X
Login
You agree to our privacy and cookie policy while login to our website.
Login With Facebook
iChowk
Aaj Tak
বাংলা
Aaj Tak Campus
GNTTV
Lallantop
India Today
Business Today
Cosmopolitan
Harper's Bazaar
Reader's Digest
Northeast
Malayalam
Sports Tak
Crime Tak
Astro Tak
Gaming
Brides Today
Ishq FM
सियासत
समाज
संस्कृति
स्पोर्ट्स
सिनेमा
सोशल मीडिया
इकोनॉमी
ह्यूमर
टेक्नोलॉजी
वीडियो
लॉगिन करें
मोबाइल नंबर
(+91)
Submit
or
You agree to our privacy and cookie policy while login to our website.
*
OTP डालें
OTP फिर भेजें
OTP फिर भेजें
Submit
New
अपनी स्टोरी, कविता या कहानी साझा करें...
चर्चा में
महाराष्ट्र
औरंगजेब
ज्ञानवापी मस्जिद
कांग्रेस
राहुल गांधी
योगी आदित्यनाथ
यूपी विधानसभा चुनाव 2022
रूस यूक्रेन विवाद
नरेंद्र मोदी
पंजाब चुनाव
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022
अखिलेश यादव
ओमिक्रॉन वेरिएंट
ममता बनर्जी
कोरोना वायरस
अफगानिस्तान
ऑक्सीजन
पश्चिम बंगाल चुनाव 2021
कोरोना वैक्सीन
किसान आंदोलन
भारत-चीन
अमित शाह
प्रियंका गांधी
टीम इंडिया
विराट कोहली
अरविंद केजरीवाल
अरुण जेटली
सियासत
| 5-मिनट में पढ़ें
मुकेश कुमार गजेंद्र
@mukesh.k.gajendra
ये 6 कानून अमृतपाल सिंह के गले की फांस हैं, उम्रकैद तक की सजा हो सकती है!
Amritpal Singh arrested by Punjab Police: खालिस्तान समर्थक संगठन 'वारिस पंजाब दे' के सरगना अमृतपाल सिंह की तलाश पूरी हो गई है. पंजाब पुलिस ने उसे मोगा जिले के एक गुरुद्वारे से गिरफ्तार कर लिया है. अमृतपाल के खिलाफ आईपीसी की कई अहम धाराओं के तहत केस दर्ज है. इसके अलावा उसने कई गंभीर और संवेदनशील कानूनों का उल्लंघन किया है, जिसमें उसके लिए बचना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है.
सियासत
| 5-मिनट में पढ़ें
देवेश त्रिपाठी
@devesh.r.tripathi
PFI पर बैन लगाने से होगा क्या? ये तो 'रक्तबीज' है जो फिर से उठ खड़ा होगा
एनआईए (NIA) ने कट्टरपंथी इस्लामिक संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) पर एक बार फिर से कार्रवाई करते हुए करीब 200 लोगों को हिरासत में लिया है. इससे पहले भी एनआईए ने पीएफआई के कुछ बड़े नेताओं को गिरफ्तार किया था. इसी के साथ पीएफआई पर प्रतिबंध लगाने की मांग जोर पकड़ने लगी है. लेकिन, सवाल ये है कि PFI पर प्रतिबंध लगाने से होगा क्या?
सियासत
| 5-मिनट में पढ़ें
देवेश त्रिपाठी
@devesh.r.tripathi
जामिया से ISIS संदिग्ध मोहसिन पकड़ा जाता है, तो इसमें AAP बचाने क्यों आ रहे हैं?
आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) के विधायक अमानतुल्लाह खान (Amanatullah Khan) को पार्टी सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) का वरदहस्त ही प्राप्त होगा. वरना एनआईए (NIA) द्वारा आईएसआईएस (ISIS) के समर्थित आतंकी मोहसिन अहमद का समर्थन करने पर तो सियासी दलों से एग्जिट तय हो जाती है.
सियासत
| 7-मिनट में पढ़ें
देवेश त्रिपाठी
@devesh.r.tripathi
Voice of Hind: हिंदुओं की आस्था को चोट पहुंचाने वाली ये मैग्जीन कहां, कैसे और क्यों छपती है, जानिए...
हिंदुओं को कठघरे में रखने को लालायित रहने वाले लोग क्या 'Voice of Hind' मैगजीन पर कभी टिप्पणी करेंगे? वे ऐसा बिल्कुल नहीं करेंगे. क्योंकि जिस मैगजीन को ISIS की प्रोपोगैंडा मैगजीन कहा जा रहा है, वो दरअसल इस्लाम का हवाला देते हुए हिंदुओं की आस्था को चोट कर रही है.
सियासत
| बड़ा आर्टिकल
मृगांक शेखर
@msTalkiesHindi
शरद पवार के सवालों का परमबीर सिंह पहले ही जवाब दे चुके हैं!
अनिल देशमुख (Anil Deshmukh) पर बीजेपी के हमलों को झेलने के स्थिति में सिर्फ शरद पवार (Sharad Pawar) ही हैं, लेकिन परमबीर सिंह (Param Bir Singh) की चिट्ठी पर जो सवाल वो उठा रहे है - उनके जवाब तो चिट्ठी में पहले से ही मौजूद हैं.
सियासत
| बड़ा आर्टिकल
मृगांक शेखर
@msTalkiesHindi
अनिल देशमुख का ट्वीट परमवीर सिंह के आरोपों को झुठलाने के लिए अपर्याप्त है
मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह (Parmveer Singh) की उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) को लिखी चिट्ठी के बाद महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख (Anil Deshmukh) बुरी तरह फंस गये हैं - देशमुख पर परमबीर सिंह ने भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाये हैं.
सियासत
| बड़ा आर्टिकल
मृगांक शेखर
@msTalkiesHindi
क्या है सचिन वाजे केस? जिस पर देवेंद्र फडणवीस सुशांत केस से ज्यादा आक्रामक हैं
देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) कई मामलों में उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) सरकार के खिलाफ हमलावर रहे हैं, लेकिन सचिन वाजे (Sachin Vaje) को लेकर कुछ ज्यादा ही आक्रामक हैं - क्या इसकी बड़ी वजह उद्धव सरकार का बचाव की मुद्रा में आ जाना है?
सियासत
| 7-मिनट में पढ़ें
मृगांक शेखर
@msTalkiesHindi
Pulwama हमले पर राहुल गांधी का सवाल शहीदों का अपमान है!
पुलवामा हमले की बरसी (Pulwama Attack Anniversary) पर राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने ट्विटर पर तीन सवाल पूछे हैं. दो सवाल तो फिर भी ठीक हैं, लेकिन एक सवाल हमले के फायदे को लेकर है, भले ही राहुल गांधी के निशाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) हों, लेकिन ये राजनीति शहीदों के सम्मान के खिलाफ है!
सियासत
| 6-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
NIA-विरोधी Rahul Gandhi के निशाने पर मोदी नहीं, 'मोदी' हैं
DSP Davinder Singh case: Rahul Gandhi को PM Modi पर हमला करने के लिए नया हथियार मिला है मगर राहुल को जान लेना चाहिए कि न्याय की एक व्यवस्था होती है. NIA पर अंगुली उठाने से पहले राहुल को जान लेना चाहिए कि न्याय होने से पहले अपील नहीं की जाती.