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वैलेरी से मिलिए, आप अपने शरीर से प्यार करने लगेंगे

    • पारुल चंद्रा
    • Updated: 23 सितम्बर, 2015 08:17 PM
  • 23 सितम्बर, 2015 08:17 PM
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'मेरा शरीर थुलथुला है, शरीर पर निशान, काले धब्बे हैं, स्ट्रेच मार्क्स हैं, मोटी हूं, शरीर पर बाल भी हैं..पर ये सारी चीजें ही मुझे वो बनाती हैं जो मैं हूं. ये सब मुझे स्वीकार है और पसंद हैं.'

'मेरा शरीर थुलथुला है, शरीर पर निशान, काले धब्बे हैं, स्ट्रेच मार्क्स हैं, मोटी हूं, शरीर पर बाल भी हैं..पर ये सारी चीजें ही मुझे वो बनाती हैं जो मैं हूं. ये सब मुझे स्वीकार है और पसंद हैं.' ये शब्द हैं सैन फ्रेंसिसको में रहने वाली 27 वर्षीय वैलेरी सगुन के. इन्हें अपने शरीर से प्यार है और ये योग की दीवानी हैं.

                                                              योग की दीवानी

भारी शरीर की वैलेरी जितनी योग की दीवानी हैं, लोग उतने ही उनके हौंसले और लचीलेपन के दीवाने हैं. वे जिस सहजता से मुश्किल आसन करती हैं, उन्हें देखकर तो बाबा रामदेव भी अचरज में पड़ जाएंगे. वैलेरी सिर के बल खड़ी हो जाती हैं. योगा व्हील पर संतुलन बनाती हैं. योग करते वक्त पहने गए उनके स्टाइलिश और रंग बिरंगे कपड़े ये बताते हैं कि वो कितनी खुशमिजाज और ऊर्जा से भरपूर हैं.

'मेरा शरीर थुलथुला है, शरीर पर निशान, काले धब्बे हैं, स्ट्रेच मार्क्स हैं, मोटी हूं, शरीर पर बाल भी हैं..पर ये सारी चीजें ही मुझे वो बनाती हैं जो मैं हूं. ये सब मुझे स्वीकार है और पसंद हैं.' ये शब्द हैं सैन फ्रेंसिसको में रहने वाली 27 वर्षीय वैलेरी सगुन के. इन्हें अपने शरीर से प्यार है और ये योग की दीवानी हैं.

                                                              योग की दीवानी

भारी शरीर की वैलेरी जितनी योग की दीवानी हैं, लोग उतने ही उनके हौंसले और लचीलेपन के दीवाने हैं. वे जिस सहजता से मुश्किल आसन करती हैं, उन्हें देखकर तो बाबा रामदेव भी अचरज में पड़ जाएंगे. वैलेरी सिर के बल खड़ी हो जाती हैं. योगा व्हील पर संतुलन बनाती हैं. योग करते वक्त पहने गए उनके स्टाइलिश और रंग बिरंगे कपड़े ये बताते हैं कि वो कितनी खुशमिजाज और ऊर्जा से भरपूर हैं.

                                                                   खुशमिजाज वैलेरी
                                                                        रहती हैं संतुलित

हम हमेशा यही सोचते हैं कुछ काम केवल छरहरे लोग ही कर सकते हैं, जैसे योग, एरियल डांस वगैरह...भारी शरीर वाले लोग अपने जीवन में कुछ चीजों का आनंद नहीं ले सकते. पर इस बात को वैलेरी ने झुठला दिया है, वो कहती हैं कि-

'जब से मैंने योग करना शुरू किया मुझे उस मानसिक अवरोध से निजात मिल गई. कि भारी शरीर वाले लोग कुछ चीजें नहीं कर सकते और ये कि वजन घटाकर ही अच्छी चीजें पाई जा सकती हैं.'

                                                               कुछ भी मुश्किल नहीं

वैलेरी ने तीन साल पहले योग करना शुरू किया. योग ने उनका जीवन इस तरह बदल दिया कि वो अब एक योग शिक्षिका बनना चाहती हैं, जिससे वो दूसरे बेडौल लोगों को योग सिखा सकें. उनका कहना है कि-

'योग ने मुझे सिखाया है कि खुद से प्रेम करो, चाहे आप कैसे भी हो. मैंने अपने शरीर से कभी घृणा नहीं की, न ही कभी शर्मिंदगी महसूस की. पहले मुझे भारी शरीर वाले लोग योग करते हुए दिखाई नहीं देते थे, पर आज मैं खुश हूं कि अब बहुत से लोग हैं जो खुद के लिए योग कर रहे हैं'.

                                                                 औरों को करती हैं प्रेरित

वैलेरी के दोस्त रॉक क्लाइंबिंग किया करते थे पर उन्हें लगता था कि वो रॉक क्लाइंबिंग के लिए काफी मोटी हैं, जब वो खुद अपना वजन संभाल नहीं पातीं तो एक रस्सी उनका वजन कैसे झेल पाएगी, उन्होंने इसका विचार त्याग दिया, पर अब उनका कहना है कि-

'जब से मैंने योग करना शुरू किया, मुझ में कुछ भी नया करने का आत्मविश्वास जगा है. अब मैं वो सारी चीजें कर सकती हूं जो मैं हमेशा से करना चाहती थी जैसे रॉक क्लाइंबिंग और स्काई डाइविंग.'

                                                                     एरियल योगा

योग करते हुए अपनी तस्वीरों के कारण वैलेरी आजकल चर्चाओं में बनी हुई हैं. सोशल मीडिया पर उनकी तस्वीरें वायरल हैं. योगा आइकॉन बन चुकी वौलेरी कितनी लोकप्रिय हैं ये उनके इंस्टाग्राम एकाउंट 'biggalyoga' को देखकर पता चलता है, जिसके 85,000 से भी ज़्यादा फॉलोअर हैं. वैलेरी को देखकर चाहे लोग हंसे या बातें बनाएं, उन्हें फर्क नहीं पड़ता. बल्कि वो बहुत उत्साहित हैं, उनका कहना है कि -

'मुझे खुशी है कि इंस्टाग्राम पर मेरी तस्वीरों को देखकर लोग प्रेरित हो रहे हैं. मैं समझती हूं कि मैं उनकी इस सोच को बदल सकती हूं कि मोटे लोग कभी भी योग नहीं कर सकते. मैं खुद को सम्मानित महसूस कर रही हूं कि शरीर को लेकर सकारात्मक सोच और योग के ज़रिए खुद को प्रेम करने की बात मैं पूरी दुनिया तक पहुंचा पा रही हूं.'

                                                           जिन्दगी के प्रति सकारात्मक सोच

जिन्दगी को लेकर वैलरी की सकारात्मक सोच लोगों को बहुत प्रभावित कर रही है, उनका ये जिंदादिल अंदाज योग प्रेमियों को तो भा ही रहा है साथ ही बहुत से लोगों के लिए प्रेरणादायक भी है जो बॉडी शेम के शिकार हैं या अपने भारी शरीर के कारण शर्म महसूस करते हैं. और उन लोगों के लिए तो निश्चित ही ये इंस्पिरेशन हैं जो ये कहते हैं 'डियर योगा... तू हमसे न होगा'.

इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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