ये सुनकर आप इस शख्स को शायद पागल ही समझेंगे, लेकिन ऐसा इसलिए है क्योंकि मोंटी एक यौन विकार के शिकार हैं. मोंटी मेकैनोफीलिया नामक की एक यौन अवस्था से पीड़ित हैं, जो एक तरह का विकार है, इसमें पीड़ित निर्जीव वस्तुओं से प्यार करते हैं और उनके प्रति गहन शारीरिक आकर्षण भी महसूस करते हैं.

कार के लिए पागल हैं मोंटी

मोंटी का कहना है 'मैं लोगों से उम्मीद नहीं करता कि वो इस बात को समझेंगे, क्योंकि ये कुछ ऐसा है जिसे मैं खुद ही समझ नहीं पाता हूं. मैंने नहीं चाहा कि ऐसा हो, लेकिन मुझे कार से प्यार हो गया, वैसा ही जैसा किसी और को किसी महिला से होता है. मैं उसे देखकर उत्तेजित हो जाता हूं, मुझे उसके साथ समय बिताना अच्छा लगता है, और वो मेरे लिए बहुत मायने रखती है, मैं उसे एक वस्तु की तरह नहीं देखता, मुझे उसमें मेरी प्रमिका दिखाई देती है'.

दो साल पहले 2000 पाउंड में सेकंड हैंड कार खरीदकर लाए थे मोंटी

अब अगर आप ये सोच रहे हैं कि इस शख्स को शायद कोई महिला मिली ही नहीं होगी तो आप गलत सोच रहे हैं. गोल्डी के आने से पहले मोंटी एक महिला के साथ रिलेशनशिप में थे, लेकिन गोल्डी के आने के बाद मोंटी को अपने प्यार का अहसास हुआ.

'मुझे अपने या अपनी सेक्सुअलिटी के बारे में कुछ भी अजीब नहीं लगता. मुझे हमेशा से ही कारें बहुत पसंद रही हैं. पहले अगर मुझसे कोई किसी निर्जीव वस्तु से प्यार होने की बात करता तो मैं उनपर हंसता था बिल्कुल वैसे जैसे आज लोग मुझपर हंसते हैं.'

तब पहली बार कार के प्रति आकर्षित हुए मोंटी-

कार खरीदकर लाने के बाद मोंटी ने कार धोई. फिर एक कपड़े से जैसे ही वो उसके बोनट को साफ करने लगे, तब अचानक ही उन्हें अहसास हुआ कि वो उत्तेजित हो रहे हैं. 'कार का रंग, और उसके परफेक्ट कर्व्स देखकर मैं पागल हो रहा था. लेकिन मैंने उन भावनाओं को अनदेखा कर दिया. जब मैं घर पहुंचा और टीवी देखने लगा तो मुझे गैरेज में उस कार के पास अकेले जाने की तीव्र इच्छा हुई. तब मेरी गर्लफ्रेंड भी मेरे साथ थी, पर ये मैं उसे नहीं कह सकता था इसलिए मैंने बहाना बनाया कि कार में मेरा वॉलेट रह गया है और मैं बाहर निकल गया. ये फीलींग्स मेरे लिए बिलकुल नई थीं. और मैं सिर्फ इतना जानता था कि नई कार के साथ मैंने सेक्स किया था. इसके तुरंत बाद मुझे शर्मिंदगी हुई और अपराध बोध भी, कि मैंने ये क्या किया. इसके बाद मैंने तुरंत इस आकर्षण के बारे में इंटरनेट पर सर्च किया और पाया कि इसे मिकैनोफीलिया कहते हैं. और ये जाना कि बहुत से लोग कार, बाइक और प्लेन के प्रति ये आकर्षण रखते हैं. पर मेरे लिए ये स्वीकार पाना बहुत मुश्किल था.'

अपने इस व्यवहार से खुद भी हैरान थे मोंटी

पर अब मोंटी के लिए ये रोज की बात हो गई थी, वो ऑफिस से आने के बाद कार के साथ प्यार करता.

'मुझे अब अपनी गर्लफ्रेंड से ज्यादा कार के साथ सेक्स करने में मजा आने लगा था. और जब मैंने गर्लफ्रेंड को ये बात बताई तो उसने मुझे छोड़ दिया'.

लोगों को जब मोंटी के इस व्यवहार के बारे में पता लगा तो उन्होंने उसका मजाक बनाया और उसे मनोवैज्ञानिक से मिलने की सलाह दी. हालांकि मोंटी को लोगों का खुद के प्रति ये व्यवहार अच्छा नहीं लगा, पर उनका मानना है कि अगर मैं किसी को कोई नुकसान नहीं पहुंचा रहा हूं तो इससे लोगों को क्या परेशानी है.

लोंगों का उनके प्रति व्यवहार मोंटी को खराब लगता है

फिलहाल मोंटी गोल्डी के साथ बहुत खुश हैं. पर ऐसा नहीं हैं कि वो सिर्फ गोल्डी के साथ ही रहना चाहते हैं, वो आने वाले समय में शादी भी करना चाहते हैं और एक सामान्य जिंदगी जीना चाहते हैं, उन्हें गोल्डी का प्यार किसी और के साथ बांटनें में कोई ऐतराज नहीं है.

इसपर क्या है विशेषज्ञों की राय-

विशेषज्ञों का कहना है कि निर्जीव चीजों से प्यार करने वाले अकेले मोंटी ही नहीं हैं. नोटिंघम ट्रेंट टूनिवर्सिटी के बिहेविओरल एडिक्शन प्रोफेसर डॉ.मार्क ग्रिफिथ्स का कहना है कि- 'ऐसा कम ही होता है लकिन दुनिया में और भी लोग हैं जिन्हें अपनी कारों से प्यार हुआ है. किसी वस्तु के प्रति कामुकता सेक्स से परे है. इस मामले में ये एक निर्जीव वस्तु के साथ गहरा भावनात्मक रोमांटिक लगाव है, मनोवैज्ञानिक अर्थों में उसके साथ कुछ भी गलत नहीं है. ये लोगों को भले ही अजीब लग सकता है क्योंकि ये असामान्य है, लेकिन मोंटी को किसी मनोवैज्ञानिक इलाज की जरूरत नहीं है. इलाज की जरूरत तब हो अगर इस बात से खुद मोंटी को कोई परेशानी हो या फिर उनकी इस हरकत से किसी और को कोई ऐतराज हो'.

सिर्फ मोंटी ही दुनिया में अकेले नहीं है, बहुत से लोग इस विकार से पीड़ित हैं

तो प्यार का ये अनोखा रूप भले ही अजीब हो, असामान्य हो लेकिन सच के इतना करीब है कि इसके होने को कोई भी झुठला नहीं सकता. हम लोग भले ही लोगों की इन अजीबोगरीब चीजों को लेकर उनका मजाक बनाएं, या फिर इसके चलते उन्हें पागल तक कह दें, लेकिन सच तो ये है कि ये स्थिति खुद उनकी पैदा की हुई नहीं है, वो तो खुद पीडित हैं, वो खुद भी नहीं जानते कि उनके साथ ये हो क्यों रहा है. पर जैसा कि वैज्ञानिक खुद मानते हैं कि जब तक लोगों के ऐसे किसी व्यवहार से खुद उन्हें या सामने वाले को कोई परेशानी नहीं है, तब तक इसे अजीब भले ही माना जा सकता है, लेकिन उसे नकारा नहीं जा सकता. हम और आप ऐसे सच को केवल स्वीकार कर सकते हैं, इससे ज्यादा कुछ नहीं.

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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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