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ये है सर्जिकल स्ट्राइक की इनसाइड स्टोरी !

    • मंजीत सिंह नेगी
    • Updated: 29 सितम्बर, 2016 07:04 PM
  • 29 सितम्बर, 2016 07:04 PM
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पाकिस्तान के कब्ज़े वाले कश्मीर में सर्जिकल स्ट्राइक्स के बाद जश्न का माहौल है. सेना ने आतंकवादियों को उनकी ही भाषा में जवाब दिया. जानिए इस हमले की पूरी इनसाइड स्टोरी...

बुधवार-गुरुवार की दर्म्यानी रात पाक अधिकृत कश्‍मीर में भारतीय सेना ने कैसे की सर्जिकल स्‍ट्राइक, जानिए-

वक़्त रात के बारह बजे. पुंछ से एडवान्स्ड लाइट हेलिकॉप्टर ध्रुव पर 4 और 9 पैरा के 25 कमांडो सवार होकर पाकिस्तान के कब्ज़े वाले कश्मीर में दाखिल हुए. नियंत्रण रेखा के पार हेलिकॉप्टर ने इन जवानों को एक सुनसान जगह उतार दिया. हर जगह खतरा था. पाकिस्तानी सेना की फायरिंग की आशंका के बीच इन कमांडोज ने तकरीबन तीन किलोमीटर का फासला रेंग कर तय किया. देश में तबाही मचाने के लिये यहां आतंकियों के लॉंच पैड्स भिम्बर, केल, तत्तापानी और लीपा इलाकों में स्थित थे.   

ये भी पढ़ें- सर्जिकल स्‍ट्राइक की खबर से पाकिस्तान में भूकंप

पाकिस्तानी सेना को भारत के इस कदम का कोई आभास नहीं हुआ. हमले से पहले आतंकियों के लॉंचिंग पैड्स पर खुफिया एजेंसियां एक हफ्ते से नजर रखे हुए थीं. रॉ और एमआई पूरी मुस्तैदी से आतंकवादियों की एक-एक हरकत पर नजर रखे हुए थी. सेना ने हमला करने के लिये कुल छह कैम्पों का लक्ष्य रखा था, हमले के दौरान इनमें से तीन कैम्पों को पूरी तरह तबाह कर दिया. कमांडोज तवोर और एम-4 जैसी राइफलों, ग्रेनेड्स, स्मोक ग्रेनेड्स से लैस थे. साथ ही उनके पास अंडर बैरल ग्रेनेड लॉंचर, रात में देखने के लिये नाइट विज़न डिवाइसेज़ और हेलमेट माउंटेड कैमरा भी थे.

 हमला करने के लिये छह कैम्पों का लक्ष्य...

बुधवार-गुरुवार की दर्म्यानी रात पाक अधिकृत कश्‍मीर में भारतीय सेना ने कैसे की सर्जिकल स्‍ट्राइक, जानिए-

वक़्त रात के बारह बजे. पुंछ से एडवान्स्ड लाइट हेलिकॉप्टर ध्रुव पर 4 और 9 पैरा के 25 कमांडो सवार होकर पाकिस्तान के कब्ज़े वाले कश्मीर में दाखिल हुए. नियंत्रण रेखा के पार हेलिकॉप्टर ने इन जवानों को एक सुनसान जगह उतार दिया. हर जगह खतरा था. पाकिस्तानी सेना की फायरिंग की आशंका के बीच इन कमांडोज ने तकरीबन तीन किलोमीटर का फासला रेंग कर तय किया. देश में तबाही मचाने के लिये यहां आतंकियों के लॉंच पैड्स भिम्बर, केल, तत्तापानी और लीपा इलाकों में स्थित थे.   

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पाकिस्तानी सेना को भारत के इस कदम का कोई आभास नहीं हुआ. हमले से पहले आतंकियों के लॉंचिंग पैड्स पर खुफिया एजेंसियां एक हफ्ते से नजर रखे हुए थीं. रॉ और एमआई पूरी मुस्तैदी से आतंकवादियों की एक-एक हरकत पर नजर रखे हुए थी. सेना ने हमला करने के लिये कुल छह कैम्पों का लक्ष्य रखा था, हमले के दौरान इनमें से तीन कैम्पों को पूरी तरह तबाह कर दिया. कमांडोज तवोर और एम-4 जैसी राइफलों, ग्रेनेड्स, स्मोक ग्रेनेड्स से लैस थे. साथ ही उनके पास अंडर बैरल ग्रेनेड लॉंचर, रात में देखने के लिये नाइट विज़न डिवाइसेज़ और हेलमेट माउंटेड कैमरा भी थे.

 हमला करने के लिये छह कैम्पों का लक्ष्य था

पलक झपकते ही कमांडोज़ ने आतंकियों पर ग्रेनेड से हमला किया. अफरा तफरी फैलते ही स्मोक ग्रेनेड के साथ ताबड़तोड़ फायरिंग की. फिर क्या था, देखते ही देखते 38 आतंकवादियों को ढेर कर दिया गया. हमले में पाकिस्तानी सेना के दो जवान भी मारे गए. साथ ही इस ऑपरेशन में दो पैरा कमांडोज़ भी लैंड माइंस की चपेट में आने के कारण घायल हुए हैं.

ये भी पढ़ें- सर्जिकल स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान दिखा रहा है परमाणु मिसाइलें

रक्षा मंत्री मनोहर परिकर ने भी सेना को बधाई दी है. उन्होंने कहा कि सेना के पास आतंकवादियों की मौजूदगी की पुख़्ता जानकारी थी और हमने उन्हीं कैम्पों पर सर्जिकल हमला किया. पीओके भारत का ही हिस्सा है.

 इस ऑपरेशन की तैयारी सेना मुख्यालय में रात आठ बजे से ही हो गई थी

रात साढ़े बारह बजे शुरू हुए इस ऑपरेशन को साढ़े चार बजे तक ख़त्म कर लिया गया. दिल्ली में इस ऑपरेशन की तैयारी सेना मुख्यालय में रात आठ बजे से ही हो गई थी. राजधानी में बुधवार शाम कोस्टगार्ड कमांडर कॉफ्रेंस का डिनर रखा गया था. जिसमें रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर, एनएसए अजित डोभाल और सेना प्रमुख जनरल दलबीर सिंह सुहाग को जाना था. इस डिनर में जाने की बजाय यह तीनों रात आठ बजे सीधे सेना मुख्यालय में मौजूद वॉर रूम में पहुंच गए. सेना प्रमुख दलबीर सुहाग ने इस ऑपरेशन की तारीफ करते हुए कहा है कि सेना ने अपने कहे का पालन किया है और चुनी हुई जगह और समय पर इसका जवाब दिया है.

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ये भी पढ़ें- सर्जिकल स्ट्राइस के बाद अब आगे क्या...

पूरे ऑपरेशन के दौरान रात में रक्षा मंत्री मनोहर परिकर, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवल, और सेना प्रमुख जनरल दलबीर सिंह सुहाग ऑपरेशन की निगरानी करते रहे. इस दौरान ऑपरेशन की जानकारी लगातार प्रधानमंत्री मोदी को भी दी जा रही थी. अजित डोभाल ने रात ही में अपनी अमेरिकी समकक्ष सूसन राइस से भी बातचीत कर उनको भरोसे में लिया.

 बीएसएफ की छुट्टियों पर भी फिलहाल रोक लगा दी गई है

इस ऑपरेशन के बाद सुरक्षा हलकों में पाकिस्तान को उसी की भाषा में सबक सिखाने की जितनी खुशी है उतनी ही सतर्कता भी है. और इसीलिये तीनों सेनाएं और अर्द्धसैनिक बल अपने अधिकतम अलर्ट पर हैं. साथ ही सेना और बीएसएफ की छुट्टियों पर भी फिलहाल रोक लगा दी गई है. जम्मू और कश्मीर और पंजाब में सीमा से सटे इलाकों को एहतियातन ख़ाली कराया जा रहा है. बीएसएफ की भी अतिरिक्त तैनाती की जा रही है. गुजरात से लेकर कश्मीर तक सीमा पर हाई अलर्ट लागू कर दिया है. गुजरात की समुद्री सीमा पर कोस्टगार्ड भी सतर्क है.  

इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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