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हीरो छोड़िए, ऐसा तो विलेन भी नहीं चाहिए

    • आईचौक
    • Updated: 02 अप्रिल, 2016 12:46 PM
  • 02 अप्रिल, 2016 12:46 PM
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जिया खान सुसाइड केस को लेकर सीबीआई ने जो आरोप पत्र तैयार किया है, यदि उसे सच माना जाए तो 20 साल का सूरज पंचोली, जो कि बॉलीवुड में चॉकलेटी हीरो के बतौर एंट्री लेता है, वह किसी राक्षस से कम नहीं लगेगा.

मुंबई हाईकोर्ट ने एक्ट्रेस जिया खान की मौत की गुत्थी सुलझाने के लिए मामला सीबीआई के स्पेशल क्राइम डिवीजन के सुपुर्द कर दिया था. मामले की नए सिरे से जांच करने के बाद सीबीआई के हाथ लगे नए सुबूत यह तो नहीं साबित करते कि जिया खान की हत्या की गई थी लेकिन इतना जरूर कह रहे हैं कि सूरज पंचोली ने जिया खान को सुसाइड करने के लिए उकसाया था. अब यह सुबूत कोई चश्मदीद गवाह नहीं बल्कि वे 2 डॉक्टर दे रहे हैं जिन्होंने जिया खान को गर्भपात की सलाह दी थी.

गौरतलब है कि बुधवार को सेशन कोर्ट में दाखिल सीबीआई की चार्जशीट में जिया खान के गर्भपात और उसमें पंचोली की भूमिका का विस्तार से वर्णन किया गया है. एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक जिया खान और सूरज पंचोली के बीच प्रेम प्रसंग चल रहा था. दोनों के रिश्तों ने करवट उस वक्त ले ली जब जिया खान ने पंचोली को बताया कि वह चार हफ्ते की प्रेग्नेंसी में है. इसके बाद दोनों ने पहले एक डॉक्टर से संपर्क किया जिसकी दवा का कोई असर नहीं होने पर दूसरे डॉक्टर और एक गाइनेकॉलेजिस्ट से से संपर्क किया. जिया को हाई डोसेज लेने की सलाह दी गई.

ये भी पढ़ें- क्यों मौत जिंदगी से आसान लगती है सितारों को..

डॉक्टरी सलाह के मुताबिक जब जिया खान ने हाई डोसेज दवा का इस्तेमाल किया तो खतरनाक मात्रा में रक्त रिसाव होने लगा जिससे डरकर उसने वापस पंचोली से मदद मांगी. आमतौर पर ऐसी स्थिति में किसी भी मरीज को अस्पताल ले जाना जरूरी हो जाता है. लेकिन सूरज पंचोली ने ऐसा नहीं किया. क्योंकि उसे डर था कि अस्पखताल जाने से बात खुल जाएगी और उसका फिल्मी कॅरियर खतरे में पड़ जाएगा. दरअसल, सूरज पंचोली बतौर हीरो एक फिल्म में वह बड़े पर्दे पर आने वाला था. लिहाजा, जिया की हालत देखने के बाद उसे इस बात का डर लगा कि अस्पताल ले जाने पर उसके...

मुंबई हाईकोर्ट ने एक्ट्रेस जिया खान की मौत की गुत्थी सुलझाने के लिए मामला सीबीआई के स्पेशल क्राइम डिवीजन के सुपुर्द कर दिया था. मामले की नए सिरे से जांच करने के बाद सीबीआई के हाथ लगे नए सुबूत यह तो नहीं साबित करते कि जिया खान की हत्या की गई थी लेकिन इतना जरूर कह रहे हैं कि सूरज पंचोली ने जिया खान को सुसाइड करने के लिए उकसाया था. अब यह सुबूत कोई चश्मदीद गवाह नहीं बल्कि वे 2 डॉक्टर दे रहे हैं जिन्होंने जिया खान को गर्भपात की सलाह दी थी.

गौरतलब है कि बुधवार को सेशन कोर्ट में दाखिल सीबीआई की चार्जशीट में जिया खान के गर्भपात और उसमें पंचोली की भूमिका का विस्तार से वर्णन किया गया है. एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक जिया खान और सूरज पंचोली के बीच प्रेम प्रसंग चल रहा था. दोनों के रिश्तों ने करवट उस वक्त ले ली जब जिया खान ने पंचोली को बताया कि वह चार हफ्ते की प्रेग्नेंसी में है. इसके बाद दोनों ने पहले एक डॉक्टर से संपर्क किया जिसकी दवा का कोई असर नहीं होने पर दूसरे डॉक्टर और एक गाइनेकॉलेजिस्ट से से संपर्क किया. जिया को हाई डोसेज लेने की सलाह दी गई.

ये भी पढ़ें- क्यों मौत जिंदगी से आसान लगती है सितारों को..

डॉक्टरी सलाह के मुताबिक जब जिया खान ने हाई डोसेज दवा का इस्तेमाल किया तो खतरनाक मात्रा में रक्त रिसाव होने लगा जिससे डरकर उसने वापस पंचोली से मदद मांगी. आमतौर पर ऐसी स्थिति में किसी भी मरीज को अस्पताल ले जाना जरूरी हो जाता है. लेकिन सूरज पंचोली ने ऐसा नहीं किया. क्योंकि उसे डर था कि अस्पखताल जाने से बात खुल जाएगी और उसका फिल्मी कॅरियर खतरे में पड़ जाएगा. दरअसल, सूरज पंचोली बतौर हीरो एक फिल्म में वह बड़े पर्दे पर आने वाला था. लिहाजा, जिया की हालत देखने के बाद उसे इस बात का डर लगा कि अस्पताल ले जाने पर उसके और जिया का प्रेम प्रसंग जगजाहिर हो जाएगा और उसका हीरो बनने का सपना टूट जाएगा.

लिहाजा, ऐसी स्थिति से बचने के लिए सूरज पंचोली ने वो किया, जिसके लिए किसी बेरहम के भी हाथ कांपेंगे. उसने अपने हाथों से जिया के पेट में पड़े भ्रूण को खींचकर टॉयलेट में फ्लश कर दिया. इस घटना में जिया की जान तो बच गई लेकिन इस उम्र में जिसे वह अपना हीरो मान रही थी वह उसका भ्रम साबित हुआ. अपने करियर और हीरो बनने की चाहत में सूरज ने जिया खान से किनारा कर लिया और यह जिया खान के गंवारा न हुआ. डिप्रेशन में जिया खान ने सुसाइड कर लिया.

अब आप ही बताएं, क्या ऐसे हीरो को जिया ने चाहा था या हमारी फिल्म इंडस्ट्री ऐसा हीरो हमें देगी. ऐसा तो हमें विलेन भी नहीं चाहिए.

इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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