• होम
  • सियासत
  • समाज
  • स्पोर्ट्स
  • सिनेमा
  • सोशल मीडिया
  • इकोनॉमी
  • ह्यूमर
  • टेक्नोलॉजी
  • वीडियो
होम
समाज

15 पैसे में कॉफी! मद्रास कैफ में 1940 वाली रेट लिस्‍ट

    • आईचौक
    • Updated: 26 नवम्बर, 2015 03:02 PM
  • 26 नवम्बर, 2015 03:02 PM
offline
सालगिरह मनाने का एक अनोखा अंदाज, 75 साल पहले के भारत की एक झलक देख पाये ग्राहक

आज किसी अच्छे रेस्‍त्रां या कैफे में जाने पर हम अपनी जेब देखकर ही कुछ ऑर्डर करते हैं. जमाना ये आ गया है कि सिर्फ चाय या कॉफी पीने पर ही अच्छी खासी जेब ढीली करनी पड़ती है. साथ में कुछ खाने को लिया तो 500 रुपए तो गए समझो.

पर मुंबई के एक कैफे में खाने-पीने के बाद जो बिल मिला उसे देख ग्राहकों के होश उड़ गए. तीन इडली, एक उपमा और एक कॉफी का बिल आज कम से कम 150 रुपए तो होगा ही. पर इन चीजों के लिए मुंबई के 'कैफे मद्रास' ने सिर्फ 1 रुपया ही चार्ज किया. यकीनन ये चौंका देने वाली बात है कि एक कैफे इतना महरबान क्यों हो गया?

                                                         इतने कम दाम देखे हैं कभी?

असल में मुंबई के माटुंगा इलाके में बने इस 'कैफे मद्रास' ने अपने 75 साल पूरे किए. इस अवसर को कैफे ने अनोखे अंदाज में मनाया, और अपने ग्राहकों को सरप्राइज दिया. कैफे में परोसा जाने वाला नाश्ता 1940 के दामों में दिया गया. 1940 वो समय था जब एक फिल्टर कॉफी 15 पैसे में मिलती थी, एक इडली और एक उपमा सिर्फ 20 पैसे का.

आज किसी अच्छे रेस्‍त्रां या कैफे में जाने पर हम अपनी जेब देखकर ही कुछ ऑर्डर करते हैं. जमाना ये आ गया है कि सिर्फ चाय या कॉफी पीने पर ही अच्छी खासी जेब ढीली करनी पड़ती है. साथ में कुछ खाने को लिया तो 500 रुपए तो गए समझो.

पर मुंबई के एक कैफे में खाने-पीने के बाद जो बिल मिला उसे देख ग्राहकों के होश उड़ गए. तीन इडली, एक उपमा और एक कॉफी का बिल आज कम से कम 150 रुपए तो होगा ही. पर इन चीजों के लिए मुंबई के 'कैफे मद्रास' ने सिर्फ 1 रुपया ही चार्ज किया. यकीनन ये चौंका देने वाली बात है कि एक कैफे इतना महरबान क्यों हो गया?

                                                         इतने कम दाम देखे हैं कभी?

असल में मुंबई के माटुंगा इलाके में बने इस 'कैफे मद्रास' ने अपने 75 साल पूरे किए. इस अवसर को कैफे ने अनोखे अंदाज में मनाया, और अपने ग्राहकों को सरप्राइज दिया. कैफे में परोसा जाने वाला नाश्ता 1940 के दामों में दिया गया. 1940 वो समय था जब एक फिल्टर कॉफी 15 पैसे में मिलती थी, एक इडली और एक उपमा सिर्फ 20 पैसे का.

                                       इतनी कम कीमत में नाश्ता करने के लिए कैफे में भीड़ लग गई

ये बात और ही कि ये ऑफर कैफे में एक निश्चित समय के लिए ही था. पर 'कैफे मद्रास' ने अपने खास दिन को सेलीब्रेट करने का जो तरीका अपनाया वो अपने आप में अनोखा था. थोड़ी देर के लिए ही सही पर इस सरप्राइज से ग्राहक बेहद खुश थे. इससे कम से कम लोग 75 साल पहले के भारत की एक झलक देख पाये. और खुशी इस बात की कि इतने कम दाम में वो अपने जीवन में कभी भी कॉफी और साउथ इंडियन खाना नहीं खा पाएंगे.

क्या बात कैफे मद्रास !!

इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

ये भी पढ़ें

Read more!

संबंधि‍त ख़बरें

  • offline
    आम आदमी क्लीनिक: मेडिकल टेस्ट से लेकर जरूरी दवाएं, सबकुछ फ्री, गांवों पर खास फोकस
  • offline
    पंजाब में आम आदमी क्लीनिक: 2 करोड़ लोग उठा चुके मुफ्त स्वास्थ्य सुविधा का फायदा
  • offline
    CM भगवंत मान की SSF ने सड़क हादसों में ला दी 45 फीसदी की कमी
  • offline
    CM भगवंत मान की पहल पर 35 साल बाद इस गांव में पहुंचा नहर का पानी, झूम उठे किसान
Copyright © 2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today.

Read :

  • Facebook
  • Twitter

what is Ichowk :

  • About
  • Team
  • Contact
Copyright © 2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today.
▲