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Updated: 23 फरवरी, 2016 05:03 PM
पारुल चंद्रा
पारुल चंद्रा
  @parulchandraa
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जरूरी नहीं है कि हर अपहरण फिरौती के लिए ही किया जाये. हाल ही में गाजियाबाद से स्नैपडील की इंजीनियर का अपहरण सुर्खियों में रहा. लड़की सही सलामत अपने घर लौट आई और अपहरणकर्ता पकड़ा गया. उसका अपहरण इसलिए किया गया था क्योंकि अपहरणकर्ता उससे शादी करना चाहता था. लेकिन शादी के लिए अपहरण किया जाना आश्चर्य की बात नहीं. नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) 2014 की मानें तो महिलाओं के आधे से ज्यादा अपहरण सिर्फ शादी के लिए ही किए गए.

क्या है अपहरण का आंकड़ा

2005 में भारत में कुल 22,832 अपहरण किए गए जिसमें 15,750 महिलाओं के थे, और इन अपहृत महिलाओं में से 9673 वो थीं जिनका अपहरण शादी के लिए किया गया था. 2014 में अपहरण के कुल 77,237 मामले दर्ज हुए जिनमें 57,311 महिलाओं के थे. इनमें से 30,957 अपहरण शादी के लिए किए गए.

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अपहरण के मुख्य तीन कारण-

महिलाओं का अपहरण मुख्यतः तीन वजहों से किया जाता है. पहला शादी के लिए, दूसरा बलात्कार या अनैतिक संबंधों के लिए, और तीसरा अवैध गतिविधियों के लिए.

आंकड़ों की मानें तो जबरन शादी करने के लिए जिन महिलाओं का अपहरण किया गया उनमें से आधी महिलाओं की उम्र 18 से 29 वर्ष की थी, बाकी 16 से 17 साल की थीं. इसे इस तरह भी समझा जा सकता है कि 18 से 29 साल की महिलाओं के हर 100 अपहरणों में से 66 अपहरण शादी के लिए किए गए. और जैसा कि महिलाओं के अपहरण के बाद उनके साथ कुछ गलत होने की संभावना जताई जाती है, शेष प्रतिशत बताता है कि बाकी महिलाओं का अपहरण बलात्कार और अवैध गतिविधियों के लिए किया जाता है.

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कौन से शहर हैं निशाने पर

महिलाओं को अपहरण की वारदातें तो पूरे देश में होती हैं, फिर भी आंकड़ों के हिसाब कुछ शहर हैं जो अपहरण की दृष्टि से खतरनाक साबित हुए हैं. पटना, फरीदाबाद, रांची और भोपाल इसमें से मुख्य हैं. पटना में 60% अपहरण की वारदातें केवल शादी के लिए ही की गईं.

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खास बात ये है कि ये मामले ऐसी जगहों पर दर्ज किए गए जहां बंदिशें और पाबंदियां ज्यादा थीं. जैसे छोटे और पिछडे इलाके. ये अब भी विचार करने वाली बात है कि शादी के लिए अपहरण किए जाने के मामलों में कितने मामले वैध हैं, लड़की के गुम हो जाने, या फिर भाग जाने पर भी परिजन अपहरण का ही मामला दर्ज करवाते हैं.

लेखक

पारुल चंद्रा पारुल चंद्रा @parulchandraa

लेखक इंडिया टुडे डिजिटल में पत्रकार हैं

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