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Updated: 02 सितम्बर, 2018 12:07 PM
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क्या ये महज संयोग है कि पाकिस्तनी रक्षा मंत्री ख्वाजा मुहम्मद आसिफ ने GEO न्यूज़ को 17 सितंबर को दिए इंटरव्यू में कहा कि पाकिस्तान परमाणु हमले से संकोच नहीं करेगा और ठीक एक दिन बाद जम्मू कश्मीर के उरी में भारतीय सुरक्षा बालों पर आतंकी हमला हो जाता है.

1 सितंबर को एरोस्पेस की सेमिनार में एयर चीफ मार्शल अरूप राहा ने भारत की ताक़त के बारे में चेतावनी दी थी और कहा कि अगर भारत ने सैन्य विकल्प चुना होता तो गुलाम कश्मीर भी देश के पास होता. उन्होंने यह भी कहा कि 1971 में हुए भारत-पाक युद्ध तक भारत सरकार ने वायु सैन्य शक्ति का भरपूर इस्तेमाल नहीं किया. इसे निश्चित ही पाकिस्तान को चेतावनी के तौर पर देखना चाहिए.

उरी की घटना सचमुच दुर्भाग्य पूर्ण है. अगर हम 2016 से देखें तो अब तक इस तरह की आतंकी घटनाओं में करीब 120 आतंकवादी मारे गए जबकि 65 भारतीय जवान शहीद हो चुके हैं. इसे बिल्कुल पाकिस्तान की तरफ से अप्रत्यक्ष युद्ध के रूप में देखा जा सकता है. लेकिन इन सबके बावजूद पाकिस्तान ही परमाणु हमले की धमकी भी देता रहता है.

बार बार परमाणु हमले की धमकी

- परमाणु हमले की धमकी पाकिस्तान के तरफ से लगातार दिए जाते रहे हैं. इसी साल 8 अगस्त को आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन प्रमुख सैयद सलाउद्दीन ने कश्‍मीर मुद्दे पर भारत पर परमाणु हमले की धमकी दी थी. जबकि पाकिस्तान की नवाज शरीफ सरकार भारत के खिलाफ युद्ध भड़काने के लिए हिजबुल मुजाहिदीन के नेता सईद सलाउद्दीन को प्रोत्साहित करती रही है.

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- इसी साल जुलाई में एक पाकिस्तानी न्यूज चैनल पर पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा था अगर जरूरत पड़ी, तो पाकिस्तान एटमी हथियारों का प्रयोग कर सकता है.

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 पाकिस्तान की परमाणु धमकी...

- फिर मई में भी पाकिस्तान में परमाणु कार्यक्रम के जनक अब्दुल कदीर खान ने एक भड़काऊ बयान दिया था. अब्दुल कदीर खान ने धमकी दी कि पाकिस्तान के परमाणु बम पांच मिनट में दिल्ली को तबाह कर सकते हैं.

- पिछले साल सितंबर में सरताज अज़ीज़ ने भी कहा था कि पाकिस्तान एक परमाणु शक्ति है, और वो ये जनता है कि कैसे अपने आप को सुरक्षित रखना है.

- परवेज़ मुशर्रफ भी बार बार पाकिस्तान के पास परमाणु हथियार होने का जिक्र करते रहे हैं. ये भी कह चुके हैं कि पाकिस्तान को छेड़ने की जुर्रत न की जाये.

भारत और पाकिस्तान के सैन्य ताक़त की तुलना

भारत और पाकिस्तान के सैन्य ताक़त की तुलना करें तो भारत इस मामले कहीं आगे है. भारतीय सेना में सैनिकों की संख्या करीब 13 लाख है जबकि पाकिस्तानी सेना उससे करीब आधि यानी साढ़े छह लाख है. भारतीय सेना के पास करीब छह हजार टैंक हैं जिसमें चार हजार आर्मड कैरियर और बीएमपी मशीन हैं. यही नहीं, भारतीय सेना के पास 7000 तोप हैं. इन तोपों में बोफोर्स, अर्जुन और भीष्म जैसे तोप शामिल हैं. पाकिस्तान के पास 3200 तोप हैं.

भारतीय वायुसेना विश्व की चौथी सबसे बड़ी वायुसेना है. चीन से भी बेहतर मानी जाने वाली भारतीय वायुसेना के पास एक लाख बीस हजार वायु सैनिक हैं जबकि पाकिस्तान की क्षमता सिर्फ 45 हजार है. भारत के पास दुनिया का सबसे बड़ा मिलिट्री विमान C-17 ग्लोबमास्टर भी भारतीय वायुसेना का हिस्सा है.

भारतीय वायुसेना के पास करीब दो हजार लड़ाकू विमान हैं जिनमें ट्रेनिंग एयर क्राफ्ट भी शामिल हैं. वहीं पाकिस्तानी वायुसेना के पास सिर्फ 900 लड़ाकू विमान हैं.

भारत के पास करीब 28 युद्धपोत हैं जो समुंद्र में दुश्मन पर कहर बरपा सकते हैं. जबकि पाकिस्तान के पास केवल 8 है. पनडुब्बी के मामले में भी भारत ही अव्वल है. हमारे पास 16 तो पाकिस्तान के पास 10 पनडुब्बी हैं. भारत के करीब छह पनडुब्बी और तैयार हो रहे हैं. समुंद्र में भारत की एक बड़ी ताकत है आईएनएस चक्र परमाणु पनडुब्बी. इस पनडुब्बी से भारतीय नौसेना दुनिया की उन चुनिंदा सेनाओं में शामिल हो गई है जो समुंद्र की गहराइयों में भी दबदबा रखती है.

भारतीय सेना की एक बडी ताकत मिसाइल भी हैं. भारतीय सेना के पास ब्रह्मोस, अग्नि, पृथ्वी, आकाश और नाग जैसी आधुनिक मिसाइलें हैं. वहीं पाकिस्तान के पास गौरी, शाहीन, गजनवी, हत्फ और बाबर जैसी मिसाइलें हैं. अग्नि- 5 भारत की सबसे आधुनिक और घातक मिसाइल है. इस इंटर कॉन्टिनेटल बैलेस्टिक मिसाइल की मारक क्षमता 5,000 किलोमीटर है, जबकि पाकिस्तान के बाबर की मारक क्षमता केवल 1,000 किलोमीटर है.

परमाणु धमकी क्यों देता है पाकिस्तान

पाकिस्तान एक नई न्यूक्लियर साइट बना रहा है. डिफेंस एक्सपर्ट्स का कहना है कि सैटेलाइट इमेज के एनालिसिस से यह पता चलता है कि पाक एक यूरेनियम एनरिचमेंट कॉम्प्लेक्स बना रहा है, जो काहुटा शहर में है. यह कंस्ट्रक्शन साइट इस्लामाबाद से 30 किमी पूर्व में है.

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पाकिस्तान के पास भारत से 10 ज्यादा न्यूक्लियर हथियार हैं. पाकिस्तान ने पहला परमाणु परिक्षण 1998 में किया था. माना जाता है कि पाक के पास करीब 120 न्यूक्लियर वेपन्स हैं जो भारत, इजरायल और नॉर्थ कोरिया से ज्यादा हैं. 'बुलेटिन ऑफ द एटॉमिक साइंटिस्ट' ने मार्च 2015 की रिपोर्ट में बताया था कि पाकिस्तान के पास 120 न्यूक्लियर हथियार हैं जो भारत के एटमी हथियारों से 10 ज्यादा हैं.

हाल ही के एक अमेरिकी रिपोर्ट में विशेषज्ञों ने कहा है कि पाकिस्तान के पास इस समय करीब 120 परमाणु हथियार हैं और उसने प्रति वर्ष 20 हथियार बनाने की क्षमता प्राप्त कर ली है. भारत की सैन्य ताकत के मुकाबले में रहने के लिए पाकिस्तान परमाणु हथियारों का उत्पादन जारी रखे हुए है.

कार्नेगी एंडोवमेंट फॉर इंटरनेशनल पीस के सहायक निदेशक टॉबी डाल्टन के अनुसार हाल के वर्षो में पाकिस्तान ने परमाणु हथियार बनाने के लिए आवश्यक सामग्री के उत्पादन में बढ़ोत्तरी की है. जैसे-जैसे भारत की ओर से खतरा बढ़ रहा है, वैसे-वैसे पाकिस्तान में परमाणु हथियारों का उत्पादन भी बढ़ रहा है. डाल्टन ने पाकिस्तान के परमाणु हथियारों की सुरक्षा की भी आवश्यकता जताई है. उनके अनुसार पाकिस्तान की सुरक्षा व्यवस्था अच्छी है लेकिन इसे पूरी तरह से सुरक्षित नहीं कहा जा सकता. परमाणु वैज्ञानिक अब्दुल कादिर खान का उदाहरण सामने है जिसने तकनीक को दूसरे देशों को दिया.

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पाकिस्तानी परमाणु हथियारों को आतंकियों से सबसे बड़ा खतरा है. बहरहाल, इस तरह के लगातार परमाणु हमले की धमकियों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है. लेकिन ये भी है कि पूर्व की चार भारत-पाक लड़ाईयों में अगर पाकिस्तान की हार हुई है, तो इससे भी पाकिस्तान को जरूर सबक लेना चाहिए. वैसे भी जंग से किसी समस्या का समाधान नहीं हो सकता है.

लेखक

जगत सिंह जगत सिंह @jagat.singh.9210

लेखक आज तक में पत्रकार हैं.

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