World cup 2019: बिना दबाव वाली वेस्टइंडीज ज्यादा खतरनाक है भारत के लिए
जहां एक ओर भारत सेमीफाइनल्स की रेस में और आगे बढ़ने के लिए India vs West Indies मैच को जीतकर 2 अंक पाना चाहेगा, वहीं दूसरी ओर वेस्ट इंडीज है, जिसके पास गंवाने के लिए कुछ भी नहीं है. बिना दबाव वाली ये टीम ज्यादा खतरनाक हो सकती है.
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हर किसी ने ये अक्सर ही सुना होगा कि जिसके पास खोने को कुछ नहीं होता, वो जीने-मरने से नहीं डरता. इस World Cup में 27 जून को ये कहावत क्रिकेट के मैदान पर सच होती सी दिखेगी. इंग्लैंड में मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान पर India vs West Indies मैच होना है. जहां एक ओर भारत सेमीफाइनल्स की रेस में और आगे बढ़ने के लिए इस मैच को जीतकर 2 अंक पाना चाहेगा, वहीं दूसरी ओर वेस्ट इंडीज है, जिसके पास गंवाने के लिए कुछ भी नहीं है. वेस्ट इंडीज पहले ही वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल्स से बाहर हो चुका है. यानी अब वो जीते या हारे, इससे उसकी सेहत पर कोई फर्क नहीं पड़ने वाला, लेकिन वह इस खेल का एक सकारात्मक अंत करना चाहेगा.
ऐसे में वेस्टइंडीज भारत के लिए कुछ ज्यादा ही खतरनाक साबित हो सकता है, इसकी वजह ये है कि उसे कुछ भी गंवाने का डर नहीं है. किसी तरह का डर ना होना वेस्टइंडीज को हर तरह के दबाव से मुक्त करता है. यानी जिसे फ्रीस्टाइल कहा जाता है, कुछ वैसा ही खेल आज वेस्टइंडीज खेलेगा. अब उसका खेलने का मकसद हार या जीत नहीं रहा, बल्कि बाकी टीमों का समीकरण बिगाड़ने का काम करेगा. आपको बता दें कि फिलहाल भारत के पास 4 मैच हैं और इनमें भारत को कम से कम 3 अंक हासिल करने ही हैं, तभी वह सेमीफाइनल्स की रेस में खुद को बनाए रख पाएगा. वेस्टइंडीज के अलावा भारत के बाकी तीन मैच, इंग्लैंड, बांग्लादेश और श्रीलंका से होने हैं. अब यहां सबसे बड़ा सवाल ये उठता है कि क्या वाकई भारत को वेस्टइंडीज से डरना चाहिए? अगर India vs West Indies मैच का पुराना रिकॉर्ड देखें तो हां, भारत को एक हद तक डर तो लगेगा ही.
भारत ये मैच जीतने के लिए खेलेगा, जबकि वेस्टइंडीज दूसरी टीमों का समीकरण खराब करना चाहेगा.
India vs West Indies के रिकॉर्ड भारत पर बनाएंगे दबाव
2015 के वर्ल्ड कप के बाद से अब तक दोनों देशों के बीच कुल 10 मैच हुए हैं. इनमें से 6 भारत जीता है, 2 टाई हो गए और बाकी के दो वेस्ट इंडीज जीता है. यानी भारत का स्ट्राइक रेट यहां भी 60 फीसदी है. वहीं अगर कुल मैचों की बात करें तो दोनों देशों के बीच अब तक कुल 126 मैच हुए हैं, जिनमें 59 मैच भारत जीता है, जबकि 62 मैच वेस्टइंडीज जीता है.
सिर्फ वर्ल्ड कप का रिकॉर्ड भारतीय खिलाड़ियों में जोश भर देगा
एक ओर भारत है, जो अब तक इस वर्ल्ड कप में कोई भी मैच नहीं हारा है, वहीं दूसरी ओर वेस्टइंडीज है जो बमुश्किल 1 मैच जीत पाया है. यानी भारत जब मैदान पर उतरेगा तो उसमें आत्मविश्वास की कमी तो नहीं होगी. वैसे भी, अभी तक इन दोनों टीमों ने 8 वर्ल्ड कप मैच में एक दूसरे से मुकाबला किया है. इनमें से 5 में भारत ने जीत हासिल की है, जबकि 3 में वेस्ट इंडीज जीता है. इस तरह भारत का स्ट्राइक रेट 62 फीसदी है. भले ही कुल मैचों में वेस्टइंडीज ने भारत को पछाड़ा हो, लेकिन वर्ल्ड कप में हमारा ही दबदबा है. ये सारे रिकॉर्ड ही भारतीय खिलाड़ियों में जोश भर देने के लिए काफी हैं. हां, विराट कोहली कोई भी रणनीति संभल कर ही बनाएंगे, ताकि हार की कोई गुंजाइश ना रहे.
एक नजर दोनों टीमों की ताकत पर भी जरूरी
जब बात यहां तक पहुंच ही चुकी है कि दोनों के बीच टक्कर काफी कड़ी हो सकती है तो एक नजर इस पर भी डालना जरूरी है कि आखिर दोनों की ताकतें क्या हैं? इस मैच में वेस्ट इंडीज के खिलाफ भारत की ओर से सबसे खतरनाक बल्लेबाज साबित हो सकते हैं विराट कोहली, जबकि रविंद्र जड़ेजा की गेंदबाजी वेस्टइंडीज के छक्के छुड़ा सकती है. वहीं रोहित शर्मा की बल्लेबाजी भी वेस्टइंडीज को धुन सकती है. हालांकि, अगर विराट कोहली और रोहित शर्मा सस्ते में निपट गए तो मैच में भारत के लिए मुश्किलें बढ़ जाएंगी.
वहीं दूसरी ओर, भारत के खिलाफ क्रिस गेल की बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों ही घातक साबित हो सकती है. इसके अलावा कार्लोस ब्रैथवेट और शाई होप भी कम खतरनाक नहीं हैं. गेंदबाज शेल्डन कोलरेल अब तक 6 मैचों में 9 विकेट लेकर काफी चर्चा में आ चुके हैं. हालांकि, गेंदबाजी में उनके पास बहुत अच्छे खिलाड़ी नहीं हैं और वह वर्ल्ड कप को भी टी20 की तरह खेल रहे हैं, यानी बेधड़क. यानी जिस वजह से वेस्टइंडीज वर्ल्ड कप से बाहर हो रहा है, वही वजह उसकी ताकत कब जाए, कहा नहीं जा सकता.
अगर देखा जाए तो वेस्ट इंडीज के मुकाबले भारत का पलड़ा भारी है, लेकिन ये भी कहना गलत नहीं होगा कि वेस्ट इंडीज भारत को कड़ी टक्कर देता है. वैसे भी, वेस्ट इंडीज की टीम अगर चल जाती है तो मैच को एक अलग ही लेवल पर ले जाती है. भले ही इस बार वेस्टइंडीज सेमीफाइनल्स तक भी नहीं पहुंच सका, लेकिन यहां ध्यान देने की बात ये है कि वेस्टइंडीज दो बार (1975, 1979) वर्ल्ड का खिताब अपने नाम कर चुका है. हालांकि, इसे भी नजरअंदाज नहीं कर सकते कि भारत भी दो बार (1983, 2011) वर्ल्ड कप ट्रॉफी घर ला चुका है. भारत जब वेस्ट इंडीज के साथ मैच खेलेगा तो वह अपने स्ट्राइक रेट को देखकर भले ही आत्मविश्वास से लबरेज रहे, लेकिन भारत ये भी अच्छे से समझता है कि वेस्ट इंडीज के खिलाड़ी कितना नुकसान कर सकते हैं. वैसे भी, सबसे पिटने वाले पाकिस्तान ने बुधवार को जिस तरह वर्ल्ड कप की एक अजेय टीम को हरा दिया, वो देखकर ये कहना गलत नहीं होगा कि वेस्टइंडीज भी गेम पलटने की ताकत रखता है.
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