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Updated: 07 जून, 2015 12:04 PM
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पीएम मोदी बांग्लादेश दौरे पर हैं. ऐतिहासिक समझौते के साथ ऐतिहासिक दौरा. दोनों देशों के बीच फसाद की जड़, 41 साल पुराने सीमा विवाद को सुलझा लिया गया. सीमा के इस पार-उस पार, सबने झंडे लहरा कर इसका स्वागत किया.

भारत-बांग्लादेश ऐतिहासिक सीमा विवाद समझौते के अगले दिन रविवार को पीएम मोदी ढाकेश्वरी देवी मंदिर जाकर अपनी दिन की शुरुआत करते हैं. आपको बता दें कि ढाकेश्वरी देवी मंदिर को बांग्लादेश में राष्ट्रीय मंदिर का दर्जा मिला हुआ है.

वैसे तो हमारे पीएम मोदी जहां भी जाते हैं, वहां की सांस्कृतिक विरासत के दर्शन को अपनी यात्रा का हिस्सा बनाते हैं. लेकिन क्या मुस्लिम राष्ट्र बांग्लादेश के साथ सीमा-विवाद को सुलझाना और फिर अगले ही दिन वहां की सबसे बड़ी मंदिर में जाकर पूजा-अर्चना करना भी उनकी सांस्कृतिक विरासत के दर्शन करने की मानसिकता भर दर्शाता है? शायद नहीं.

विदेशी दौरों के साथ-साथ देश के राजनीति परिदृश्य पर एक नजर डालें. मामला कुछ स्पष्ट होता नजर आएगा. इस साल के अंत तक बिहार विधानसभा चुनाव और अगले साल पश्चिम बंगाल और असम में होने वाले चुनावों पर गौर करें. बिहार में लगभग 17 प्रतिशत मुस्लिम मतदाता हैं. असम और पश्चिम बंगाल की बात करें तो यहां 34 और 27 प्रतिशत मुस्लिम वोट बैंक हैं.

कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के द्वारा हिंदूवादी और RSS के एजेंट जैसे उपनामों को झेल चुके मोदी राजनीतिक रूप से कितने परिपक्व हैं, इसमें शायद ही किसी को शक हो. आखिर क्या वजह रही कि जो काम इतने सालों से कांग्रेस नहीं कर पाई, उसी काम को पीएम मोदी ने एक मुस्लिम राष्ट्र के साथ कर दिखाया. जाहिर सी बात है मुस्लिम वोट बैंक बीजेपी की अगली सिढ़ी है. अगर सफल रहे तो कांग्रेस खत्म!

क्या आपने कभी किसी से कर्ज लिया है या दिया है? लौटाते हैं तो क्या सिर्फ सूद का हिसाब रखते हैं? नहीं न. पीएम मोदी का ढाकेश्वरी देवी मंदिर जाना भी कुछ ऐसा ही हो सकता है. मुस्लिम राष्ट्र के साथ सीमा विवाद को सुलझाना सूद (मुस्लिम वोट बैंक पर नजर) हो सकता है तो ढाकेश्वरी देवी मंदिर के दर्शन करना अपने मूल (अपने हिंदू वोट बैंक) से चिपके रहना है.

खैर यह तो एक कयास भर है. निकट भविष्य के राजनीतिक पटल को देखते हुए लेखक के दिमाग की उपज. लेकिन अगर यह सच हो गया तो मान कर चलिए कि आने वाले विधानसभा चुनावों में बड़ा उलटफेर देखने को मिल सकता है.

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लेखक

चंदन कुमार चंदन कुमार @chandank.journalist

लेखक iChowk.in में पत्रकार हैं.

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