• होम
  • सियासत
  • समाज
  • स्पोर्ट्स
  • सिनेमा
  • सोशल मीडिया
  • इकोनॉमी
  • ह्यूमर
  • टेक्नोलॉजी
  • वीडियो
होम
सियासत

छठ पर्व पर दुर्घटनाओं से कोई सबक क्यों नहीं लेता?

    • जगत सिंह
    • Updated: 07 नवम्बर, 2016 04:08 PM
  • 07 नवम्बर, 2016 04:08 PM
offline
हर साल छठ के मौके पर कई लोगों की जान जाती है, कहीं कोई डूब जाता है तो कहीं भगदड़ मच जाती है. ऐसे में हर साल होती दुर्घटनाओं से प्रशासन सबक क्यों नहीं लेता है?

पर्व त्यहारों पर प्रशासन की लापरवाही और पूर्व में हुई दुर्घटनाओं से सबक नहीं लेते हुए लोगों की मौत का सिलसिला थमता नज़र नहीं आ रहा है . हम आज की घटनाओं पर अगर नज़र डालें तो अलग अलग घटनाओं से एहसास होगा की कैसे लापरवाही ने कई लोगों को काल कवलित कर दिया और पर्व कैसे मातमी माहौल में तब्दील हो गया. व्रत के उत्साह में लापरवाह रेल व प्रशासन की तरफ से सुरक्षा मानकों की अनदेखी की गई. पता नहीं क्यों ऐसा हर साल होता है कि छठ पूजा के ही समय हादसे होते हैं. ये हादसे हमेशा ही प्रशासन की लापरवाही के कारण होते हैं. जब प्रशासन को पता होता है कि हज़ारों लोग इसमें शामिल होंगे तो सरकार पहले से ही अच्छे इंतजाम क्यों नहीं किया जाता.

इन हादसों परह नज़र डालें तो पता चलता है कि कैसे हर साल छठ के समय हादसे होते हैं आम लोग शिकार होते है.

ये भी पढ़ें- लोक आस्था का महापर्व छठ

छठ पूजा हादसा - 2016

व्रत के उत्साह में लापरवाह रेल प्रशासन की तरफ से सुरक्षा मानकों की अनदेखी की गई. बिहार के दरभंगा में ट्रेन की चपेट में आने से 3 महिलाओं और 2 बच्चों की मौत हो गई. ये महिलाएं छठ पूजा करके लौट रही थीं. जानकारी के अनुसार, 12562 स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस उस वक्त गुजर रही थी तभी लोग उसकी चपेट में आ गए. रेलवे ट्रैक की बगल में ही छठ का घाट बनाया गया था. घटना के बाद छठ पर्व का माहौल गम में बदल गया. इस बीच रेल सेवा बाधित रही.

- किशनगंज जिले में दीघाल बैंक थाना क्षेत्र के टप्पू गांव में एक लड़की उतनी भाग्यशाली नहीं थी, दीक्षा कुमारी तालाब में डूब गई. जब दीक्षा के परिवार वाले घाट से घर आ गए और उन्हें वह नजर नहीं आई तब उन्होंने उसे ढूंढना शुरू किया, बाद में तालाब से उसका शव मिला.

- बिहार के मुजफ्फरपुर में छठ पूजा के दौरान 2 बच्चों की नदी में डूब कर मौत हो गयी, हालांकि, 3 बच्चों को...

पर्व त्यहारों पर प्रशासन की लापरवाही और पूर्व में हुई दुर्घटनाओं से सबक नहीं लेते हुए लोगों की मौत का सिलसिला थमता नज़र नहीं आ रहा है . हम आज की घटनाओं पर अगर नज़र डालें तो अलग अलग घटनाओं से एहसास होगा की कैसे लापरवाही ने कई लोगों को काल कवलित कर दिया और पर्व कैसे मातमी माहौल में तब्दील हो गया. व्रत के उत्साह में लापरवाह रेल व प्रशासन की तरफ से सुरक्षा मानकों की अनदेखी की गई. पता नहीं क्यों ऐसा हर साल होता है कि छठ पूजा के ही समय हादसे होते हैं. ये हादसे हमेशा ही प्रशासन की लापरवाही के कारण होते हैं. जब प्रशासन को पता होता है कि हज़ारों लोग इसमें शामिल होंगे तो सरकार पहले से ही अच्छे इंतजाम क्यों नहीं किया जाता.

इन हादसों परह नज़र डालें तो पता चलता है कि कैसे हर साल छठ के समय हादसे होते हैं आम लोग शिकार होते है.

ये भी पढ़ें- लोक आस्था का महापर्व छठ

छठ पूजा हादसा - 2016

व्रत के उत्साह में लापरवाह रेल प्रशासन की तरफ से सुरक्षा मानकों की अनदेखी की गई. बिहार के दरभंगा में ट्रेन की चपेट में आने से 3 महिलाओं और 2 बच्चों की मौत हो गई. ये महिलाएं छठ पूजा करके लौट रही थीं. जानकारी के अनुसार, 12562 स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस उस वक्त गुजर रही थी तभी लोग उसकी चपेट में आ गए. रेलवे ट्रैक की बगल में ही छठ का घाट बनाया गया था. घटना के बाद छठ पर्व का माहौल गम में बदल गया. इस बीच रेल सेवा बाधित रही.

- किशनगंज जिले में दीघाल बैंक थाना क्षेत्र के टप्पू गांव में एक लड़की उतनी भाग्यशाली नहीं थी, दीक्षा कुमारी तालाब में डूब गई. जब दीक्षा के परिवार वाले घाट से घर आ गए और उन्हें वह नजर नहीं आई तब उन्होंने उसे ढूंढना शुरू किया, बाद में तालाब से उसका शव मिला.

- बिहार के मुजफ्फरपुर में छठ पूजा के दौरान 2 बच्चों की नदी में डूब कर मौत हो गयी, हालांकि, 3 बच्चों को बचा लिया गया.

- बोचहां थाना के कफेन पंचायत के माहपुर गांव में शनिवार को करंट से एक छठ व्रती की मौत हो गई.

- एनडीआरएफ की नौवीं बटालियन ने छठ पूजा के दौरान बिहार में अलग-अलग घटनाओं में दो बच्चों को डूबने से बचाया जबकि किशनगंज जिले में एक लड़की डूब गई. - एनडीआरएफ टीम ने सुपौल जिले में छठ पूजा के दौरान एक तालाब में डूबने से छह साल के बच्चे अमन कुमार को बचा लिया.

- दूसरी घटना में पटना के गायघाट में गंगा नदी में डूबने से 14 वर्षीय ऋतिक को बचा लिया.

- छठ पर्व के दौरान आज समस्तीपुर के साढ़ी घाट पर दो पक्षों के विवाद में गोली चल गई. घटना में एक युवक घायल हो गया, जिसे दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेजा गया है.

छठ पूजा हादसा - 2015

मोतिहारी जिले के सुगौली थाना अंतर्गत सिकरहना घाट के समीप अनियंत्रित होकर सड़क पर पलटे ट्रैक्टर की चपेट में आकर अर्घ्य देने जा रही एक छठ व्रती सहित दो महिलाओं की मौत हो गई थी जबकि एक किशोर घायल हो गया था, मधुबनी जिले के जय नगर बाजार में आज 11 हजार वोल्ट की तार की चपेट में आने पर 6 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई थी.

 

छठ पूजा हादसा - 2014

नौबतपुर के अजवा और चर्रा गांव में छठ के दौरान दो युवकों की मौत हो गई थी. सहरसा जिले के धरमा ढाला के पास सुबह छठ घाट बनाने गए आठ बच्चे तालाब में डूब गए जिनमें से 6 की मौत हो गई.

ये भी पढ़ें- छठ पर्व पर वोट साधने की राजनीति

छठ पूजा हादसा - 2013

वर्ष 2013 में भी बिहार मे अलग अलग घटनाओं में छठ पर्व के दौरान आठ लोगों की डूब जाने से मौत हो गई थी.

छठ पूजा हादसा - 2012

वर्ष 2012 पटना में छठ पूजा के दौरान हादसा में 19 लोगों की मौत हो गयी. अदालतगंज के पास बालू के मैदान में एक बांस बल्लियों से एक अस्थायी पुल बनाया गया था जो श्रद्धालुओं के भारी दबाव से चलते टूट गया था. घटनास्थल पर मृतकों के परिजनों ने इस घटना के खिलाफ प्रशासन के खिलाफ जमकर हंगामा किया. गंगा घाट पर हुए हादसे को लेकर उस वक्त आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद ने खूब शोर मचाया और तब भी मुख्यमंत्री रहे नीतीश कुमार के इस्तीफे की मांग कर डाली थी.

2012 में लालू प्रसाद और नीतीश कुमार साथ नहीं थे, तब जदयू की सत्ता थी और लालू की पार्टी आरजेडी विपक्ष में थी. लेकिन आज लालू प्रसाद और नीतीश कुमार बिहार में सत्ता में साझीदार हैं, अब देखना है की इस साल हए छठ की दुर्घटना पर क्या राजनीति होती है, साथ ही  राज्य और स्थानीय प्रशासन भविष्य में पर्व के दौरान कोई दुर्घटना न हो इसके लिए छठ पर अब तक हुई दुर्घटनाओं से क्या सबक लेता है.

इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

ये भी पढ़ें

Read more!

संबंधि‍त ख़बरें

  • offline
    अब चीन से मिलने वाली मदद से भी महरूम न हो जाए पाकिस्तान?
  • offline
    भारत की आर्थिक छलांग के लिए उत्तर प्रदेश महत्वपूर्ण क्यों है?
  • offline
    अखिलेश यादव के PDA में क्षत्रियों का क्या काम है?
  • offline
    मिशन 2023 में भाजपा का गढ़ ग्वालियर - चम्बल ही भाजपा के लिए बना मुसीबत!
Copyright © 2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today.

Read :

  • Facebook
  • Twitter

what is Ichowk :

  • About
  • Team
  • Contact
Copyright © 2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today.
▲