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सिसोदिया को अफसर का जवाब - 1 महीने से कम में फेसबुक लाइव संभव नहीं!

    • आईचौक
    • Updated: 03 जून, 2017 11:12 AM
  • 03 जून, 2017 11:12 AM
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डिप्टी सीएम सिसोदिया ने जीएसटी पर आम लोगों और कारोबारियों के साथ 2 जून को फेसबुक लाइव करने की योजना बनायी. इस बाबत एक चिट्ठी सूचना और प्रचार निदेशालय को लिखी गयी, लेकिन...

दिल्ली की जंग में सिर्फ अरविंद केजरीवाल को ही दो दो हाथ नहीं करने पड़ते, डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया भी जब तब जूझते रहते हैं. बाबूगीरी का ताजा शिकार सिसोदिया अपने फेसबुक लाइव को लेकर हुए हैं.

सिसोदिया के आश्चर्य का ठिकाना न रहा जब उन्हें अपने ही अफसर का जवाबी खत मिला - 1 महीने से कम में काम संभव नहीं.

महीने भर का चक्कर

डिप्टी सीएम सिसोदिया ने जीएसटी पर आम लोगों और कारोबारियों के साथ 2 जून को फेसबुक लाइव करने की योजना बनायी. इस बाबत एक चिट्ठी सूचना और प्रचार निदेशालय को लिखी गयी. निदेशालय के सचिव ने अपने हिसाब से टास्क की पैमाइश की और जवाब भेज दिया. जवाबी चिट्ठी में बताया गया कि इसके लिए ग्लोबल टेंडर देने पड़ेंगे - और उसमें एक महीने का वक्त लग जाएगा.

जवाब देख कर सिसोदिया को बड़ी हैरानी हुई. फिर उन्होंने मुख्य सचिव को लिख कर घटना की जानकारी दी. सिसोदिया चाहते थे कि जीएसटी काउंसिल की 3 जून की बैठक से पहले ये कार्यक्रम हो जाये. अब ये इवेंट 5 जून को होना है - और सिसोदिया ने बड़े बाबू से कहा है कि अगर इसमें बाबूगीरी आड़े आये तो ऐसे अफसरों की छुट्टी कर दी जाएगी.

बाबूगीरी से आगे...

विज्ञापनों को लेकर आम आदमी पार्टी की सरकार पहले से ही सवालों के घेरे में है. टॉक-टू-केजरीवाल कार्यक्रम को लेकर भी विवाद हुआ था. शूंगलू कमेटी की रिपोर्ट में सरकार के कामकाज के तरीके पर भी सवाल उठे - और उप राज्यपाल ने कई तरह के एक्शन लिये.

वैसे आम आदमी पार्टी के फेसबुक पेज को 3,056,786 लोग लाइक करते हैं. उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के फेसबुक पेज पर भी 845,775 लोगों ने लाइक किया हुआ है. यही नहीं ट्विटर पर भी सिसोदिया 1,028,852 फॉलोवर हैं.

सिसोदिया चाहें तो लोगों से संवाद के लिए इनमें से किसी भी प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कर सकते हैं. ट्विटर पर भी पेरिस्कोप के जरिये लाइव किया जा सकता है जिसे दुनिया भर में बहुत सारे लोग इस्तेमाल करते हैं. केजरीवाल और सिसोदिया दोनों ही...

दिल्ली की जंग में सिर्फ अरविंद केजरीवाल को ही दो दो हाथ नहीं करने पड़ते, डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया भी जब तब जूझते रहते हैं. बाबूगीरी का ताजा शिकार सिसोदिया अपने फेसबुक लाइव को लेकर हुए हैं.

सिसोदिया के आश्चर्य का ठिकाना न रहा जब उन्हें अपने ही अफसर का जवाबी खत मिला - 1 महीने से कम में काम संभव नहीं.

महीने भर का चक्कर

डिप्टी सीएम सिसोदिया ने जीएसटी पर आम लोगों और कारोबारियों के साथ 2 जून को फेसबुक लाइव करने की योजना बनायी. इस बाबत एक चिट्ठी सूचना और प्रचार निदेशालय को लिखी गयी. निदेशालय के सचिव ने अपने हिसाब से टास्क की पैमाइश की और जवाब भेज दिया. जवाबी चिट्ठी में बताया गया कि इसके लिए ग्लोबल टेंडर देने पड़ेंगे - और उसमें एक महीने का वक्त लग जाएगा.

जवाब देख कर सिसोदिया को बड़ी हैरानी हुई. फिर उन्होंने मुख्य सचिव को लिख कर घटना की जानकारी दी. सिसोदिया चाहते थे कि जीएसटी काउंसिल की 3 जून की बैठक से पहले ये कार्यक्रम हो जाये. अब ये इवेंट 5 जून को होना है - और सिसोदिया ने बड़े बाबू से कहा है कि अगर इसमें बाबूगीरी आड़े आये तो ऐसे अफसरों की छुट्टी कर दी जाएगी.

बाबूगीरी से आगे...

विज्ञापनों को लेकर आम आदमी पार्टी की सरकार पहले से ही सवालों के घेरे में है. टॉक-टू-केजरीवाल कार्यक्रम को लेकर भी विवाद हुआ था. शूंगलू कमेटी की रिपोर्ट में सरकार के कामकाज के तरीके पर भी सवाल उठे - और उप राज्यपाल ने कई तरह के एक्शन लिये.

वैसे आम आदमी पार्टी के फेसबुक पेज को 3,056,786 लोग लाइक करते हैं. उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के फेसबुक पेज पर भी 845,775 लोगों ने लाइक किया हुआ है. यही नहीं ट्विटर पर भी सिसोदिया 1,028,852 फॉलोवर हैं.

सिसोदिया चाहें तो लोगों से संवाद के लिए इनमें से किसी भी प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कर सकते हैं. ट्विटर पर भी पेरिस्कोप के जरिये लाइव किया जा सकता है जिसे दुनिया भर में बहुत सारे लोग इस्तेमाल करते हैं. केजरीवाल और सिसोदिया दोनों ही ट्विटर का खूब इस्तेमाल करते हैं. सवाल ये है कि जब किसी भी मोबाइल से फेसबुक लाइव संभव हो तो उसके लिए ग्लोबल टेंडर की जरूरत क्या है? अगर फेसबुक लाइव का अलग अलग माध्यमों से प्रचार करना हो तो अलग बात है.

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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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