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Updated: 26 दिसम्बर, 2015 05:45 PM
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अमेरिकी राष्ट्रपति पद के चुनावों के लिए अपने अजीबोगरीब बयान देने वाले डोनाल्ड ट्रंप से लेकर पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन की पत्नी हिलेरी क्लिंटन की उम्मीदवारी के बारे में आपने सुना होगा. लेकिन इन चुनावों में एक ऐसा शख्स भी शामिल है जो अमेरिकियों को अमरत्व दिलाने के नाम पर वोट मांग रहा है. यह सुनकर आप हैरान रह गए होंगे लेकिन जोल्टान इस्तवान नाम का उम्मीदवार अमेरिकी में अपने चुनाव प्रचार में लोगों को अमरत्व दिलाने के नाम पर ही वोट मांग रहा है, आखिर कैसे अमरत्व दिलाने की हैरान कर देने वाली बाते कर रहे हैं जोल्टान, आइए जानें.

जीतने पर अमेरिकियों को अमर कर देने का वादा!

जितना अजीब जोल्टान का चुनाव पूर्व वादा है उतना ही अनूठा उनका चुनाव प्रचार का अंदाज भी है. उन्होंने एक पुरानी बस को ताबूत की शक्ल दे दी है और उससे ही चुनाव प्रचार कर रहे हैं. इस बस को तैयार करने से लेकर इसे चलाने तक का खर्च ऑनलाइन फंडिंग से जुटाया जा रहा है. दरअसल अमरत्व के लिए काम करने का विचार जोल्टान को तब आया जब वह अपने एक असाइनमेंट के लिए वियतनाम गए हुए थे. वहां वह अनजाने में एक बारूदी सुरंग के ऊपर जा खड़े हुए थे और तब उनके गाइड ने उन्हें धक्का देकर उनकी जिंदगी बचाई थी. उसके बाद से जोल्टान ने मौत को ही मिटा देने की दिशा में काम करने का संकल्प लिया. वह कहते हैं कि मैं ऐसा उन सबके लिए करना चाहता हूं जो मुझे अजीज हैं.

कैसे लोगों को अमरत्व देंगे जोल्टान?

जोल्टान की पार्टी का नाम है ट्रांसह्यूमनिस्ट पार्टी. दरअसल यह पार्टी नहीं बल्कि उस आंदोलन का नाम है जिसका मानना है कि तकनीक के दम पर इंसानी दिमाग और उसके शरीर तक में परिवर्तन संभव है. ट्रांसह्यूमन एक अंतर्राष्ट्रीय और बौद्धिक आंदोलन है, जिसका उद्देश्य उपलब्ध टेकनोलॉजी के विकास से मनुष्य की स्थितियों में बदलाव लाकर मानव की बौद्धिक, शारीरिक और मनोवैज्ञानिक क्षमताओं को बढ़ाना है. ट्रांसह्यूमनिस्ट का मानना है कि अमरत्व को इंसान में आनुवांशिक बदलाव करने, दिमाग को अपलोड करने और शारीरिक कंपोनेंट्स में वृद्धि करने से संभव बनाया जा सकता है.

या यूं कहें कि ट्रांसह्यूमनिस्ट की सोच मानव को सुपर मानव बना देने की है. हालांकि यह तकनीकी बहुत महंगी है लेकिन जोल्टान का कहना है कि किसी भी तकनीकी पर सिर्फ अमीरों का कब्जा नहीं होना चाहिए और इसे समाज के सभी वर्गों के लिए सुलभ बनाने पर काम किया जाना चाहिए. जोल्टान का कहना है कि समाज में बंटवारा नहीं होना चाहिए, इन तकनीकों पर सबका एक ही समय में हक होना चाहिए.

पत्रकार से ट्रांसह्यूमनिस्ट बने हैं जोल्टानः

जोल्टान इस्तवान हंगरी के अप्रवासी अमरीकी दंपत्ति की संतान हैं. वह नैशनल जिओग्राफी के लिए बतौर पत्रकार काम कर चुके हैं. वह बताते हैं कि मैं पर्यावरण के मुद्दे पर काम कर रहा था. मैं मानवीय कामों में दिलचस्पी लेता था. सबकुछ सही चल रहा था कि लेकिन वियतनाम में मेरे साथ जो हादसा हुआ उससे मेरी सोच बदल गई और मैंने यह जानने की कोशिश की कि किस तकनीक से लोग लंबे समय तक जीवित रहेंगे? वह कहते हैं कि मौत को कई तरीके से मिटाया जा सकता है, शायद मैं भी इन तरीकों को विकसित करने की दिशा में कोई योगदान दे सकूं.

पत्रकारिता छोड़ने के बाद वह ट्रांसह्यूमनिस्ट वेजर नामक उपन्यास लिखने में जुट गए. अगले चार साल उन्होंने सिर्फ उपन्यास लिखने में लगाया और अब वह एक अनूठे किस्म के चुनाव प्रचार के साथ अमेरिकी राष्ट्रपति पद के चुनावों में हिस्सा ले रहे हैं. हालांकि फिर भी वह मानते हैं कि इस बार के चुनावों में उन्हें जीत नहीं मिलेगी. हालांकि वह खुद को अमेरिकी राष्ट्रपति के तकनीक सलाहकार या विज्ञान से जुड़े कैबिनेट या डिप्टी पद के तौर पर देखने का विकल्प लेकर भी चल रहे हैं.

अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों में अपनी पार्टी के लक्ष्य के बारे में पूछे जाने पर वह कहते हैं कि हमारा उद्देश्य लोगों को लंबे समय तक जीवित रखना है. दरअसल हमारी पार्टी का लक्ष्य अमेरिकी संस्कृति को बदलना है.

भले ही जोल्टान की बातों को हकीकत में बदलने में अभी कितना वक्त लगेगा इसका जवाब किसी के पास नहीं है लेकिन वह खुद मानते हैं कि प्रचार के इस तरीके से उन्हें मीडिया में काफी कवरेज मिल रही है. अमेरिकियों को अमर कर देने के वादे के साथ जोल्टान का चुनाव प्रचार कुछ देर के लिए ही सही लोगों के चेहरे पर मुस्कुराहट तो ला ही रहा है!

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