• होम
  • सियासत
  • समाज
  • स्पोर्ट्स
  • सिनेमा
  • सोशल मीडिया
  • इकोनॉमी
  • ह्यूमर
  • टेक्नोलॉजी
  • वीडियो
होम
समाज

सुप्रीम कोर्ट भी सिर पकड़ लेगा ऐसे शराब व्यापारी के सामने!

    • श्रुति दीक्षित
    • Updated: 09 अप्रिल, 2017 05:28 PM
  • 09 अप्रिल, 2017 05:28 PM
offline
अब हाईवे के 500 मीटर नजदीक तक कोई दारू की दुकान नहीं होनी चाहिए ये खबर तो आपको पता ही होगी, लेकिन इसका हल निकाला गया है एक नायाब तरीके से. देखिए क्या-क्या कर रहे हैं लोग...

एक पुरानी अंग्रेजी कहावत है 'When there's a will, there's a way'. मतलब कि जहां चाह वहां राह. ये बात भारतीयों ने कई बार साबित की है. एक से बढ़कर एक कारनामे भारतीयों के नाम हैं. अब इसी में एक और जोड़ लीजिए. बात है केरला की. अब हाईवे के 500 मीटर नजदीक तक कोई दारू की दुकान नहीं होनी चाहिए ये खबर तो आपको पता ही होगी, लेकिन इसका हल निकाला गया है एक नायाब तरीके से.

दरअसल, केरला के एक बार के मालिक ने अपने बार को हाईवे से 500 मीटर दूर करने के लिए थोड़ा दिमाग लगाया. बार के सामने एक भूलभुलइया जैसा रास्ता बना दिया गया. अब 250 मीटर की दूरी पर जो बार था उस तक पहुंचने के लिए लोगों को लगभग 500 मीटर की दूरी तय करनी होगी. तो ये हुआ कोर्ट के फैसले का सही तोड़.

 

ये किस्सा है एर्नाकुलम के एश्वर्या बार का. इस बार के सामने की जमीन भी बार मालिक की ही थी तो 2 लाख रुपए खर्च कर इसे भूलभुलइया का आकार दे दिया क्योंकि ये नैश्नल हाईवे 17 पर स्थित था. अब इसे कहते हैं आउट ऑफ द बॉक्स थिंकिंग.

दिल्ली में भी हुआ ऐसा...

पिछले हफ्ते गुड़गांव के डीएलएफ सायबर हब की एंट्रेंस को 500 मीटर दूर करने के लिए गेट को का डायरेक्शन ही बदल दिया गया.

अब सुप्रिम कोर्ट ने जो ऑर्डर दिया था उसे तो इन लोगों ने बड़ी खूबी से माना. इसे नियमों का पालन करना ही कहेंगे. कानून तोड़ा नहीं बस अपने हिसाब से मोड़ लिया. इस पूरे किस्से में रईस फिल्म याद आ गई जिसमें शाहरुख खान भी बड़ी आसानी से नियमों को मोड़ लेते हैं. आखिर धंधा है ये इसे बंद कैसे कर सकते हैं.

तो क्या धंधे के नाम पर मीट व्यापारी भी कोई ऐसा कारनामा कर सकते हैं? या कच्ची शराब बेचने...

एक पुरानी अंग्रेजी कहावत है 'When there's a will, there's a way'. मतलब कि जहां चाह वहां राह. ये बात भारतीयों ने कई बार साबित की है. एक से बढ़कर एक कारनामे भारतीयों के नाम हैं. अब इसी में एक और जोड़ लीजिए. बात है केरला की. अब हाईवे के 500 मीटर नजदीक तक कोई दारू की दुकान नहीं होनी चाहिए ये खबर तो आपको पता ही होगी, लेकिन इसका हल निकाला गया है एक नायाब तरीके से.

दरअसल, केरला के एक बार के मालिक ने अपने बार को हाईवे से 500 मीटर दूर करने के लिए थोड़ा दिमाग लगाया. बार के सामने एक भूलभुलइया जैसा रास्ता बना दिया गया. अब 250 मीटर की दूरी पर जो बार था उस तक पहुंचने के लिए लोगों को लगभग 500 मीटर की दूरी तय करनी होगी. तो ये हुआ कोर्ट के फैसले का सही तोड़.

 

ये किस्सा है एर्नाकुलम के एश्वर्या बार का. इस बार के सामने की जमीन भी बार मालिक की ही थी तो 2 लाख रुपए खर्च कर इसे भूलभुलइया का आकार दे दिया क्योंकि ये नैश्नल हाईवे 17 पर स्थित था. अब इसे कहते हैं आउट ऑफ द बॉक्स थिंकिंग.

दिल्ली में भी हुआ ऐसा...

पिछले हफ्ते गुड़गांव के डीएलएफ सायबर हब की एंट्रेंस को 500 मीटर दूर करने के लिए गेट को का डायरेक्शन ही बदल दिया गया.

अब सुप्रिम कोर्ट ने जो ऑर्डर दिया था उसे तो इन लोगों ने बड़ी खूबी से माना. इसे नियमों का पालन करना ही कहेंगे. कानून तोड़ा नहीं बस अपने हिसाब से मोड़ लिया. इस पूरे किस्से में रईस फिल्म याद आ गई जिसमें शाहरुख खान भी बड़ी आसानी से नियमों को मोड़ लेते हैं. आखिर धंधा है ये इसे बंद कैसे कर सकते हैं.

तो क्या धंधे के नाम पर मीट व्यापारी भी कोई ऐसा कारनामा कर सकते हैं? या कच्ची शराब बेचने वालों को कुछ नहीं कहा जाएगा? या फिर चरस-गांजे का धंधा करने वाले भी कुछ ऐसे ही अपनी सहूलियत के हिसाब से नियमों को मोड़ लेंगें?

एक तरफ हम कहते हैं कि सरकार कुछ नहीं कर रही और अगर कुछ करती है तो उसे दोष दिया जाता है. एक बात तो पक्की है कि कुछ करने के लिए थोड़ा तो कष्ट उठाना ही पड़ेगा. ये सही है कि कोर्ट के ऐसे आदेश से कई लोगों का धंधा ठप्प हो सकता है, लेकिन उसके लिए इस तरह से नियमों को तोड़ना मरोड़ना भी सही नहीं है.

ये भी पढ़ें-

वो काम जो सिर्फ शराबी ही कर सकते हैं....

उफ ये सियासत... कहीं शराब बंद तो कहीं कबाब !

इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

ये भी पढ़ें

Read more!

संबंधि‍त ख़बरें

  • offline
    आम आदमी क्लीनिक: मेडिकल टेस्ट से लेकर जरूरी दवाएं, सबकुछ फ्री, गांवों पर खास फोकस
  • offline
    पंजाब में आम आदमी क्लीनिक: 2 करोड़ लोग उठा चुके मुफ्त स्वास्थ्य सुविधा का फायदा
  • offline
    CM भगवंत मान की SSF ने सड़क हादसों में ला दी 45 फीसदी की कमी
  • offline
    CM भगवंत मान की पहल पर 35 साल बाद इस गांव में पहुंचा नहर का पानी, झूम उठे किसान
Copyright © 2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today.

Read :

  • Facebook
  • Twitter

what is Ichowk :

  • About
  • Team
  • Contact
Copyright © 2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today.
▲