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फिल्मों में कैसे शूट होते हैं किसिंग सीन, सच जानकर हैरान हो जाएंगे आप!

    • आईचौक
    • Updated: 06 मई, 2018 12:13 PM
  • 25 जून, 2016 06:03 PM
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हाल ही में एक फिल्म के वायरल हुए एक किसिंग सीन के वीडियो में दिखाया गया है कि कैसे हकीकत में बिना किस किए ही पर्दे पर किस करते नजर आते हैं ऐक्टर्स, जानिए?

हीरो-हीरोइन के प्रेम की गहराई को दर्शाने के लिए दुनिया के किसी सिनेमा के लिए किस से बेहतरीन शायद ही कोई माध्यम हो. पिछले कुछ दशकों के दौरान न सिर्फ हॉलीवुड बल्कि अब तो बॉलीवुड और अन्य भारतीय भाषाओं में बनने वाली फिल्मों में भी किसिंग सींस की भरमार रहने लगी है. फिल्म के निर्माता-निर्देशक इसे कहानी की डिमांड बताकर परोसते हैं. शायद इसीलिए आजकल कई बार फिल्म की कहानी से ज्यादा चर्चा उस फिल्म के स्टार्स की किसिंग सींस की होती है.

रुपहले पर्दे पर एक्टर और ऐक्ट्रेस को एकदूसरे को चूमते हुए देखकर क्या आपके मन में कभी ये ख्याल आया कि इन सीन की शूटिंग कितनी मुश्किल होती होगी. या कभी आपने ये सोचा कि दरअसल ये किसिंग सींस नकली होते हैं और असल में हीरो-हीरोइन तो एकदूसरे को किस करते ही नहीं.

क्या कहा? अगर हीरो-हीरोइन एकदूसरे को किस नहीं करते तो भला फिल्म में उनके लिप-लॉक सींस कैसे और कहां से आते हैं. इसका जवाब मिला है 2 साल पुराने एक साउथ इंडियन फिल्म की शूटिंग के बिहाइंड द कैमरा सीन से.

2014 का एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें एक फिल्म में ऐक्ट्रेस काजल अग्रवाल और ऐक्टर सूर्या को हकीकत में बिना एकदूसरे को किस किए ही फिल्म में किस करते हुए दिखाया गया है.

इस वायरल हुए वीडियो में किसिंग सीन की शूटिंग का सच बताया गया है

ये सीन इन दोनों ऐक्टर्स की 2012 में आई तमिल/तेलुगु फिल्म 'मात्तारान' का है, जिसमें एक हॉल में काजल और सूर्या के बीच फिल्माया गया एक किसिंग सीन है. लेकिन इन दोनों ने हकीकत में एकदूसरे को किस ही नहीं किया था. तो सवाल ये कि आखिर बिना किस किए फिल्म में एकदूसरे को कैसे किस करते नजर आए?

तो इसकी जानकारी...

हीरो-हीरोइन के प्रेम की गहराई को दर्शाने के लिए दुनिया के किसी सिनेमा के लिए किस से बेहतरीन शायद ही कोई माध्यम हो. पिछले कुछ दशकों के दौरान न सिर्फ हॉलीवुड बल्कि अब तो बॉलीवुड और अन्य भारतीय भाषाओं में बनने वाली फिल्मों में भी किसिंग सींस की भरमार रहने लगी है. फिल्म के निर्माता-निर्देशक इसे कहानी की डिमांड बताकर परोसते हैं. शायद इसीलिए आजकल कई बार फिल्म की कहानी से ज्यादा चर्चा उस फिल्म के स्टार्स की किसिंग सींस की होती है.

रुपहले पर्दे पर एक्टर और ऐक्ट्रेस को एकदूसरे को चूमते हुए देखकर क्या आपके मन में कभी ये ख्याल आया कि इन सीन की शूटिंग कितनी मुश्किल होती होगी. या कभी आपने ये सोचा कि दरअसल ये किसिंग सींस नकली होते हैं और असल में हीरो-हीरोइन तो एकदूसरे को किस करते ही नहीं.

क्या कहा? अगर हीरो-हीरोइन एकदूसरे को किस नहीं करते तो भला फिल्म में उनके लिप-लॉक सींस कैसे और कहां से आते हैं. इसका जवाब मिला है 2 साल पुराने एक साउथ इंडियन फिल्म की शूटिंग के बिहाइंड द कैमरा सीन से.

2014 का एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें एक फिल्म में ऐक्ट्रेस काजल अग्रवाल और ऐक्टर सूर्या को हकीकत में बिना एकदूसरे को किस किए ही फिल्म में किस करते हुए दिखाया गया है.

इस वायरल हुए वीडियो में किसिंग सीन की शूटिंग का सच बताया गया है

ये सीन इन दोनों ऐक्टर्स की 2012 में आई तमिल/तेलुगु फिल्म 'मात्तारान' का है, जिसमें एक हॉल में काजल और सूर्या के बीच फिल्माया गया एक किसिंग सीन है. लेकिन इन दोनों ने हकीकत में एकदूसरे को किस ही नहीं किया था. तो सवाल ये कि आखिर बिना किस किए फिल्म में एकदूसरे को कैसे किस करते नजर आए?

तो इसकी जानकारी मिलती है इस वायरल वीडियो में, जिसमें बिहाइंड द कैमरा के फुटेज से पता चलता है कि दरअसल काजल ने एक कुशन को किस किया था जबकि सूर्या ने एक प्लास्टिक शीट को किस किया था. जिसे बाद में विजुअल इफेक्ट्स की मदद से ऐसे दिखाया गया कि जैसे दोनों ने एकदूसरे को किस किया हो जबकि उन्होंने हकीकत में ऐसा किया ही नहीं था.

31 वर्षीय काजल अग्रवाल साउथ की फिल्मों की स्टार ऐक्ट्रेस हैं और वह कई बॉलीवुड फिल्मों में भी काम कर चुकी है. उनकी बॉलीवुड फिल्मों में सिंघम और स्पेशल 26 शामिल हैं. हाल ही में रणदीप हुड्डा के साथ उनकी बॉलीवुड फिल्म दो लफ्जो की कहानी रिलीज आई है.

ये कैसे हुआ जानने के लिए देखें ये वायरल वीडियोः

काजल अग्रवाल साउथ की फिल्मों की स्टार ऐक्ट्रेस हैं और वह कई बॉलीवुड फिल्मों में भी काम कर चुकी है. उनकी बॉलीवुड फिल्मों में सिंघम और स्पेशल 26 शामिल हैं. हाल ही में रणदीप हुड्डा के साथ उनकी बॉलीवुड फिल्म दो लफ्जो की कहानी रिलीज आई है.


इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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