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शराबखाने में बैठे बिहार IAS की तस्वीर वायरल, लेकिन सच कुछ और है...

    • सुजीत कुमार झा
    • Updated: 24 जून, 2016 06:58 PM
  • 24 जून, 2016 06:58 PM
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बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू है. ऐसे में किसी बार में बैठे एक एक IAS की वायरल तस्वीर को लेकर चर्चा तो होनी ही थी. आखिर जिस राज्य में शराबबंदी है, वहां का एक IAS अधिकारी शराब की बोतलों के बीच क्या कर रहा है.

बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू है. ऐसे में किसी आईएएस अधिकारी की बार में तस्वीर सार्वजनिक हो जाए तो हल्‍ला मचना ही था. चर्चाओं का बाजार भी गर्म है. आखिर जिस राज्य में शराबबंदी है, वहां का एक IAS अधिकारी शराबखाने में क्या कर रहा है?

बिहार के एक भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी जीतेन्द्र श्रीवास्तव, जो फिलहाल राज्य में स्वास्थ्य विभाग में सचिव के पद पर कार्यरत हैं, अचानक विवादों में आ गए. उनकी एक तस्वीर इन दिनों फेसबुक पर वायरल है. तस्वीर में वे एक शराबखाने में बैठे दिखाई दे रहे हैं.

 इस वायरल तस्वीर का सच कुछ और है..

इस तस्वीर को लोग धड़ल्ले से शेयर कर रहे हैं. और कई लोगों ने तो उसके साथ आपत्तिजनक कमेंट्स भी किए हैं. लेकिन, इस पूरे मामले में दिलचस्प पहलू ये है कि तस्वीर तो सही है लेकिन सात साल पुरानी, यानी 2009 की है. तब जीतेंद्र ट्रेनिग के लिए अमेरिका गए थे.

ये तस्वीर भी उसी वक्त ली गयी थी जब वो एक रेस्टोरेंट से खाना खाकर निकल रहे थे, तो ऐसे ही बार के सामने बैठकर फोटो खींचा गया था. बस, उसी पुरानी तस्वीर को कुछ शरारती तत्वों ने एक साजिश के तहत उनकी छवि को धूमिल करने की नीयत से पोस्ट कर दी है. अपनी छवि धूमिल होने से आहत आईएएस अधिकारी जीतेन्द्र श्रीवास्तव ने पटना के शास्त्रीनगर थाना में फेसबुक पर फोटो पोस्ट करने वालों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज भी कराई है.

जीतेन्द्र श्रीवास्तव का कहना कि इस तस्वीर में कहीं से यह साबित नहीं होता कि बार में बैठकर शराब का सेवन किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि उन्होंने कुछ एनजीओ और स्वास्थ्य समिति के कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की है, ये हरकत उन्हीं लोगों की है....

बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू है. ऐसे में किसी आईएएस अधिकारी की बार में तस्वीर सार्वजनिक हो जाए तो हल्‍ला मचना ही था. चर्चाओं का बाजार भी गर्म है. आखिर जिस राज्य में शराबबंदी है, वहां का एक IAS अधिकारी शराबखाने में क्या कर रहा है?

बिहार के एक भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी जीतेन्द्र श्रीवास्तव, जो फिलहाल राज्य में स्वास्थ्य विभाग में सचिव के पद पर कार्यरत हैं, अचानक विवादों में आ गए. उनकी एक तस्वीर इन दिनों फेसबुक पर वायरल है. तस्वीर में वे एक शराबखाने में बैठे दिखाई दे रहे हैं.

 इस वायरल तस्वीर का सच कुछ और है..

इस तस्वीर को लोग धड़ल्ले से शेयर कर रहे हैं. और कई लोगों ने तो उसके साथ आपत्तिजनक कमेंट्स भी किए हैं. लेकिन, इस पूरे मामले में दिलचस्प पहलू ये है कि तस्वीर तो सही है लेकिन सात साल पुरानी, यानी 2009 की है. तब जीतेंद्र ट्रेनिग के लिए अमेरिका गए थे.

ये तस्वीर भी उसी वक्त ली गयी थी जब वो एक रेस्टोरेंट से खाना खाकर निकल रहे थे, तो ऐसे ही बार के सामने बैठकर फोटो खींचा गया था. बस, उसी पुरानी तस्वीर को कुछ शरारती तत्वों ने एक साजिश के तहत उनकी छवि को धूमिल करने की नीयत से पोस्ट कर दी है. अपनी छवि धूमिल होने से आहत आईएएस अधिकारी जीतेन्द्र श्रीवास्तव ने पटना के शास्त्रीनगर थाना में फेसबुक पर फोटो पोस्ट करने वालों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज भी कराई है.

जीतेन्द्र श्रीवास्तव का कहना कि इस तस्वीर में कहीं से यह साबित नहीं होता कि बार में बैठकर शराब का सेवन किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि उन्होंने कुछ एनजीओ और स्वास्थ्य समिति के कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की है, ये हरकत उन्हीं लोगों की है. जीतेंद्र ने जिन लोगों के खिलाफ FIR दर्ज कराई है, उसमें कौशलेन्द्र कुमार, राज्य स्वास्थ्य समिति के कर्मचारी पंकज कुमार प्रिय, आरती साह, मनोज कुमार और राजीव रंजन के नाम शामिल हैं.

इधर बिहार ग्रामीण जागरण अभियान समिति के कौशलेन्द्र कुमार अपने उपर लगे आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि उनेक नाम पर किसी और ने फर्जी फेसबुक का एकाउंट बनाकर इस तस्वीर को पोस्ट किया है और जीतेन्द्र श्रीवास्तव से उनके अच्छे संबंध है. अब कौशलेन्द्र कुमार भी उनके नाम पर फर्जी एकाउंट बनाकर इस तरह की हरकत करने को लेकर प्राथमिकी दर्ज कराने की बात कह रहे हैं.

बहरहाल, सच जो भी हो, ये तय है कि तस्वीर बहुत पुरानी है. इसका वर्तमान से कोई नाता नहीं है और हर वो चीज जो दिखती हो, वो सच हो...सोशल मीडिया के इस दौर में यह बात भी अब बहुत पुरानी हो चली है.

इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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