New

होम -> समाज

 |  4-मिनट में पढ़ें  |  
Updated: 03 सितम्बर, 2018 11:05 AM
अनुज मौर्या
अनुज मौर्या
  @anujkumarmaurya87
  • Total Shares

अगर चंद घंटों के लिए भी कोई शख्स जेल की सलाखों में के पीछे रह ले तो दाग हमेशा उसके दामन पर लगा ही रहता है. कोई नहीं चाहता कि उसे जेल जाना पड़े. लेकिन अगर बात यूपी की करें तो यहां मामला कुछ अलग है. यहां एक नया ट्रेंड चल पड़ा है, जिसमें लोग खुद भाग-भाग कर जेल में आने के लिए तैयार हैं. इतना ही नहीं, पुलिस उन्हें बिना किसी जुर्म के जेल में नहीं रख रही है तो इसके लिए वह प्रशासन को बाकायदा पत्र लिख जेल भेजने की मांग कर रहे हैं. आपको जानकर हैरानी होगी कि प्रशासन भी उन्हें 24-48 घंटे तक जेल में रहने में मदद कर रहा है. अब सवाल ये है कि आखिर लोग खुद जेल क्यों जाना चाह रहे हैं? क्या बात है कि लोग प्रशासन तक को पत्र लिखकर जेल जाने की इजाजत ले रहे हैं? इसके पीछे की वजह है भविष्यवाणी. पंडित इन लोगों का हाथ देखकर जेल योग की बात बता रहे हैं और लोग भागे चले आ रहे हैं जेल में.

उत्तर प्रदेश, जेल, पुलिस, ज्योतिषयूपी में ज्योतिष लोगों की कुंडली देखकर बता रहे हैं कि उनके जीवन में जेल योग है.

ज्योतिष बता रहे 'जेल योग'

यूपी में ज्योतिष लोगों की कुंडली देखकर बता रहे हैं कि उनके जीवन में जेल योग है. अगर वह 24-48 घंटे तक जेल में बिता ले तो जेल योग से उन्हें मुक्ति मिल सकती है. बस फिर क्या है, पंडित जी बात सुनते ही लोग सिर पर पैर रखकर जेल की ओर भाग रहे हैं. लेकिन पुलिस के सामने संकट ये है कि आखिर किस अपराध के लिए किसी शख्स को जेल में रखा जाए. इसलिए लोग प्रशासन को पत्र लिखकर जेल जाने की इजाजत मांग रहे हैं, ताकि जेल योग से छुटकारा पा सकें. टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी इस रिपोर्ट के मुताबिक लोगों को प्रशासन की तरह से मदद भी मुहैया कराई जा रही है, लेकिन उससे पहले सभी दस्तावेजों की जांच की जाती है.

कुंडली का होता है सत्यापन

ऐसा नहीं है कि किसी ने पत्र लिखा और उसे जेल में रहने की अनुमति मिल जाएगी. जिला प्रशासन के एक अधिकारी के मुताबिक पहले आपको जरूरी कागजात देने होंगे, फिर ये तय किया जाएगा कि आप जेल जाने योग्य हैं या नहीं, तब जाकर आपको जेल में डाला जाएगा. जेल जाने के लिए आपको अपने आवेदन पत्र के साथ-साथ अपनी कुंडली भी लगानी होती है, जिसमें जेल योग की बात दिखाई गई हो. इन कुंडलियों का भी सत्यापन होता है, तब जाकर किसी को जेल जाने की इजाजत मिलती है. अधिकारियों का कहना है कि यूं तो किसी को बिना कारण जेल में रखने का कोई प्रावधान नहीं है, लेकिन लोग धार्मिक कारणों से जेल जाना चाह रहे हैं, इसलिए लोगों को जेल में रखने की सहूलियत दी जा रही है.

हर साल आते हैं ऐसे पत्र

लखनऊ के डीएम कौशलराज शर्मा ने टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में बताया कि हर साल उन्हें करीब 2 दर्जन ऐसे ही पत्र मिलते हैं. सोचने की बात है कि इसे अंधविश्वास कहें या अंधी आस्था. एक पंडित ने कुंडली देखकर जेल योग बता दिया और लोगों ने मान भी लिया. हैरानी तो इस बात की है कि उसके उपाय के रूप में 24-48 घंटे जेल में बिताने के लिए कहा और लोग उसे भी मान गए. हद तो तब पार हो जा रही है जब प्रशासन भी ऐसे लोगों के पत्रों को ध्यान में रखते हुए उन्हें जेल में रहने की अनुमति दे रहा है.

अगर पंडित की भविष्यवाणी पर भरोसा कर भी लें और मान लें कि किसी व्यक्ति के जीवन में जेल योग है, तो इसका मतलब कि वह किसी अपराध में जेल जाएगा. यानी वो कोई न कोई अपराध करेगा, जिसके लिए कोर्ट उसे जेल की सजा सुनाएगा. अब ऐसे में अगर व्यक्ति समय से पहले ही जेल चला जाए तो क्या उसका अपराध भी माफ हो जाएगा? हम 21वीं सदी में जी रहे हैं, लेकिन आज भी बहुत से लोग ज्योतिषियों की बिना सिर पैर की बातों पर आंख मूंद कर भरोसा कर लेते हैं. इन ज्योतिषियों को तो क्रिकेट टीम की कुंडली देखनी चाहिए, ताकि हम कभी हारें ही नहीं.

ये भी पढ़ें-

दिल्ली की सड़क पर 30 लोग बारिश में फंसे तो सरकार डूब ही क्यों न गई!

बंदरों से बचने के लिए हनुमान चालीसा पढ़ने का 'ज्ञान' अपनी नाकामी छुपाने जैसा है !

आखिर 'आप' के केजरीवाल नाम के लिए कब तक जूझते रहेंगे?

#उत्तर प्रदेश, #जेल, #पुलिस, Jail Yog, Jail Yog In Kundali, Jail Yog Treatment In Lock Up

लेखक

iChowk का खास कंटेंट पाने के लिए फेसबुक पर लाइक करें.

आपकी राय