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क्या आप भारत की इन सेनाओं के बारे में जानते हैं? बात मनवाने के लिए करते हैं सब कुछ

    • मोहित चतुर्वेदी
    • Updated: 29 जनवरी, 2017 05:32 PM
  • 29 जनवरी, 2017 05:32 PM
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वैसे तो भारत में जल, थल और वायु सेना हमारी सुरक्षा में जुटी रहती है और अपनी जान पर खेलकर दूसरों की जान बचाती है. लेकिन भारत में कई ऐसी सेनाएं हैं जो हक पाने के लिए कुछ भी कर गुजरती हैं. मारपीट, झगड़ा, काम रोकना इनके लिए आम बात है...

एक फिल्मी डायलॉग है.... "तुम लोग परिवार के साथ यहां चैन से जिओ... इसलिए सैनिक रोज बॉर्डर पर मरते हैं". वैसे तो भारत में जल, थल और वायु सेना हमारी सुरक्षा में जुटी रहती है और अपनी जान पर खेलकर हमारी जान बचाती है. लेकिन भारत में कई ऐसी सेनाएं हैं जो हक पाने के लिए कुछ भी कर गुजरती है. मारपीट, झगड़ा, काम रोकना इसके लिए आम बात है. आइए जानते हैं इन्हीं सेनाओं के बारे में...

राजपूत करणी सेना

अब जयपुर की घटना को ही ले लीजिए. संजय लीला भंसाली की फिल्म 'पद्मावती' की शूटिंग में राजपूत करणी सेना ने जमकर मारपीट की. राजपूत समुदाय का आरोप है कि संजय ने इतिहास के साथ छेड़छाड़ की है. सेट पर सेना ने जमकर ड्रामा किया. तोड़-फोड़ के साथ-साथ भंसाली के साथ भी मारपीट की. इस सेना के संस्थापक लोकेन्‍द्र सिंह कालवी ने राजपूत करणी सेना का गठन 2006 में किया.

शिव सेना

ये वही सेना है जिसने 2008 में महाराष्ट्र में रह रहे यूपी-बिहार के लोगों को जमकर पीटा था. दूसरे राज्यों से रोजी-रोटी कमाने आए लोगों को घरों से खींच-खींचकर पीटा था. गैर मराठियों के लिए ये पार्टी हमेशा कड़े रुख में रहती है. यही नहीं करणी सेना ने जो भंसाली के सेट पर किया उसे भी शिवसेना ने जायज ठहराया और कहा इतिहास से छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं. पूरे देश में शिव सेना को एक कट्टर हिन्दू राष्ट्रवादी दल के रूप में जाना जाता है. 19 जून 1966 में बाल ठाकरे ने इस सेना की स्थापना की थी.

एक फिल्मी डायलॉग है.... "तुम लोग परिवार के साथ यहां चैन से जिओ... इसलिए सैनिक रोज बॉर्डर पर मरते हैं". वैसे तो भारत में जल, थल और वायु सेना हमारी सुरक्षा में जुटी रहती है और अपनी जान पर खेलकर हमारी जान बचाती है. लेकिन भारत में कई ऐसी सेनाएं हैं जो हक पाने के लिए कुछ भी कर गुजरती है. मारपीट, झगड़ा, काम रोकना इसके लिए आम बात है. आइए जानते हैं इन्हीं सेनाओं के बारे में...

राजपूत करणी सेना

अब जयपुर की घटना को ही ले लीजिए. संजय लीला भंसाली की फिल्म 'पद्मावती' की शूटिंग में राजपूत करणी सेना ने जमकर मारपीट की. राजपूत समुदाय का आरोप है कि संजय ने इतिहास के साथ छेड़छाड़ की है. सेट पर सेना ने जमकर ड्रामा किया. तोड़-फोड़ के साथ-साथ भंसाली के साथ भी मारपीट की. इस सेना के संस्थापक लोकेन्‍द्र सिंह कालवी ने राजपूत करणी सेना का गठन 2006 में किया.

शिव सेना

ये वही सेना है जिसने 2008 में महाराष्ट्र में रह रहे यूपी-बिहार के लोगों को जमकर पीटा था. दूसरे राज्यों से रोजी-रोटी कमाने आए लोगों को घरों से खींच-खींचकर पीटा था. गैर मराठियों के लिए ये पार्टी हमेशा कड़े रुख में रहती है. यही नहीं करणी सेना ने जो भंसाली के सेट पर किया उसे भी शिवसेना ने जायज ठहराया और कहा इतिहास से छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं. पूरे देश में शिव सेना को एक कट्टर हिन्दू राष्ट्रवादी दल के रूप में जाना जाता है. 19 जून 1966 में बाल ठाकरे ने इस सेना की स्थापना की थी.

महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना

बाल ठाकरे के भतीजे राज ठाकरने की ये पार्टी (महाराष्ट्र नव निर्माण सेना) भी मारपीट और झगड़ा करने में फेमस है. हालही की बात ले लीजिए, करण जौहर की फिल्म 'ऐ दिल है मुश्किल' में पाक एक्टर्स को लिया. राज ठाकरे ने महाराष्ट्र में फिल्म रिलीज न करने का फैसला ले लिया. MNS ने मल्टीप्लेक्स मालिकों को चिट्ठी लिखी जिसमें उन्होंने थियेटर तोड़ने की सीधी-सीधी धमकी दी. फिर राज ठाकरे की शर्तों पर फिल्म को रिलीज किया गया. राज ठाकरे ने MNS की स्थापना 9 मार्च 2009 को क थी.

हिंदू सेना

मारपीट और हिंसा करने वाली हिंदू सेना वही पार्टी है जिसने दिल्ली स्थित केरल हाउज की कैंटीन में घुसकर, कैंटीन के लोगों को धमकी दी थी. दावा किया था कि कैंटीन में गाय का मांस परोसा जाता है. हिंदू सेना ने यह तक कर डाला कि अगर कैंटीन में गाय का मांस पकाना और परोसना बंद नहीं किया जाता तो वो हिंसा पर उतर आएंगे. विष्णु गुप्ता ने इस पार्टी का निर्माण 10 अगस्त 2011 को किया था.

रिपब्लिकन सेना

ये सेना भले ही लोगों की नजर में नहीं आई, लेकिन कई ऐसे काम कर रही है जिससे जल्द ये मारपीट और झगड़े वाली सेना कह दिया जाएगा. 2011 में मुंबई के इंदु मिल में ये सेना जबरन घुसी और बाबासाहेब आंबेडकर का वर्ल्ड क्लास स्मारक बनाने की मांग करने लगी और जमकर तोड़फोड़ और हंगामा किया. जिसके बाद सेना के अध्यक्ष आनंदराज आंबेडकर समेत 7 लोगों को हिरासत में लिया गया.

जाट सेना

ये वही सेना है जिसने जाट आरक्षण आंदोलन में हिस्सा लिया था और काफी उपद्रव किया था. यही नहीं, ट्रेन की पटरियों को भी निकाल दिया था. जिसे देखते हुए सरकार ने शूट एट साइट तक के आर्डर दे दिए थे. इस आंदोलन में कई जानें भी गई थीं. आरक्षण के लिए इस सेना ने बकायदा युवा लोगों की भर्तियां तक की थीं.

रणवीर सेना

रणवीर सेना, भारत का आतंकवादी और उग्रवादी संगठन हैं, किसका मुख्य आतंक क्षेत्र बिहार है. इस सेना ने बिहार का सबसे बड़ा सामूहिक नरसंहार किया था. जहानाबाद के लक्ष्मणपुर-बाथे नामक गांव में एक साथ 59 लोगों की हत्या की थी. रणवीर सेना की स्थापना 1995 में बिहार के भोजपुर जिले में हुई.

इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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