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जानिए क्‍या फर्क है सलमान और रजनीकांत की फिल्‍म रिलीज में

    • पारुल चंद्रा
    • Updated: 20 जुलाई, 2016 05:17 PM
  • 20 जुलाई, 2016 05:17 PM
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सलमान खान अपनी फिल्मों के लिए छुट्टी का रस्ता देखते हैं, जबकि रजनीकांत जब फिल्म रिलीज करते हैं उसी दिन छुट्टी घोषित हो जाती है. ये रजनीकांत सीरीज का चुटकुला नहीं बल्कि सच है.

जैसे जैसे फिल्म कबाली रिलीज के करीब जा रही है, इस सवाल का जवाब भी आसान होता जा रहा है कि भारत में शाहरुख-सलमान का क्रेज ज्यादा है या फिर रजनीकांत का.

 रजनीकांत को दक्षिण भारत में भगवान की तरह पूजा जाता है

बॉलीवुड के सुपर स्टार्स खासकर सलमान जब अपनी कोई फिल्म रिलीज करते हैं, तो पूरा जोर इसी बात पर रहता है कि रिलीज डेट ईद ही हो. बिजनेस के लिहाज से ईद पर फिल्म रिलीज करना बहुत ही फायदेमंद रहता है. त्योहार का दिन, खुशनुमा माहौल और छुट्टी, इस दिन हर कोई समय निकालकर अपने चहेते भाई जान को देखने थिएटर जाता है. जरा गौर करें सलमान खान की पूरी कोशिश रही है कि वो ईद के सुनहरे मौके को खो न दें. उन्होंने 2009 में वान्टेड, 2010 दबंग, 2011 बॉडीगार्ड, 2012 एक था टाइगर, 2014 किक, 2015 बजरंगी भाईजान, 2016 सुल्तान रिलीज की.

ये भी पढ़ें- सुल्‍तान से ज्‍यादा कामयाब होगी रजनीकांत की कबाली, क्‍योंकि...

लेकिन जब बात रजनीकांत की फिल्मों की हो तो त्योहारों या छुट्टियों की तारीख नहीं देखी जाती. क्योंकि जिस दिन रजनीकांत की फिल्म रिलीज होती है उसी दिन छुट्टी घोषित कर दी जाती है. ये रजनीकांत सीरीज का चुटकुला नहीं बल्कि सच है. रजनीकांत की फ़िल्म कबाली 22 जुलाई को रिलीज हो रही है. इस मौके पर चेन्नई और बैंगलुरु की कई कंपनियों ने 22 जुलाई को हॉलीडे घोषित कर दिया है.

जैसे जैसे फिल्म कबाली रिलीज के करीब जा रही है, इस सवाल का जवाब भी आसान होता जा रहा है कि भारत में शाहरुख-सलमान का क्रेज ज्यादा है या फिर रजनीकांत का.

 रजनीकांत को दक्षिण भारत में भगवान की तरह पूजा जाता है

बॉलीवुड के सुपर स्टार्स खासकर सलमान जब अपनी कोई फिल्म रिलीज करते हैं, तो पूरा जोर इसी बात पर रहता है कि रिलीज डेट ईद ही हो. बिजनेस के लिहाज से ईद पर फिल्म रिलीज करना बहुत ही फायदेमंद रहता है. त्योहार का दिन, खुशनुमा माहौल और छुट्टी, इस दिन हर कोई समय निकालकर अपने चहेते भाई जान को देखने थिएटर जाता है. जरा गौर करें सलमान खान की पूरी कोशिश रही है कि वो ईद के सुनहरे मौके को खो न दें. उन्होंने 2009 में वान्टेड, 2010 दबंग, 2011 बॉडीगार्ड, 2012 एक था टाइगर, 2014 किक, 2015 बजरंगी भाईजान, 2016 सुल्तान रिलीज की.

ये भी पढ़ें- सुल्‍तान से ज्‍यादा कामयाब होगी रजनीकांत की कबाली, क्‍योंकि...

लेकिन जब बात रजनीकांत की फिल्मों की हो तो त्योहारों या छुट्टियों की तारीख नहीं देखी जाती. क्योंकि जिस दिन रजनीकांत की फिल्म रिलीज होती है उसी दिन छुट्टी घोषित कर दी जाती है. ये रजनीकांत सीरीज का चुटकुला नहीं बल्कि सच है. रजनीकांत की फ़िल्म कबाली 22 जुलाई को रिलीज हो रही है. इस मौके पर चेन्नई और बैंगलुरु की कई कंपनियों ने 22 जुलाई को हॉलीडे घोषित कर दिया है.

असल में दक्षिण भारत के भगवान रजनीकांत को पर्दे पर देखने के लिए दक्षिण का हर इंसान दीवाना रहता है. रिलीज वाले दिन किसी का काम में मन नहीं लगता, लोग पहले से ऑफिस में छुट्टी की एप्लीकेशन लगाते हैं. और काफी सारे तो उसी दिन बीमार पड़ जाते हैं. इस बार भी खबर आई थी कि बड़ी संख्या में कर्मचारी मास सिक लीव ले रहे हैं. जिससे अपने फेवरेट स्टार की फिल्म देखने जा सकें. तो कंपनी वालों ने बड़ा ही समझदारी भरा फैसला लेते हुए 22 जुलाई को बोनस के रूप में छुट्टी ही डिकलेयर कर दी. अब कर्मचारी बिना किसी बहाने के खुशी-खुशी कबाली देख पाएंगे. यही नहीं कई कंपनियां तो अपने कर्मचारियों और उनके परिवार के सदस्यों को कबाली का टिकट भी गिफ्ट कर रही हैं.

रजनीकांत की फिल्म की रिलीज पर उनके फैंस हजारों लीटर दूध उनका अभिषेक करते हैं

ये भी पढ़ें- रजनीकांत तो वैसे भी सुपरस्टार हैं, फिर हजारों लीटर दूध से नहलाना क्यों?

अब कहिए, इससे पहले किसी भी सुपरस्टार के इतने चर्चे सुने आपने? रजनीकांत की दीवानगी का आलम कबाली के प्रमोशन स्ट्रैटेजी को देखकर ही लगाया जा सकता है. फिल्म निर्माताओं ने कबाली को प्रमोट करने के लिए जहां एड़ी चोटी का जोर लगा दिया है, वहीं खुद लोग भी रजनीकांत के मोह से निकल नहीं पा रहे. इसमें कोई शक नहीं कि कबाली भारतीय सिनेमा के अब तक के सारे रिकॉर्ड तोड़ दे.

इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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